अगर सारे मुद्दे सुप्रीम कोर्ट ही देखेगा तो लोकसभा और राज्यसभा क्या करेंगे- सीजेआई रमन्ना की तल्ख टिप्पणी: राजनीतिक विषयों को भी कोर्ट के सामने लाने को लेकर सीजेआई एनवी रमन्ना ने की नाराजगी जाहिर, रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर अश्विनी उपाध्याय की याचिका पर सुनवाई करते हुए गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने की ये टिप्पणी, उपाध्याय ने याचिका डालकर कोर्ट से अनुरोध किया था कि वो सरकार को दें आदेश, एक साल के भीतर देशभर में मौजूद रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान कर उन्हें पकड़ने और वापस भेजने का दें आदेश, इस पर सीजेआई ने कहा- मिस्टर उपाध्याय, क्या हम हर रोज आपका ही केस सुनने के लिए बैठे हैं? सूरज के नीचे जितनी भी समस्याएं हैं, संसद की समस्याएं, नॉमिनेशन की समस्याएं, इलेक्शन रिफॉर्मस सबकुछ हम हीं सुनें? ये सब राजनीतिक मुद्दे हैं जिन्हें सरकार के सामने रखने की जगह रख दिया गया है कोर्ट के सामने, अगर मैं मान जाता हूं कि आपके सारे मामलों पर हम सुनवाई करेंगे और ऑर्डर जारी करेंगे तो फिर क्यों लाया जाता है लोकसभा-राज्यसभा में राजनीतिक प्रतिनिधियों को चुनकर? और क्या अब हमें बिल भी करना पड़ेगा पास?