PoliTalks.news/Maharashtra. एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) सुसाइड मामले की तफदीश जैसे जैसे आगे बढ़ रही है, बयानबाजी का दौर भी रफ्तार पकड़ रहा है. पहले सीबीआई जांच को लेकर महाराष्ट्र सरकार के नेताओं और बिहार नेताओं में आपसी जुबानी जंग छिड़ी हुई थी, अब जब मामला सीबीआई के पास आ गया है तो ये जंग और तेज हो चली है. मीडिया द्वारा इस मामले को पहले ही काफी हाईक मिल रही है. इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता माजिद मेमन ने एक विवादित बयान देते हुए कहा कि सुशांत अपने जीवनकाल के दौरान उतने प्रसिद्ध नहीं थे, जितने कि अपनी मौत के बाद हो गए.
हालांकि विवादित बयान पर बवाल होते देख माजिद मेमन ने अपने शब्द वापिस लेते हुए कहा कि सुशांत के मेरे ट्वीट पर काफी बवाल मच रहा है. इसका मतलब ये नहीं है कि सुशांत अपने जीवन काल के दौरान लोकप्रिय नहीं थे या उन्हें न्याय नहीं मिलना चाहिए? ऐसा हरगिज नहीं है. ट्वीट में किसी भी तरह की इन्सल्ट या अपमानजनक जैसा कुछ भी नहीं है.
There is so much noise on my tweet on Sushant . Does it mean that Sushant was not popular during his life time or that he should not get justice ? Certainly not. Misinterpretation should be avoided.The tweet doesnot in any way insults or belittle him.
— Majeed Memon (@advmajeedmemon) August 12, 2020
एनसीपी नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य माजिद मेमन (Majeed Memon) ने मीडिया की ओर से उठाए जा रहे इस मुद्दे पर कई सवाल भी खड़े किए. माजिद मेमन ने कहा कि सुशांत अपने जीवनकाल के दौरान उतने प्रसिद्ध नहीं थे, जितने कि अपनी मौत के बाद हो गए. मीडिया सुशांत को कुछ ज्यादा ही स्पेस दे रहा है. मेमन ने ये भी कहा कि मीडिया प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति से कहीं ज्यादा तवज्जो दे रहा है.
Sushant was not as famous during his lifetime as he is after his death. The space in media he is occupying nowadays is perhaps more than our PM or President of US !
— Majeed Memon (@advmajeedmemon) August 12, 2020
सुशांत मामले पर हो रहे हो हल्ला पर माजिद मेमन ने कहा कि जब कोई अपराध जांच चरण में होता है तो गोपनीयता को बनाए रखना पड़ता है. महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र करने की प्रक्रिया में हर पहलू को सार्वजनिक करना सच्चाई और न्याय के हित पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.
When a crime is at investigation stage, secrecy has to be maintained. Publicising every development in the process of collecting vital evidence adversely affects the interest of truth and justice.
— Majeed Memon (@advmajeedmemon) August 12, 2020
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गौरतलब है कि एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत मिस्ट्री की जांच कई दिशाओं में बंटी हुई है. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार से इस मामले में पूछताछ कर रहा है. इससे पहले बिहार पुलिस कई बार मुंबई पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप जड़ चुकी है. इधर, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस सहित कई बड़े नेता इस मामले की गहन जांच की मांग कर रहे हैं. मंत्री आदित्य ठाकरे का नाम भी इस केस में उछाला जा रहा है. इसी बीच सुशांत के परिवार ने अपना सारा दर्द एक चिट्ठी लिखकर जाहिर किया है. इस चिट्ठी में इस परिवार की जिंदगी की जंग का पूरा ब्यौरा है. साथ ही ये एक इशारा है कि मुंबई में सुशांत हनी ट्रैप गैंग का शिकार हुआ था.
ये चिट्टी बताती है कि कैसे सुशांत के परिवार ने जिंदगी की तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए हर उस तकलीफ को भुलाकर आगे बढ़ने का माद्दा दिखाते हुए सुशांत को उस जगह तक पहुंचाने में मदद की जहां वो पहुंचे थे. चिट्टी के इस हिस्से में सुशांत को सुशांत बनाने की असली कहानी की झलक दिखती है. इस चिट्ठी में परिवार ने इशारा किया है कि उन पर केस वापिस लेने का दबाव बनाया जा रहा है.