देश में फैली CAA के विरोध की आग, यूपी में सपा सांसद सहित 19 के खिलाफ FIR दर्ज, पुलिस के मना करने के बावजूद जामा मस्जिद पहुंचे रावण

यूपी के 15 शहरों में 48 घंटे तक इंटरनेट बंद, कई इलाकों में कॉलिंग-एसएमएस सेवाएं बैन, 250 से अधिक गिरफ्तार, कर्नाटक में पुलिस एवं उपद्रवियों के बीच लाठी-भाटा जंग, दिल्ली के 12 इलाकों में धारा 144 लागू

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. नागरिकता संशोधित कानून (CAA) के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी है. उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और दिल्ली में विरोध प्रदर्शन हिंसात्मक हो चुका है. यूपी के 15 शहरों में इंटरनेट सेवा पर 48 घंटों तक रोक लगा दी गई है. कई शहरों में कॉलिंग और एसएमएस सेवाएं भी अगले आदेश तक बैन हैं. लखनऊ में गुरुवार को हुई हिंसा के बाद राज्य सरकार ने शनिवार दोपहर तक मोबाइल इंटरनेट एवं एसएमएस सेवाएं बंद दी हैं. यह आदेश 19 दिसंबर को दोपहर बाद तीन बजे से 21 दिसंबर को दोपहर 12 बजे तक प्रभावी रहेगा. सोशल मीडिया पर किसी तरह के दुष्प्रचार और लोगों की भावनाएं भड़काने वाली कोई पोस्ट को प्रसारित होने रोकने के लिए ये कदम उठाया गया है. कर्नाटक और अहमदाबाद में भी तेज प्रदर्शन की खबरे आ रही हैं. देशभर में अब तक हिंसा मामलों में दो हजार से अधिक लोगों की हिरासत में लिए जाने की सूचना है.

लखनऊ सहित गाजियाबाद, संभल, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, बरेली, आगरा, पीलीभीत, प्रयागराज, मऊ, आजमगढ़, फिरोजाबाद और हमीरपुर में मोबाइल इंटरनेट और SMS सुविधा 21 दिसंबर तक सस्पेंड कर दी गई है. प्रशासन ने गाजियाबाद में शुक्रवार रात 10 बजे तक इंटरनेट बंद करने के आदेश दिए है. वहीं बरेली में शनिवार सुबह तक के लिए इंटरनेट पर रोक है. बरेली में शनिवार तक स्कूलों को भी बंद किया गया है. गोरखपुर में प्रदर्शन रैली पर बैन लगा दिया गया है.

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लखनऊ हिंसा में 150 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. संभल में हुई हिंसा में 250 से अधिक अज्ञात और 10 नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मंगलौर में दो और लखनऊ में एक की मौत की खबर है. समाजवादी पार्टी (एसपी) सांसद शफीकुर्रहमान और जिलाध्यक्ष फिरोज खान सहित 19 के खिलाफ FIR दर्ज हुई है.

कर्नाटक के बेंगलुरु में आज भी CAA के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. एहतियात के तौर पर पुलिस की ओर से धारा 144 लगाई गई है. यहां उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग लगा दी और पुलिस पर पत्थर फेंके. गुरुवार को भी कर्नाटक में काफी विवाद हुआ था. मंगलौर में प्रदर्शन के दौरान दो की मौत भी गई थी. कर्नाटक सरकार ने दक्षिण कन्नड जिले में अगले 48 घंटों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी.

वहीं अहमदाबाद में सीएए पर विरोध प्रदर्शन अपना हिंसा की ओर रुख कर रहा है. शहर में आज सुबह पुलिस और उपद्रवियों के बीच की जंग लाठी-भाटा जंग में बदल गई. लोगों ने पुलिसकर्मियों को घेर उन पर पत्थरबाजी शुरु कर दी. कुछ पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं. वहीं कुछ पुलिसकर्मी एक दुकान में घुस गए जहां उपद्रवियों ने जमकर उन पर पत्थर फेंके. अहमदाबाद हिंसा में 19 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है. अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर आशीष भाटिया के अनुसार, शहर के शाह आलम क्षेत्र में हुई हिंसा में 32 लोग हिरासत में लिए गए हैं. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है.

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राजधानी दिल्ली में भी नागरिकता कानून पर विरोध प्रदर्शन पहले से तेज हो चला है. उत्तरी पूर्वी दिल्ली के 12 थाना इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है. पुलिस का भारी जाब्ता यहां मोर्चा संभाले हुए हैं. ड्रोन से सुरक्षा और निगरानी की जा रही है. 50 से अधिक उपद्रवियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है. द्वारका और नजफगढ़ में भी धारा 144 लगाई गई है. जामिया इलाके से धारा 144 फिलहाल हटा ली गई है. पुलिस का फ्लैग मार्च लगातार जारी है. तीन मेट्रो स्टेशन अभी भी बंद हैं.

दूसरी ओर, पुलिस प्रशासन के इजाजत न मिलने के बावजूद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने शांति पूर्व तरीके से कानून के विरोध में पैदल मार्च निकालने की घोषणा की. खबर लिखने तक वे यहां पहुंचे और लोगों को जामा मस्जिद पहुंचे का आव्हान किया. जमाज को देखते हुए जामा मस्जिद पर आरएएफ और पुलिस का भारी जाब्ता जमा है. पुरानी दिल्ली में हालात सामान्य बताए जा रहे हैं.

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