पॉलिटॉक्स ब्यूरो. देश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध और तीन देशों के अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने के बहस के बीच पाकिस्तान में सिखों पर अत्याचार की नई तस्वीर सामने आई है. पाकिस्तान में ननकाना साहिब (Nankana Saheb) गुरुद्वारे पर शुक्रवार को सैकड़ों लोगों की भीड़ ने पथराव किया और नाम बदलने की धमकी दी. इस हमले को लेकर भारत ने एक्शन लेते हुए पाकिस्तान में सिख समुदाय की सुरक्षा की मांग की. देश में सीएए के के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के बीच पाक में अल्पसंख्यक समुदाय पर हुए इस हमले को बीजेपी भुनाने में जुट गई है.
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अब ये मामला (Nankana Saheb) सोशल मीडिया के जरिए जोर शोर से उठाया जा रहा है. ट्वीटर पर एक बीजेपी नेता ने विपक्ष से पूछा क्या कांग्रेस को अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के और सबूत चाहिए? वहीं कांग्रेस भी पलटवार करने में लगी हुई है.
“ननकाना साहिब में एक भी सिख़ ना रहने देना …इस्लाम के नाम पे”
यह धमकी दी जा रही थी पाकिस्तान में हमारे सिख़ भाइयों को …इन कांग्रेसियों को “Minority Religious Persecution” का और सबूत चाहिए?
@RahulGandhi , @priyankagandhi आप के लिए ये सबूत काफ़ी है या और चाहिए? pic.twitter.com/FdzdvVKqpc— Sambit Patra (@sambitswaraj) January 4, 2020
किसी भाषा में अनुवाद करने की जरूरत नहीं है, सब जानते हैं कि यह "संघी" भाषा है।
इस भाषा में कुछ दिन पहले इंडिया गेट पर "गोली मारो.." के नारे भाजपा नेताओं द्वारा लगाए जा रहे थे।
दोनों तरफ से एक जैसे झूठे वीडियो ट्वीट हो रहे हैं, एक जैसी भाषा बोली जा रही है।
सभी क्रोनोलोजी समझें। https://t.co/88Bt7lh5kz
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) January 4, 2020
ननकाना साहिब हमला 1955 के पंत-मिर्जा समझौते का उल्लंघन है. इसके तहत भारत और पाकिस्तान यह सुनिश्चित करने व हर संभव प्रयास करने के लिए बाध्य हैं कि वह ऐसे पूजा स्थलों की पवित्रता को संरक्षित रखें, जिनमें दोनों देशों के श्रद्धालु जाते हैं. भारत ने पाकिस्तान से सिख समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया है.
What the Muslim fundamentalists have done in Nankana saheb is utterly reprehensible and totally condemnable . What kind of third grade sub human and inferior quality people can behave this way with a vulnerable group of another community
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 3, 2020
पाकिस्तान के नानकाना साहिब गुरुद्वारे पर धार्मिक उन्मादियों का हमला प्रमाण है कि वहां अल्पसंख्यकों के साथ बुरा बर्ताव होता है!
किंतु कांग्रेस पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हुई प्रताड़ना को कब स्वीकारेगी!
कब समझेगी कांग्रेस, कब समझेंगे उसके नेता? https://t.co/Wxr7fnzDQX
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) January 4, 2020
The attack on Nankana Sahab is reprehensible & must be condemned unequivocally .
Bigotry is a dangerous, age old poison that knows no borders.
Love + Mutual Respect + Understanding is its only known antidote.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 4, 2020
पाकिस्तान स्थित गुरुनानक देव जी के जन्मस्थान गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पर शुक्रवार को उग्र भीड़ द्वारा किया गया हमला अति-निन्दनीय। अपना देश स्वाभाविक तौर पर इससे चिन्तित है। इस मामले में केन्द्र सरकार को जरूर दखल देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी कोई अप्रिय व अशोभनीय घटना न हो।
— Mayawati (@Mayawati) January 4, 2020
ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुआ हमला मानवता के आदर्शों व धार्मिक मूल्यों को शर्मसार करने वाली घटना है।
इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान की सरकार ज़िम्मेवार है।
इस घटना की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
पाकिस्तान की सरकार ननकाना साहिब की सुरक्षा सुनिश्चित करे। pic.twitter.com/15mzOIFTH9
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 4, 2020
पाकिस्तान के नानकाना साहिब गुरुद्वारे पर धार्मिक उन्मादियों का हमला प्रमाण है कि वहां अल्पसंख्यकों के साथ बुरा बर्ताव होता है!
And therefore, #IndiaSupportsCAA .किंतु कांग्रेस पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हुई प्रताड़ना को कब स्वीकारेगी!
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) January 4, 2020
Hey world, just a piece of advice. Don’t vote for the conservatives. Stay away from them. They will be responsible for our worlds demise.
— Sonam K Ahuja (@sonamakapoor) January 4, 2020
गौरतलब है कि पाकिस्तान में ननकाना साहिब (Nankana Saheb) गुरुद्वारे पर शुक्रवार को सैकड़ों लोगों की भीड़ ने पथराव किया और गुरुद्वारे का नाम बदलने की धमकी दी. हमले के दौरान काफी संख्या में सिख श्रद्धालु गुरुद्वारे के अंदर फंस गए. सूत्रों का कहना है कि भीड़ का नेतृत्व मोहम्मद हसन के परिवार ने किया था, जिसने एक सिख लड़की जगजीत कौर का अपहरण और धर्म परिवर्तन किया था. इस मामले में वे लोग उनके खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे.