Satish Poonia on Gehlot Govt. गहलोत सरकार के चार साल का कार्यकाल पूरा होने पर जहां एकओर कांग्रेस सरकार में अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए जश्न मनाया जा रहा है तो वहीं बीजेपी ने चहुंओर से गहलोत सरकार पर हमला बोला है. इसी कड़ी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने शनिवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए गहलोत सरकार पर कटाक्ष किया और 4 साल के कार्यकाल को कुशासन करार दिया है. पूनियां ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की नकारा और निकम्मी सरकार राज कर रही है. सरकार जो वादे कर सत्ता में आई थी, उनमें से एक भी वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है और बल्कि प्रदेश की 8 करोड़ जनता कर्ज के बोझ तले दब गई है. पूनियां ने कहा कि राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने बाड़ाबंदी में रहने का रिकॉर्ड बनाया है.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि दुनियाभर में सिर्फ राजस्थान की कांग्रेस सरकार ही ऐसी है, जिसने 52 दिन तक बाड़े में कैद रहकर अनोखा रिकॉर्ड बनाया है. पहली बार किसी सरकार ने ही अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करवा दिया. वहीं आज यही सरकार 4 साल का जश्न मना कर जनता को भ्रमित करने का काम कर रही है. पूनियां ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में 1952 से लेकर अब तक कोई भी सरकार लोक कल्याण का दावा करती है, लेकिन वर्तमान में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, इस तरह की नकारा, निकम्मी, भ्रष्ट, अकर्मण्य और अराजक सरकार मैंने नहीं देखी.
सतीश पूनियां ने कहा कि 1990 से राजनीति में हूं, केवल राजनीतिक विरोध के कारण ही यह बात यह नहीं कह रहा, जो हकीकत है कांग्रेस शासन की वो बयां कर रहा हूं, सरकार अपने-अपने दावे करती है, घोषणायें करती हैं. लेकिन कल रात को मैं एक इवेंट देख रहा था सोशल मीडिया पर लाइव कंसर्ट था कांग्रेस के भारत जोड़ो का, उसमें सुनिधि चौहान ने गाना कि चोरी, चोरी किया रे, मुझे लगता है कि उस कंसर्ट ने कांग्रेस सरकार की बानगी पेश कर दी. ऐसे लगता है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ज्यादा लोकप्रियता सुनिधि चौहान की है और यदि भीड़ जुटाने के लिये किसी फिल्मी कलाकार का सहारा लेना पड़ा, वो भी कांग्रेस सरकार के चार साल के जश्न पर तो यह स्पष्ट हो जाता है कि सरकार की जमीन खिसक चुकी है.
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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राहुल गांधी पर जुबानी हमला किया. पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी देशभर में भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर इवेंट चला रहे हैं, लेकिन इस देश को तोड़ने का काम उनके पुरखों ने ही किया है. नेहरू जी और जिन्ना की महत्वाकांक्षा की वजह से भारत का विभाजन हुआ था, जो प्रमाणित सत्य है. लेकिन मुझे लगता है कि राहुल जी इतिहास भूल गए, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि भारत पहले से जुड़ा हुआ है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2018 के विधानसभा चुनाव में व कांग्रेस के जनघोषणा पत्र में किसानों, युवाओं, महिलाओं, उद्यमियों,व्यवसाइयों, बेरोजगारों से किये गये वादों का क्या हुआ?
सतीश पूनिया ने आगे कहा कि राजस्थान के मंत्री और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन आज भी वही लोग सरकारी फाइलों पर साइन कर रहे हैं. प्रदेश की जनता समझ नहीं पा रही कि सरकार कौन चला रहा है. ऐसे में खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही हैं. पूनियां ने आगे बड़ा बयान देते हुए कहा कि पिछले 4 साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है. 2023 में जब हमारी सरकार आएगी, तब हम किसी को नहीं छोड़ेंगे और सभी भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. पूनिया ने कहा कि राजस्थान गैंगस्टर, माफिया, पेपर माफिया के कब्जे में है. महिलाओं, दलितों, आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं. किसान कर्जमाफी और भर्तियों को लेकर वादाखिलाफी की गई है. प्रदेश में शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार इत्यादि मामलों में बुरे हालात हैं.
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गहलोत सिर्फ झूठ बोलना सिखा सकते हैं
वहीं शनिवार को दिन में सीएमआर में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत के बयान दिया कि, मैं सोच रहा हूं, जब भी पॉलिटिक्स से संन्यास लूंगा, तब टीएन शेषन की तरह राजनीति की ट्रेनिंग देने का स्कूल खोलूंगा. ऐसे में मीडिया द्वारा पूछे गये इस सवाल के जवाब में सतीश पूनियां ने कहा कि, भगवान ना करे ऐसा दिन कोई दिखाये कि कोई उनके स्कूल में जाये, क्योंकि अशोक गहलोत स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स यह यदि होगा तो झूठ बोलना कैसे सीखा जाता है, थोथी घोषणायें और वादाखिलाफी करना कैसे सीखा जा सकता है इसकी ट्रेनिंग तो जरूर मिल सकती है, पर राजनीति की ट्रेनिंग राजस्थान की परंपरागत राजनीति किसी जमाने में रही उसकी ट्रेनिंग की गुंजाइश इनके स्कूल में लगती नहीं है.