जयपुर (Jaipur) के मोती डूंगरी रोड स्थित लोधों के मोहल्ले में बीती रात करीब 11 बजे दो पक्षों में हुई भाटा जंग के चलते तनाव की स्थिति पैदा हो गयी. विवाद का कारण गली में बाइक खड़ी करने को लेकर बताया जा रहा है. विवाद के बाद सोमवार सुबह बीजेपी नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी (Ashok Parnami) घटनास्थल पर पहुंचे और मौका मुआयना किया. यहां उन्होंने लोगों से घटना की जानकारी ली और घायलों की कुशलक्षेम पूछी. इस मौके पर परनामी ने कहा कि जयपुर एक शांतिप्रिय शहर है लेकिन कुछ दिनों से राजनैतिक संरक्षण प्राप्त उपद्रवियों को ने बेखौफ राजधानी का चैन और अमन खराब कर रखा है. ऐसी घटनाओं से पुलिस प्रशासन का असंवेदनशील रवैया सामने आ रहा है. दिन-प्रतिदिन शहर की जनता का सुरक्षा व्यवस्था एवं पुलिस प्रशासन से विश्वास उठता जा रहा है. शहर पुलिस की मुखबीर व्यवस्था भी तार-तार हो चुकी है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के दोषियों को शीघ्र-अतिशीघ्र गिरफ्तार करना चाहिए, जो शहर की शान्ति व्यवस्था को नष्ट करने में लगे हुए है.

इससे पहले रविवार रात बाइक खड़ी करने को लेकर हुए मामूली झगड़े ने थोड़ी देर में बड़े विवाद का रूप ले लिया. 5 मिनिट के दो लोगों के इस झगड़े के दौरान थोड़ी देर में काफी सारे लोग आ गये और माहौल तनावपूर्ण बन गया. इसके बाद दो पक्ष आमने-सामने हो गए और छतों से पथराव शुरू हो गया. इसी बीच किसी ने बिजली की सप्लाई बंद कर दी जिसके बाद करीब 15 मिनट तक दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई. पथराव में एक युवक के सिर में चोट लगी है. मोहल्ले में खड़ी कई बाइक और ऑटो क्षतिग्रस्त हो गए. कई कारों के शीशे फूट गए. एक घर के कांच टूट गए. वहीं एक घर के लकड़ी के दरवाजों और बाहर बने मंदिर को नुकसान पहुंचा.

सूचना पर मौके पर पहुंचा पुलिस प्रशासन पत्थरबाजी के चलते मोहल्ले में घुस तक नहीं सका. बाद में अतिरिक्त पुलिस जाब्ता कॉलोनी में घुसा और घटनाक्रम पर काबू पाया. फिलहाल माहौल शांत है और पुलिस का जाब्ता वहां बना हुआ है. उपद्रव करने वालों की पहचान की जा रही है.

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इस मामले पर कांग्रेस के आदर्श नगर विधायक रफीक खान (Rafiq Khan) ने बताया कि एमडी रोड पर मामूल बात को लेकर विवाद होने की सूचना आयी थी. लोगों ने बताया कि वहां बाइक खड़ी करने को लेकर युवकों में झगड़ा और उसके बाद पथराव हो गया. दोनों पक्षों के लोगों और पुलिस ने मामला शांत करा दिया है.

पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव (Police Commissioner Anand Srivastava) ने बताया कि लोधों के मोहल्ले में अशांति की सूचना पर पुलिस और क्यूआरटी ने मोर्चा संभाल लिया. दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत करा दिया. देर रात तक पुलिस बल तैनात है. उपद्रव करने वालों की पहचान की जा रही है, कार्रवाई की जाएगी.

बता दें, पिछले 22 दिन में शहर में अशांति की ये चौथी और महीनेभर में 5वीं घटना है. शांति व्यवस्था बनाए रखने में शहर का पुलिस प्रशासन पूरी तरह से विफल रहा है. गहलोत सरकार इस मामले में लगातार विपक्ष के निशाने पर बनी हुई है. शहर में बढ़ रही ऐसी घटनाओं पर बीजेपी के नेताओं ने गहलोत सरकार को दोषी बताया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक सतीश पूनियां ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार एक धर्म विशेष के उपद्रवियों को संरक्षण दे रही है, जिसकी वजह से उन्होंने प्रदेश की राजधानी में आतंक फैला रखा है. ये उपद्रवी सुनियोजित षडयंत्र के तहत इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे है. घटना के समय अचानक बिजली चले जाना किसी षडयंत्र की ओर इशारा कर रहा है.

वहीं बीजेपी के मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि जिस प्रकार से मंत्री अपने प्रभार वाले जिले को देखने तक नहीं जा रहे हैं, उन्होंने न केवल अपने मुखिया के आदेश की अवहेलना की, साथ ही राजस्थान की जनता के साथ संवेदनहीनता भी की है. अपराध चरम सीमा पर है. कांग्रेस के मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर प्रदेश की जनता की समस्याओं से रूबरू होकर समस्या को हल करने का प्रयास करना चाहिए.

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