टंकी से नीचे उतरीं छात्राएं मिलीं मुख्यमंत्री गहलोत से, छह सूत्री मांगों में से 5 मांगें माने जाने का मिला आश्वासन

परीक्षा आगे बढाने की मांग को छोड़कर व्याख्याता भर्ती में बाहरी राज्यों का कोटा 50 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी करने, आंदोलन के दौरान पुलिस द्वारा दर्ज किये गये मुकदमे वापस लेने सहित पांच मांगों पर मिला आश्वासन

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा की तिथि आगे बढाने की मांग को लेकर सोमवार से टंकी पर चढी दो छात्राएं गुरूवार को टंकी से नीचे उतर गई हैं. छात्राओं को टंकी से नीचे उतारने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले उनके ओएसडी लोकेश शर्मा की अहम भूमिका रही. इस पूरे मामले पर ओएसडी लोकेश शर्मा शुरूआत से ही नजर बनाए हुए थे और छात्र प्रतिनिधियों से संपर्क में भी थे. छात्राओं को टंकी से नीचे उतारने के लिए लोकेश ने बीती रात भी छात्र प्रतिनिधियों से बात की थी, लेकिन छात्राएं नीचे नहीं उतरीं थीं.

गुरूवार को चौथे दिन सीएम गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा खुद मौके पर पहुंचे. ओएसडी शर्मा ने लाउड स्पीकर के जरिए टंकी पर चढी छात्राओं के साथ समझाइश की और सीएम गहलोत से मिलवाने का आश्वाशन दिया. वहीं टंकी के नीचे मौजूद छात्रों ने भी छात्राओं से समझाइश की. इसके बाद दोनों छात्राएं टंकी से नीचे उतरीं और मुख्यमंत्री आवास के लिए रवाना हुईं. दोनों छात्राओं सहित 8 अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री गहलोत के आवास पर पहुंचा.

यह भी पढ़ें: हिंदी चैनल की एक एंकर के मुंह से निकली बात और राहुल व कांग्रेस से सबक ले उद्धव ने नहीं बनने दिया आदित्य को ‘शिवसेना का राहुल गांधी’

मुख्यमंत्री आवास पर अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल की सीएम अशोक गहलोत व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात हुई. इस मुलाकात के बाद अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्होंने 6 सूत्री मांग सीएम गहलोत के समक्ष रखी थी, जिसमें परीक्षा की तिथि आगे बढाने, व्याख्याता भर्ती में बाहरी राज्यों का कोटा 50 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी करने, आंदोलन के दौरान पुलिस द्वारा दर्ज किये गये मुकदमे वापस लेने, सितंबर में होने वाली परीक्षा का कार्यक्रम जारी करने व सीटें बढाने, परीक्षा के लिए गत सितंबर में जिन अभ्यर्थियों ने फार्म भरे थे उन्हें बिना परीक्षा शुल्क आगामी सितंबर में परीक्षा में बैठने दिये जाने और जिन अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा के लिए फार्म भरे थे और जो सितंबर में हाने वाली परीक्षा में ओवरऐज होने वाले है उन्हें सितंबर में होने वाली परीक्षा में बैठने दिये जाने की मांग शामिल थीं.

अभ्यर्थी प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उनके द्वारा रखी गयी इन 6 मांगों में से परीक्षा की तिथि आगे बढाने की मांग को सीएम गहलोत ने नहीं माना है. बाकी 5 मांगें पूरी करने का सीएम गहलोत व मंत्री डोटासरा ने आश्वासन दिया है. हांलाकि सीएम गहलोत की तरफ से अभ्यर्थियों की मांगे माने जाने या आश्वासन दिये जाने की पुष्टि खबर लिखे जाने तक नहीं हुई है.

Leave a Reply