पॉलिटॉक्स न्यूज/एमपी. मध्य प्रदेश में तीन सीटों के लिए होने वाले राज्यसभा चुनाव में बीजेपी की दो सीटों पर जीत तय है. कांग्रेस ने सभी तोड़ फोड़ या उठा पटक वाली संभावनाओं से अपने आपको दूर कर लिया है. कल होने वाले चुनाव में वोट डालने की तैयारियों को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर सभी विधायकों को बुलाया गया. यही पर मॉक पोल हुआ. विधायकों के अलावा बंगले में पार्टी के विधायकों और सीनियर नेताओं के अलावा किसी को एंट्री नहीं दी. यहां क्रांस वोटिंग के भय के चलते दो अतिरिक्त विधायकों को भी राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को वोट डालने के निर्देश दिए गए हैं. वोटिंग के दिन कमलनाथ के घर से एक साथ सभी विधायक चुनाव के लिए जाएंगे.
मॉल पोल में सीनियर नेताओं ने विधायकों को वोट करने के बारे में बताया गया. उन्हें क्या-क्या और कैसे करना है, इसे करके दिखाया गया. सीनियर नेताओं में सुरेश पचौरी जैसे वरिष्ठ भी शामिल रहे. मॉक पोल के बाद सभी वहां से अपनी-अपनी गाड़ियों से रवाना हो गए. इससे पहले सुबह से ही कमलनाथ के श्यामला हिल्स स्थित आवास पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी. मुख्य गेट से सिर्फ पार्टी के विधायकों और सीनियर नेताओं को प्रवेश दिया गया. कुछ खास लोगों की गाड़ियां ही बंगले के अंदर तक जा सकीं, अन्य नेताओं को गाड़ी बाहर खड़ी करके पैदल ही अंदर जाना पड़ा.
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कमलनाथ के बंगले पर एक खास बात देखने को मिली कि एक दिन पहले पार्टी मीटिंग से गायब रहने वाले सभी विधायक और सीनियर नेता भी आज यहां पहुंचे. बुधवार को पार्टी मीटिंग से गायब रहने वाले लक्ष्मण सिंह समेत अन्य 5 विधायक भी आज यहां देखे गए लेकिन कुणाल चौधरी कोरोना संक्रमित होने के कारण नहीं आ पाए. हालांकि उन्होंने वोटिंग के लिए हामी भरी है. पार्टी की ओर से दावा किया गया कि सभी विधायक एकसाथ और एक मत है. कमलनाथ ने चूक होने के डर से दो अतिरिक्त विधायकों को दिग्विजय को ही वोट करने को कहा है.
पार्टी ने अपने दोनों उम्मीदवारों में से पहली वरीयता दिग्विजय सिंह को दी है जबकि फूल सिंह बरैया दूसरे प्रत्याशी हैं. कांग्रेस के पास कुल विधायकों की संख्या 92 है और राज्यसभा की एक सीट को जीतने के लिए 52 वोटों की जरूरत होगी. ऐसे में पार्टी के 54 विधायकों के दिग्विजय को वोट देना के बाद शेष 38 बचे विधायक बरैया को वोट करेंगे. तय है कि बीजेपी दो सीटें ले जाएगी और कांग्रेस की तरफ से केवल दिग्गी राजा ही उच्च सदन पहुंच पाएंगे.
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ऐसा ही कुछ माहौल बीजेपी दफ्तर में भी देखने को मिला. नेताओं और विधायकों की आवाजाही दिनभर देखने को मिली. कांग्रेस के 54 विधायकों के दिग्विजय सिंह के लिए वोटिंग करने के निर्णय के बाद कांग्रेस की दूसरी सीट हथियाने की बची कुची उम्मीदें भी खत्म हो गईं. इसके बाद बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया और डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी का उच्च सदन जाना पक्का हो गया है. हालांकि कल ज्योतिरादित्य सिंधिया के उपस्थित होने की संभावना कम है लेकिन जल्दी ही उनके भोपाल आने के कयास लगाए जा रहे हैं.