उपचुनाव में हार के बाद निकाय चुनावों में पिछड़ी बीजेपी, पूनियां ने लगाए सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के आरोप

अपनी विफलता को छुपाते हुए पूनियां ने कहा कि 1994 से अभी तक जो भी सत्ताधारी दल रहा है चाहे वो भाजपा हो या कांग्रेस, उसे निश्चित रूप से सत्ता पक्ष का फायदा हुआ है और चुनावों का नतीजा सरकार के पक्ष में आता रहा है

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के 49 निकायों के 2105 वार्डों के लिए हुए निकाय चुनावों के परिणाम मंगलवार को घोषित किए गए. 2105 वार्डों में से सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को जहां 961 वार्डों में जीत प्राप्त हुई है तो भाजपा ने 737 वार्डों में जीत दर्ज की है. वहीं इन निकाय चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशियों का भी दबदबा देखने को मिला जिन्होंने 386 सीटों पर अपना कब्जा किया. इस तरह जबकि ये बिलकुल स्पष्ट हो गया है कि पहले विधानसभा चुनाव फिर उपचुनाव और अब निकाय चुनावों में कांग्रेस का पंजा कमल के फूल पर पर भारी पड़ा है लेकिन बीजेपी (Satish Poonia Made Allegations) इसको स्वीकार करने के बजाय उल्टा इस जनादेश को कांग्रेस के खिलाफ बता रही है.

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने प्रदेश में आये 49 निकायों के परिणामों पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा (Satish Poonia Made Allegations) कि घोषित हुए नगर निकाय के चुनाव परिणामों ने यह साबित कर दिया कि सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करके भी कांग्रेस अपने पक्ष में राजस्थान की जनता को नहीं कर पाई है. पूनियां ने कहा कि निकाय चुनाव में जनादेश किसी भी सुरत में कांग्रेस के पक्ष में नहीं रहा है. उसका प्रत्यक्ष उदाहरण उदयपुर, बीकानेर व भरतपुर नगर निगम में जनता ने भाजपा को आशीर्वाद दिया है. पूनिया ने आगे कहा कि जनता ने जो जनादेश भाजपा को दिया है, वो हम विनम्रता के साथ स्वीकार करते है.

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वहीं कांग्रेस पर आरोप लगाते (Satish Poonia Made Allegations) हुये पूनियां ने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से येनकेन प्रकारेण नगर निकाय का चुनाव जीतने के लिये सरकार हथकण्डे अपना रहीं थी. सबसे पहले अप्रत्यक्ष चुनाव को प्रत्यक्ष किया और फिर जो परिसीमन 2021 में होना था, उसको अपने तरीके से 2019 में करवा लिया और अपनी सुविधा अनुसार वार्ड भी बनवा लिये. उसके बाद सरकार ने घोषणा की वो प्रत्यक्ष चुनाव करवायेंगे, लेकिन प्रत्यक्ष चुनाव में कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के बाद अपनी हार नजर आने लगी साथ ही राजस्थान में बढ़ता अपराध, किसानों की कर्ज मांफी, बेरोजगारी भत्ता जैसे मुद्दे, सरकार की विफलता बनकर हावी हो जाते, तो इसलिये सरकार ने अपने ही फैसले को बदल दिया.

इसके साथ ही पूनियां ने कांग्रेस पर आरोप (Satish Poonia Made Allegations) लगाते हुए कहा कि पहले तो सरकार ने जाति और धर्म के नाम वार्डों का पुनर्सीमांकन करते हुए छोटे-छोटे वार्ड बनाए फिर सरकार की मशीनरी को अपने विधायकों और मंत्रीयों को साम, दाम, दण्ड, भेद का इस्तेमाल करके कांग्रेस को चुनाव जीताने के अभियान में लगा दिया और उसका परिणाम भी सामने आया कि जहां पर मतदाताओं की संख्या अधिक थी, वहां पर कांग्रेस पार्टी चुनाव हार गई वहीं जहां पर बहुत थोडे़ मतदाता थे, वहां पर इन्होंने सरकार के प्रभाव का इस्तेमाल करके चुनाव जीतने का प्रयास किया.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने अपनी विफलता को छुपाते हुए यह भी स्वीकार किया कि 1994 से अभी तक जो भी सत्ताधारी दल रहा है चाहे वो भाजपा हो या कांग्रेस, उसे निश्चित रूप से सत्ता पक्ष का फायदा हुआ है और चुनावों का नतीजा सरकार पक्ष में आता रहा है.वहीं पूनियां ने दावा करते हुए कहा कि उदयपुर, बीकानेर, भरतपुर तीनों निगमों में भाजपा को बढ़त मिली है, जिससे स्पष्ट रूप से भाजपा के निगम वहां बन रहें है. (Satish Poonia Made Allegations) भरतपुर की 65 में से महज 22 सीटें जितने के बाद भी वहां बोर्ड बनाने का पूनियां ने दावा किया.

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