पीलीबंगा में दलित की हत्या पर कटघरे में गहलोत सरकार, पूनियां बोले- अब राजस्थान आएं राहुल-प्रियंका

राजस्थान के पीलीबंगा में दलित युवक की हत्या के मामले ने पकड़ा तूल, भाजपा ने दिल्ली से पीलीबंगा तक एक के बाद एक बयान करवाए जारी, दिल्ली में प्रवक्ता गौरव भाजपा ने की पीसी तो इधर प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां और राठौड़ ने साधा निशाना, बोले- कांग्रेस के शासन में दलितों पर बढ़ रहे अत्याचार, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को दलित व वंचितों की सुध लेने आना चाहिए राजस्थान, इधर मामले में हनुमानगढ़ पुलिस ने तीन आरोपियों को धरा

पीलीबंगा से दिल्ली तक घिरी गहलोत सरकार!
पीलीबंगा से दिल्ली तक घिरी गहलोत सरकार!

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान के पीलीबंगा में दलित युवक की हत्या मामले पर गहलोत सरकार के निशाने पर है. भाजपा ने योजनाबद्ध तरीके से गहलोत सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. दिल्ली से पीलीबंगा तक भाजपा ने तुरंत एक्शन लेते हुए बयान जारी किए हैं. दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई तो राजस्थान भाजपा के नेताओं ने एक के बाद एक बयान जारी किए. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा है कि, ‘देश और दुनिया में राजस्थान की छवि एक शांतिप्रिय प्रदेश की थी, लेकिन अशोक गहलोत सरकार के शासन में सारे मापदंड तोड़ दिए गए, जिससे राजस्थान सर्वाधिक अपराधग्रस्त राज्यों में शुमार हो गया, यहां बहन-बेटियां दलित-आदिवासी कोई भी सुरक्षित नहीं है’. वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भी लचर कानून व्यवस्था लेकर सवाल उठाए हैं. राठौड़ ने कहा कि, पीलीबंगा में गहलोत सरकार की लचर कानून व्यवस्था का एक और निर्मम चेहरा सामने आ गया है. हालात गहलोत सरकार के नियंत्रण से बाहर है. इधर इस मामले में हनुमानगढ़ पुलिस का बयान सामने आया है. जिसमें कहा
गया है कि प्रेम प्रसंग से जुड़ा ये मामला है और 3 आरोपियों को राउंड अप कर लिया गया है.

राजस्थान में न दलित सुरक्षित न महिलाएं- गौरव भाटिया
बीजेपी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम गहलोत और कांग्रेस से सवाल किए हैं कि, ‘राजस्थान में सबसे ज्यादा संगीन अपराध हो रहे हैं. वहां न दलित सुरक्षित हैं और न महिलाएं सुरक्षित हैं’. बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि, ‘कांग्रेस शासित राज्य में मुख्यमंत्री के नाक के नीचे हत्या होती है लेकिन कोई सुध नहीं नेता और
कोई गिरफ्तारी नहीं होती है’.

दलितों की सुध लेने राजस्थान आएं राहुल-प्रियंका: पूनियां
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हत्या, दुष्कर्म, डकैती, लूट जैसे अपराधों के 6 लाख से अधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं. अफसोस और दुर्भाग्यपूर्ण है कि दलितों-वंचितों के हितैषी होने का दावा करने वाली अशोक गहलोत सरकार के राज में बीते वर्ष में 21 प्रतिशत से अधिक दलित अपराधों में बढ़ोतरी हुई है. अब नया मामला पीलीबंगा के प्रेमपुरा का है, जहां एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, उससे रूह कांप जाती है’. पूनियां ने कहा कि, ‘प्रदेश में दलितों के खिलाफ लगातार संगठित अपराध हो रहे हैं, हत्याएं हुई हैं, इससे मुझे लगता है कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के लिए सबक है, जो दूसरे प्रदेशों में राजनीतिक पर्यटन करते हैं, राजस्थान के पीड़ित दलित व वंचितों की सुध लेने उन्हें आना चाहिए’. लखीमपुर कांड के बाद प्रियंका गांधी ने योगी सरकार को जमकर घेरा है. रातों-रात लखीमपुर पहुंचने की जिद पर अड़ी प्रियंका गांधी को योगी सरकार ने हिरासत में लिया था. अब कांग्रेस को घेरने के भाजपा ने तुरंत नेताओं से बयान दिलाए हैं

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हालात गहलोत सरकार के नियंत्रण से बाहर- राठौड़ 
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भी गहलोत सरकार को घेरा है. राठौड़ ने कहा कि, ‘हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में गहलोत सरकार की लचर कानून व्यवस्था का एक और निर्मम चेहरा सामने आया है. दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या करने की घटना से स्पष्ट है कि राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन-प्रतिदिन भयावह और गहलोत सरकार के नियंत्रण से बाहर होती जा रही है’. राठौड़ ने NCRB के नवीनतम आंकड़ों का भी हवाला दिया.

सरकार का जनता से कोई सरोकार नहीं
भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर ने कहा कि, ‘इस सरकार का प्रदेश की जनता से कोई सरोकार नहीं है. मुख्यमंत्री केवल चुनावी सभाओं के लिए घर से बाहर निकलते हैं. ये बढ़ते अपराध सरकार के चाल—चरित्र को बता रहा है. आज स्थिति यह है कि महिला अपराध में राजस्थान नंबर वन है. तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली सरकार से मेरा आग्रह है कि राजस्थान शांत प्रदेश है. कम से कम और काम आप नहीं कर पा रहे हैं तो लॉ एंड आर्डर को सही कीजिए.

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क्या है पूरा मामला?
हनुमानगढ़ के पीलीबंगा इलाके के प्रेमपुरा गांव का ये मामला है. गुरुवार की शाम को वहां एक शख्स की कुछ दबंगों ने पीट पीटकर हत्या कर दी. प्राथमिक तौर पर इसे प्रेम प्रसंग का मामला बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि मृतक वहीं की रहने वाली एक तलाकशुदा को महिला को लगातार फोन कर रहा था. परिजनों ने कई बार इस पर आपत्ति जताई और शख्स को टोका भी था. लेकिन शिकायत का उस पर कोई असर नहीं हुआ. इसी के चलते गुरुवार की शाम को खेत में ले जाकर निर्ममता पूर्वक कुछ लोगों ने कथित तौर पर उसकी हत्या कर दी.

धरना प्रदर्शन जारी, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर तीन आरोपियों को धरा
हत्या को लेकर दलित समुदाय के लोग शख्स के शव को लेकर धरने पर बैठे हैं. वे मांग कर रहे हैं कि हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है. 7 अक्टूबर को एक बयान में हनुमानगढ़ पुलिस ने बयान जारी किया है कि- ‘गांव प्रेमपुरा तहसील पीलीबंगा ज़िला हनुमानगढ़ में दिनांक 07.10.2021 को प्रेम प्रसंग को लेकर महिला के पति और परिजनों द्वारा एक युवक के साथ लाठियों से मारपीट कर हत्या कर दी थी, जिसमें मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपी राउंड अप किए जा चुके हैं अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.

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