हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना के साथ शिक्षण संस्थाओं और मॉल्स में संचालित हो सकेंगे कार्यालय- सीएम गहलोत

विदेशों से आ रहे जरूरतमंद श्रमिकों के क्वारेंटीन के लिए भामाशाहों का लें सहयोग, हमारा प्रयास रहे कि ट्रेनों के साथ ही श्रमिक स्पेशल बसों के माध्यम से जल्द से जल्द श्रमिकों को अपने गंतव्य तक पहुंचाया जाए- सीएम गहलोत

पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. देश में लॉकडाउन के चौथे चरण की शुरूआत सोमवार से हो चुकी है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार की ओर से सोमवार को चौथे चरण की गाइडलाइन जारी होने के बाद मंगलवार को प्रवासियों के आवागमन और लॉकडाउन के चौथे चरण को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक ली. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों एवं आमजन के सहयोग से प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश में कुछ और आवश्यक गतिविधियों को अनुमत किया जा सकता है. इसको लेकर सीएम गहलोत ने निर्देश दिए कि प्रदेश में शिक्षण संस्थाओं में अशैक्षणिक गतिविधियों के लिए एवं मॉल्स में संचालित कार्यालयों को सोशल डिस्टेंसिंग एवं हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना के साथ अनुमति दी जाए.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि राज्य सरकार ने पैदल घर लौट रहे श्रमिकों की पीड़ा को समझा और उन्हें ट्रेनों एवं बसों के माध्यम से भेजने के साथ ही उनके लिए कैम्प एवं भोजन आदि की व्यवस्था की. इसके चलते अब पैदल जाने वाले श्रमिकों की संख्या काफी कम हो गई है. हमने उपखण्ड अधिकारियों को इन व्यवस्थाओं का जिम्मा दिया था, जिसे उन्होंने बेहतर ढंग से निभाया है. इन शिविरों के कारण अब श्रमिक पैदल चलने की बजाय बस एवं ट्रेन के जरिए अपने गंतव्य पर पहुंच रहे हैं.

मुख्यमंत्री गहलोत ने निर्देश देते हुए कहा कि हमारा प्रयास रहे कि ट्रेनों के साथ ही श्रमिक स्पेशल बसों के माध्यम से जल्द से जल्द श्रमिकों को अपने गंतव्य तक पहुंचाया जाए. बैठक के दौरान अधिकारियों ने सीएम गहलोत को बताया कि बसों को लेकर सहमति के लिए मुख्य सचिव एवं अन्य अधिकारियों के स्तर पर मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से बात हुई है. इस पर सीएम गहलोत ने निर्देश दिए कि अन्य राज्यों से भी जल्द समन्वय कर इस व्यवस्था को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जाए, ताकि श्रमिकों की तकलीफ को कम किया जा सके.

विदेशों से आ रहे जरूरतमंद श्रमिकों के क्वारेंटीन के लिए भामाशाहों का लें सहयोग

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि खाड़ी देशों में कई मजदूर आजीविका के लिए जाते हैं, लेकिन इनमें से कई आर्थिक रूप से इतने सक्षम नहीं हैं. विदेशों से आने वाले राजस्थान के ऐसे लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनके क्वारेंटीन के लिए सेवाभावी संस्थाओं एवं भामाशाहों की मदद ली जाए.

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11 जिलों के लिए लगाए प्रभारी अधिकारी

प्रदेश में विभिन्न राज्यों से प्रवासियों की घर वापसी शुरू होने के बाद से कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसको लेकर सीएम गहलोत ने प्रवासियों के आगमन के कारण 11 जिलों में संक्रमण का दायरा बढ़ने पर प्रभारी अधिकारी लगाए हैं. ये अधिकारी इन जिलों में जाकर प्रवासियों के आवागमन एवं संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करेंगे. इसके साथ ही वहां चिकित्सा सुविधाओं एवं क्वारेंटाइन की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कार्य योजना बनाएंगे.

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