पॉलिटॉक्स ब्यूरो. आखिर नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा से भी पास हो गया. बिल (CAB Bill) के पक्ष में 125 और विपक्ष में 105 वोट पड़े. शिवसेना के तीनों और अन्य दो सांसद वोटिंग से दूर रहे. बिल लोकसभा में पहले ही पास हो चुका है. अब इसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेजा जाएगा और उसके बाद नागरिकता संशोधन बिल एक कानून बन जाएगा. बिल में अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, ईसाई, पारसी सहित 6 जातियों के शरणार्थियों को एक निश्चित समय के बाद भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में दोपहर 12 बजे नागरिकता संशोधन बिल (CAB Bill) को पेश किया. जिसके बाद सदन में बिल पर चर्चा हुई. वैसे तो चर्चा का समय 6 घंटे निर्धारित था लेकिन चर्चा के बाद सांसदों का जवाब देते देते 8 घंटे से ज्यादा का समय लगा. उसके बाद वोटिंग में एक बार फिर भाजपा का पलड़ा भारी रहा और सत्ताधारी पार्टी एक और ऐतिहासिक बिल पारित कराने में कामयाब हो गई.
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राज्यसभा में कुल सदस्य 245 हैं लेकिन फिलहाल पांच सीटें खाली है. इसके चलते राज्यसभा में मौजूद सांसदों की संख्या 240 है. स्वास्थ्य कारणों की वजह से 5 सांसद सदन से अनुपस्थित रहे. ऐसे में सदन के सदस्यों की कुल संख्या घट कर सिर्फ 235 रह गई. वोटिंग में 5 सदस्यों ने भाग नहीं लिया और कुल 230 वोट ही पड़े. (CAB Bill)
गौर करने वाली बात ये है कि एनडीए के घटक सांसदों की संख्या 112 है लेकिन बीजेपी के पक्ष में 125 वोट पड़े. यानि कहा जा सकता है कि जदयू के अलावा कई अन्य पार्टियों के वोट भी बीजेपी को मिले जिन्होंने नागरिकता संशोधन बिल के पक्ष में वोटिंग की. (CAB Bill)