सीएम गहलोत ने दिए स्पष्ट निर्देश, भ्रष्टाचारी चाहे छोड़ा हो या बड़ा, किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा

मुख्यमंत्री गहलोत ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय पहुंच कर ली हाई लेवल मीटिंग, अब एक कॉमन नम्बर से भ्रष्टाचारी जाएंगे जेल, आमजन से की एसीबी के काम मे सहयोग करने की अपील

Anti Corruption Bureau
Anti Corruption Bureau

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को दिल्ली से जयपुर लौटे और सीधे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) मुख्यालय पहुंचे, जहां एक हाई लेवल समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने आमजन से भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा सरकार का सहयोग करने की अपील की. सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार अपने हिसाब से तो भ्रष्टाचार से निपट ही रही है लेकिन एसीबी के कामों में और ज्यादा पारदर्शिता आ सके, एसीबी का काम और बेहतर हो सके इसके लिए आमजन की भूमिका अहम है. आमजन का जितना सहयोग होगा एसीबी का काम उतना ही अच्छा होगा. बता दें, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने पिछले कार्यकाल में भी एसीबी (Anti Corruption Bureau) विभाग की समीक्षा करने खुद एसीबी मुख्यालय पहुंचे थे.

मुख्यमंत्री गहलोत ने हाई लेवल बैठक के बाद मीडिया को बताया कि सरकार एक ऐसा नंबर जारी करने पर विचार कर रही है जिससे आमजन की एसीबी (Anti Corruption Bureau) तक पहुंच और सुगम हो सके और वो अपनी शिकायत आसानी से दर्ज करवा सके. इसमें शिकायतकर्ता का नाम गुप्त रखा जाएगा और ट्रेप करवाने के बाद संबंधित विभाग उसे तंग नहीं करे इसके लिए भी सरकार उचित व्यवस्था करेगी. सीएम ने कहा एसीबी का तंत्र और मजबूत किया जाएगा. वहीं भ्रष्टाचार की शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि आय से अधिक संपत्ति की शिकायतों का सर्वे भी करवाया जाएगा.

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मुख्यमंत्री गहलोत ने विश्वास जताते हुए कहा कि आम बोलचाल में एक जुमला होता है कि सब छोटी मछली पकड़ते है, बड़ी मछली को नहीं. लेकिन ऐसा नहीं है, एसीबी सिर्फ छोटी ही नहीं बल्कि बड़ी मछलियों को भी पकड़ेगी. मुख्यमंत्री ने साफ़ सन्देश दिया कि भ्रष्टाचारी चाहे छोड़ा हो या बड़ा, उन्हें किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा. वहीं, एसीबी (Anti Corruption Bureau) को अब वित्त विभाग से ट्रांसक्रिप्शन सॉफ्टवेयर की स्वीकृति भी दे दी गई है, जिससे एसीबी का काम अब और ज्यादा हाईटेक बनेगा.

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) मुख्यालय में करीब एक घंटे चली इस मीटिंग में एसीएस होम राजीव स्वरूप, सीएम सचिव कुलदीप रांका, एसीबी डीजी आलोक त्रिपाठी, एडीजी सौरभ श्रीवास्तव, आईजी दिनेश एमएन सहित अन्य आयला अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश के भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों के साथ एसीबी के कामकाज की समीक्षा की और भ्रष्टाचारियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए.

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