पॉलिटॉक्स न्यूज. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल को दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा संकट बताते हुए कहा कि आज दुनियाभर की नजरें भारत पर टिकी हैं. पहले वैश्विकरण को लेकर आर्थिक मसले पर चर्चा होती थी, लेकिन अब मानवता के आधार पर चर्चा करना जरूरी होगा. आज स्वास्थ्यकर्मी एक सैनिक की तरह काम कर रहे हैं और देश के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. आज देश में पीपीई किट, N-95 मास्क बन चुके हैं और सब मेड इन इंडिया हैं. यही वजह है कि दुनियाभर की नजरें भारत के डॉक्टर्स पर लगी हुई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कर्नाटक की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस (RGUHS) के सिल्वर जुबली कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर सीएम बीएस येदियुरप्पा भी मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने फिर की ‘मन की बात’, कहा- कोरोना के खिलाफ लड़ाई का लंबा है रास्ता
Addressing the 25th anniversary programme of RGUHS. https://t.co/tCchT1oEgA
— Narendra Modi (@narendramodi) June 1, 2020
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद आज सबसे बड़ा संकट आया है, जैसे विश्व युद्ध के बाद दुनिया बदल गई थी, वैसे ही कोरोना के बाद दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी. पहले वैश्विकरण को लेकर आर्थिक मसले पर चर्चा होती थी, लेकिन अब मानवता के आधार पर चर्चा करना जरूरी होगा. स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए भारत ने पिछले 6 साल में बड़े फैसले लिए हैं और हम चार पिलर पर काम कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: कर्नाटक में फिर हो सकता है तख्ता पलट! येदियुरप्पा को घेरने में जुटे लिंगायत नेता
There are three things on which I would urge maximum discussion and participation.
One is – advances in tele-medicine.
Can we think of new models that make tele-medicine popular on a larger scale: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 1, 2020
संबोधन में पीएम मोदी बोले कि हमारा लक्ष्य है कि देश में वैश्विक लेवल की मेडिकल सुविधाएं शुरू की जाएं, इसके अलावा हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने का लक्ष्य रखा गया है. आज आयुष्मान भारत की वजह से देश में एक करोड़ से अधिक लोगों को राहत पहुंची है और उनका मुफ्त में इलाज हुआ है.
I would like to highlight the success of India’s National Nutrition Mission that is helping youngsters and their Mothers.
India is working twenty four by seven to eliminate TB by 2025.
This is five years ahead of the global target of 2030: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 1, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले कि आज स्वास्थ्यकर्मी एक सैनिक की तरह काम कर रहे हैं और देश के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. कोरोना वायरस नहीं दिखता है, लेकिन कोरोना वारियर्स की मेहनत आज दिख रही है. पीएम ने कहा कि दुनियाभर की निगाहें आज भारत के डॉक्टरों पर टिकी हैं. मिशन इंद्रधनुष, आयुष्मान भारत समेत कई अहम योजनाओं ने देश के स्वास्थ्य सिस्टम में एक नई जान फूंकी है.
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार ने बीते एक साल में खत्म किया 70 वर्षों का दंश, कोरोना प्रबंधन को लेकर दुनियाभर में हो रही तारीफ
मेक इन इंडिया के तहत स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में पीपीई किट, N-95 मास्क बन चुके हैं और सब मेड इन इंडिया हैं.
The other is related to ‘Make in India’ in the health sector.
The initial gains in this make me optimistic.
Our domestic manufacturers have started production of PPEs and have supplied about 1 crore PPEs to Covid warriors: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 1, 2020
देश में आरोग्य सेतु ऐप बनाई गई है और अबतक 12 करोड़ लोग इसे डाउनलोड कर चुके हैं.
Third is- IT related tools for healthier societies.
I am sure you have heard of “ArogyaSetu.”
12 crore health-conscious people have downloaded it. This has been very helpful in the fight against Coronavirus: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 1, 2020
देश में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ हो रही अमानवीय घटनाक्रम का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आगे से जो भी ऐसा करेगा, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. सरकार की ओर से स्वास्थ्यकर्मियों के लिए इंश्योरेंस की सुविधा की गई है.
I want to state it clearly- violence, abuse and rude behaviour against front-line workers is not acceptable: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 1, 2020