महाराष्‍ट्र में बीजेपी के नये नवेले प्रदेश अध्‍यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने आते ही महाराष्ट्र की राजनीति में एकदम से हलचल मचा दी है. पाटिल ने बयान दिया है कि कर्नाटक और गोवा के बाद अब कांग्रेस को महाराष्‍ट्र में बड़ा झटका लगने वाला है. उन्होंने कहा कि राकांपा और कांग्रेस के विधायक पार्टी से इस्तीफा देंगे और बीजेपी में शामिल होंगे. चन्द्रकान्त पाटिल के इस बयान के बाद महाराष्‍ट्र कांग्रेस और एनसीपी के खेमों में खलबली मच गई है. महाराष्‍ट्र में विधानसभा चुनावों में बमुश्किल 3 महीने रह गए हैं. ऐसे में उनका यह बयान सच में कांग्रेस सहित अन्य दलों की धड़कने बढ़ाने जैसा है.

सोलापुर के सरकारी रेस्‍ट हाउस में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि कर्नाटक और गोवा के बाद अब कांग्रेस को महाराष्‍ट्र में बड़ा झटका लगने वाला है, पाटिल ने दावा किया कि कांग्रेस सहित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कई विधायक सत्तारूढ़ बीजेपी के संपर्क में हैं और आने वाले 8 से 10 दिनों के भीतर कई कांग्रेसी और एनसीपी के विधायक इस्‍तीफा दे देंगे.

पाटिल ने पत्रकारों से कहा, ‘अगर विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले विपक्षी विधायकों ने इस्तीफा दे दिया होता, तो इससे उपचुनावों में उन्हें सुविधा होती. अब विधानसभा चुनाव मुश्किल से तीन महीने दूर हैं और आने वाले 8-10 दिनों में कांग्रेस और राकांपा के कई विधायक इस्तीफा दे देंगे. उनके कई विधायक हमारे संपर्क में हैं. उन्हें उचित समय पर पार्टी में प्रवेश दिया जाएगा.’ हालांकि पाटिल ने किसी भी विधायक के नाम का खुलासा करने से साफ तौर पर इनकार कर दिया. पाटिल ने कहा – “नामों का खुलासा करने के बाद मज़ा कहाँ है, जीवन का आनंद अपनी अनिश्चितता में है”।

पाटिल ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के शीर्ष नेतृत्व ने हाल के लोकसभा चुनावों में लोगों का विश्वास खो दिया है. अपने शीर्ष नेतृत्व (राहुल गांधी) के इस्तीफा देने में व्यस्त होने के बाद कोई कैसे उम्मीद कर सकता है कि वे पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि एनसीपी और कांग्रेस के बागी नेताओं के बीजेपी में टिकट दिए जाने के बाद पार्टी के पुराने नेताओं के साथ कोई अन्याय नहीं होगा.

उम्मीदवार के चयन के संबंध में पाटिल ने कहा, ‘यदि हम किसी उम्मीदवार की जीत की संभावना को देखते हैं तो ही प्रत्याशी को टिकट देते हैं. लोकसभा चुनावों में प्रदेश की सीटों पर बदले गए प्रत्याशी इसके उदाहरण हैं. बीजेपी-शिवसेना इस तरह से अपनी रणनीति बना रही है कि हमारा गठबंधन कम से कम 220 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल कर सके.

पाटिल ने गठबंधन के सवाल पर कहा कि बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन के सवाल पर कोई अस्पष्टता नहीं है. उन्होंने कहा कि गठबंधन के बारे में केवल प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पता है.

वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने कांग्रेस के विधायकों के इस्तीफे देने और भाजपा में शामिल होने की बात को ‘हंसने योग्य’ बताया है. थोरात ने कहा कि चंद्रकांत पाटिल ऐसा कहकर विधानसभा चुनाव से पहले भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. कोई भी कांग्रेसी विधायक बीजेपी में शामिल होने नहीं जा रहा है. महाराष्‍ट्र में बीजेपी की ऐसी चालें काम नहीं आने वाली हैं.

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