पॉलिटॉक्स न्यूज/यूपी. नियम और कानून सब के लिए एक जैसे होते हैं, फिर वो आम आदमी हो या खास. इसी कहावत को चरितार्थ किया है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने, जिन्होंने सत्ता की बागड़ौर अपने हाथ में होने के बावजूद नियमों से समझौता नहीं किया जिसके चलते उन्हें अपने पिता के अंतिम दर्शन में शामिल होना तक नसीब नहीं हो पा रहा है. यहां तक की जब उन्हें अपने पिता की मृत्यु का समाचार मिला, तब योगी कोविड-19 पर चल रही टीम-11 की मीटिंग ले रहे थे, लेकिन बावजूद इसके बैठक यथावत चलती रही. रामायण में राम का किरदार निभा चुके अभिनेता अरुण गोविल ने मुख्यमंत्री योगी के इस कदम की सराहना की और कहा कि सीएम योगी ने अपनी कर्तव्यनिष्ठा और कर्तव्यपरायणता का बेजोड़ उदाहरण पेश किया है.
दरअसल योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का सोमवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. वे 89 साल के थे. मुख्यमंत्री को कोविड-19 पर चल रही टीम-11 की मीटिंग के दौरान ही पिता की दुखद मृत्यु की सूचना दी गई, लेकिन मीटिंग रुकी नहीं और वह चलती रही. बाद में योगी ने कहा कि पिता के अंतिम दर्शन की इच्छा थी लेकिन लॉकडाउन हटने के बाद ही वे घर जा पाएंगे. यहीं नहीं योगी आदित्यनाथ ने अंतिम संस्कार में कम से कम लोगों के शामिल होने की अपील करके आम जनता को ये आदर्श उदाहरण दिया है कि वे खास होकर भी एक आम आदमी हैं और जनता के सेवक है. इस वजह से जो नियम आम जनता पर लागू होते हैं, वही एक मुख्यमंत्री पर भी निश्चित तौर पर लागू होंगे.
धारावाहिक रामायण के पुनः प्रसारण के बाद से देश में सबसे चर्चित राम का अभिनय करने वाले अभिनेता अरुण गोविल ने एक ट्वीट करते हुए सीएम योगी के पिता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. साथ ही दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करने की प्रार्थना की.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के पिताजी श्री आनंद सिंह बिष्ट जी के दुःखद निधन पर मेरी गहरी संवेदनाए। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करें एवं शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दे#योगीआदित्यनाथ #YogiAdityanath #योगी_मॉडल pic.twitter.com/EMeXvYsnEi
— Arun Govil (@avraj1008) April 20, 2020
सीएम योगी के पिता की मृत्यु से पहले किए अपने एक अन्य ट्वीट में अरुण गोविल ने लिखा कि बीमार पिता को छोड़कर प्रदेश की जनता की रक्षा के लिए सीएम योगी ने अपनी कर्तव्यनिष्ठा और कर्तव्यपरायणता का बेजोड़ उदाहरण पेश किया है. माननीय मुख्यमंत्री योगी के पिता जी एम्स में भर्ती हैं, हालत काफी नाजुक है फिर भी अपने कर्तव्यों से डिगे नहीं.
बीमार पिता को छोड़कर अपनी कर्तव्यनिष्ठा, कर्तव्यपरायणता का बेजोड़ उदाहरण पेश किया है। माननीय मुख्यमंत्री योगी जी के पिता जी एम्स में भर्ती है, हालत काफी नाजुक है फिर भी अपने कर्तव्यों से डिगे नहीं।#योगी_मॉडल #योगी_आदित्यनाथ #YogiAdityanath pic.twitter.com/9bVvpJWWok
— Arun Govil (@avraj1008) April 20, 2020
रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी ने भी योगी के इस फैसले की तारीफ करते हुए लिखा कि एक बेटे के लिए इससे मुश्किल फैसला क्या होगा कि वो पिता को मुखाग्नि ना दे पाए लेकिन देशहित में ऐसा निर्णय औरों को भी लॉक डाउन का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा.
https://twitter.com/Arvind_Trivedi_/status/1252210467218640898?s=20
पिता की मृत्यु के समाचार मिलने के बाद योगी आदित्यनाथ ने एक भावुक चिट्ठी लिखते हुए पिता के अंतिम संस्कार में शामिल न हो पाने की अपने परिवार सूचना दी. वजह रही कि देश में इस समय लॉकडाउन चल रहा है और घरों से बाहर निकलने और आने जाने पर मनाही है. उनके इस फैसले और आदर्श उदाहरण की देशभर में और सोशल मीडिया पर भी जमकर तारीफ हो रही है.
पत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, ‘वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई के कारण मैं अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाऊंगा. लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ जाऊंगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने खत में लिखा, ‘पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख और शोक है, वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं. जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम और नि:स्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया. अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी.’
पत्र में योगी आदित्यनाथ ने आगे लिखा, ‘वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्यबोध के कारण मैं अंतिम दर्शन न कर सका. कल 21 अप्रैल को लॉकडाउन के कारण अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा.’
अंत में लोगों से अपील करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, ‘मैं सभी सदस्यों से अपील करता हूं कि लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार में रहें. पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा.’
इसी कड़ी में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम योगी के पिता के निधन पर शोक जाहिर करते हुए परिवार के सदस्यों को नुकसान सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की.
My heartfelt condolences at the passing away of Anand Singh Bisht ji, father of UP CM Yogi Adityanath ji. May his soul rest in peace.
May God give Yogi ji and his family members strength to bear the loss.— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 20, 2020
वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी योगी के पिता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत पुण्यात्मा को आत्म शांति तथा शोक-संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की.
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी के पिता श्री आनंद सिंह बिष्ट जी के देवलोकगमन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। मैं ईश्वर से दिवंगत पुण्यात्मा को शांति तथा शोक-संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करती हूं।
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) April 20, 2020