जब तक नहीं खुलेगा रायसेन मंदिर का ताला, तब तक अन्न नहीं करूंगी ग्रहण- उमा भारती का बड़ा एलान

'हम मंदिर का ताला खुलवाना चाहते हैं, तोड़ना नहीं, ये ताला तो बहुत छोटा है, मेरे घूसे से भी टूट जाएगा, मैं यहां का ताला खोलने के लिए नहीं करूंगी बिल्कुल भी प्रयास, यह है राज्य सरकार का काम, जिस दिन ताला खुलेगा सूचना दीजिएगा, मैं सीएम शिवराज को साथ लेकर आऊंगी और हम दोनों भाई-बहन यहां करेंगे जल अभिषेक'- उमा भारती

उमा भारती का बड़ा एलान
उमा भारती का बड़ा एलान

Politalks.News/MadhyaPradesh. मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इन दिनों सुर्ख़ियों में है. बीते महीने मध्य प्रदेश में शराब बंदी को लेकर उमा भारती ने बरखेड़ा पठानी में शराब नीति के खिलाफ होने के बाद भी दुकान नहीं हटाए जाने पर नाराजगी जताते हुए शराब की दुकान के भीतर घुसकर उसमे तोड़फोड़ कर दी थी. जिसे लेकर वे काफी सुर्खियों में रहीं तो वहीं इस घटना के बाद उमा भर्ती अब रायसेन किले के शिव मंदिर को लेकर जबरदस्त सुर्खियों में हैं. पं. प्रदीप मिश्रा की मंदिर खोलने की अपील के बाद उमा भारती ने 11 अप्रैल को इसी मंदिर में जलाभिषेक करने की बात कही थी. लेकिन मंदिर का ताला ना खुला देख उमा भारती गुस्सा नहीं हुई बल्कि उन्होंने मंदिर से ही ये एलान कर दिया कि, ‘जब तक ताला नहीं खुलेगा तब तक मैं अन्न त्याग कर रही हूं.’

आपको बता दें, सोमवार को रायसेन किले के शिव मंदिर पहुंचीं उमा भारती जलाभिषेक करना चाहती थी, लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाई और ऐसा ना कर पाने के कारण उनका मान टूट गया. उमा भारती ने कहा कि, ‘मैंने मंदिर का ताला खोलने का आग्रह गुरुवार और शुक्रवार से करना शुरू किया था. जिसके बाद शनिवार और रविवार आ गया जिसमें केंद्रीय विभाग बंद रहते हैं. ऐसे में मैं सोमवार को यहां आई हूं, लेकिन आज भी ताला नहीं खुला. इसलिए मैंने प्रशासन को अपने साथ लेकर आए गंगा जल को सौंप दिया है और उनसे कहा है कि जब मंदिर का ताला खुल जाए तो सूचना दीजिएगा, मैं सीएम शिवराज को साथ लेकर आऊंगी और हम दोनों भाई-बहन यहां अभिषेक करेंगे.’

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आपको बता दें कि, ‘बता दें कि मध्य प्रदेश के रायसेन में 12वीं सदी में बना सोमेश्वर महादेव मंदिर सिर्फ महाशिवरात्रि पर खुलता है. अन्य दिनों में इस मंदिर पर ताला लटका रहता है. इस वजह से सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने रायसेन में कहा था कि ‘मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज्य में ‘शिव’ कैद में है. ऐसे में कैसे कोई सुखी हो सकता है?’ पंडित प्रदीप मिश्रा के सवाल उठाने के बाद हरकत में आई पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने चार दिन पहले ये एलान किया था कि, ‘मैं नवरात्रि के बाद के 11 अप्रैल सोमवार को गंगोत्री से लाए हुए गंगाजल से यहां अभिषेक करूंगी.’

ऐसे में आज सोमवार को शिवमंदिर में ताला लगा देख उमा भारती ने कहा कि, ‘हम मंदिर का ताला खुलवाना चाहते हैं, तोड़ना नहीं. ये ताला तो बहुत छोटा है, मेरे घूसे से भी टूट जाएगा. जब तक ताला नहीं खुलेगा, तब तक के लिए अन्न त्याग कर रही हूं.’ उमा भारती ने मंदिर का ताला ना खोले जाने पर अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि, ‘आज मुझे बहुत कष्ट हुआ कि मैं भोलेनाथ को जल नहीं चढ़ा सकी और यह कष्ट इतना ज्यादा है कि मेरा सुख-चैन चला गया है. यह न तो राज्य सरकार पर दबाव है और न पुरातत्व विभाग पर, न तो प्रशासन पर, न मुझसे स्नेह रखने वाले मेरे बड़े भाई मुख्यमंत्री जी पर दबाव है.’

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उमा भारती ने कहा कि, ‘मैं यहां का ताला खुलवाने बिल्कुल भी प्रयास नहीं करूंगी. यह राज्य सरकार का काम है. यहां किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं हैं. अपने आप को शांति देने के लिए मैंने तय किया है कि जब तक महादेव भगवान पर जल नहीं चढ़ेगा, तब तक मैं अन्न ग्रहण नहीं करूंगी. अपने हाथ से जल अर्पित करने के बाद ही अन्न ग्रहण करूंगी. जब तक जल नहीं चढ़ाऊंगी न रात में नींद आएगी, न भूख लगेगी.’

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