गहलोत-पायलट समर्थकों में शुरू हुई जुबानी जंग, सचिन को मुख्यमंत्री बनाने की मांग पर दिया यह जवाब

कांग्रेस ही नहीं आम जनता आज भी चाहती है कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनें, चुनाव से पहले कांग्रेस कार्यकर्ता और आम जनता यही समझ रहे थे कि पायलट मुख्यमंत्री बनेंगे- राजेन्द चौधरी, नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं उठता, गहलोत पूरे 5 साल सरकार चलाने में सक्षम- महेन्द्र चौधरी, बाबूलाल नागर

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Politalks.News/Rajasthan. पंजाब कांग्रेस उठा सियासी घमासान अभी पूरी तरह थमा भी नहीं कि अब राजस्थान कांग्रेस में एकबार फिर विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं. हालांकि कांग्रेस आलाकमान खुद अब जल्द से जल्द राजस्थान की कलह को जल्द से जल्द मिटाना चाहता है. इसी बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट समर्थक विधायक और प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने इशारों में पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की पैरवी करते हुए कहा कि कांग्रेस ही नहीं आम जनता आज भी चाहती है कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनें. विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ता और आम जनता यही समझ रहे थे कि पायलट मुख्यमंत्री बनेंगे. चौधरी ने कहा कि जनता की निगाह में पायलट ही मुख्यमंत्री थे. वहीं अशोक गहलोत समर्थक विधायक महेंद्र चौधरी और बाबूलाल नागर ने नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों से इनकार करते हुए कहा कि राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं उठता है. गहलोत पूरे 5 साल सरकार चलाने में सक्षम है. हम सबकी प्राथमिकता अशोक गहलोत हैं.

मेहनत कोई करे और उसका फल किसी और को मिले तो नुकसान सबका
इससे पहले सचिन पायलट के कट्टर समर्थक राजेंद्र चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी के अंदर और जनता के बीच जैसा माहौल था, उसमें आम लोगों और पार्टी कार्यकर्ता यही समझ रहे थे कि सचिन पायलट सरकार का नेतृत्व करेंगे, लेकिन जिम्मेदारी अशोक गहलोत को मिल गई. आज भी सचिन पायलट प्रदेश भर में जनता के बीच घूम रहे हैं और पार्टी की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं. चौधरी ने कहा कि पायलट की मेहनत का ही फल था कि सरकार बनी और वह मेहनत आज भी जारी है. हम कोई मेहनत करते हैं तो उसके प्रतिफल की उम्मीद भी करते हैं. मेहनत कोई करे और उसका फल किसी और को मिले तो नुकसान सबका है.

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सीएम के ओएसडी ने सीधे सोनिया गांधी पर बोला हमला, इस्तीफा मंजूर हुआ क्या?
हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा द्वारा पंजाब कांग्रेस में बदलाव पर बाड़ ही खेत को खाने वाले ट्वीट पर भी राजेन्द्र चौधरी ने जमकर निशाना साधा. चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के अंदर पंजाब में बदलाव हुआ और उस पर मुख्यमंत्री के ओएसडी का स्टेटमेंट आना कि बाड़ ही खेत को खाए…., हर कांग्रेसी समझता है कि खेत का संदर्भ कांग्रेस और बाड़ यहां सोनिया गांधी है. चौधरी ने आरोप लगाया कि यह सीधा कांग्रेस अध्यक्ष पर हमला था. चौधरी ने कहा अेाएसडी ने इस्तीफा दिया, लेकिन मंजूर हुआ क्या? आम आदमी समझता है कि खेत और बाड़ का क्या संबंध है.

सभी 125 विधायक गहलोत नेतृत्व में एकजुट और सरकार के काम से हैं खुश
वहीं राजस्थान सरकार में उप मुख्य सचेतक और कट्टर गहलोत समर्थक महेन्द्र चौधरी ने कहा कि राजस्थान में 125 विधायक गहलोत के नेतृत्व में एकजुट हैं. उनके नेतृत्व में सरकार का काम अच्छा चल रहा है और जनता भी खुश है. चौधरी ने कहा कि कोरोनाकाल में जिस तरह सरकार ने काम किया है, उसकी प्रधानमंत्री तक ने तारीफ की है. गहलोत ने अस्वस्थ रहने के बावजूद प्रदेश का पूरा ध्यान रखा है. नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं पर महेन्द्र चौधरी ने कहा कि राजस्थान में बेस्ट काम हो रहा है. इसे कांग्रेस हाईकमान भी जानता है. प्रभारी अजय माकन को भी विधायकों ने यही फीडबैक दिया था, सभी विधायक गहलोत सरकार के काम से खुश हैं. 125 विधायक गहलोत के नेतृत्व में एकजुट हैं.

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हम सबकी प्राथमिकता अशोक गहलोत- बाबूलाल नागर
वहीं, सीएम अशोक गहलोत दूसरे कट्टर समर्थक और निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने कहा कि हम सबकी प्राथमिकता अशोक गहलोत हैं. इसलिए आप अन्य राज्यों की तरह राजस्थान को नहीं देख सकते. राजस्थान के लिए अशोक गहलोत जरूरी हैं. आज जो देश में हालात हैं और अमित शाह, मोदी ने अन्य राज्यों में हथकंडे अपनाए हैं, उनमें मुकाबला सिर्फ अशोक गहलोत ही कर सकते हैं. राजस्थान में केवल गहलोत ही एकमात्र ऐसे नेता हैं जो पांच साल सरकार को कायम रखने में समर्थ हैं.

मंत्रिमंडल विस्तार का समय तो अब आया है- नागर
बाबूलाल नागर ने आगे कहा कि डेढ़ साल तक मंत्रिमंडल पुनर्गठन और विस्तार का समय नहीं था, मंत्रिमंडल विस्तार का समय तो अब आया है. अब तक डेढ़ साल तो कोरोना से लड़ने का समय था. कोरोनाकाल में तो सरकार का ध्यान लोगों की जान बचाने पर था. वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर नागर ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि सचिन पायलट युवा नेता हैं और अगर कांग्रेस में निष्ठा के साथ काम करते रहेंगे तो लंबे समय तक कांग्रेस की धरोहर के रूप में रहेंगे. मैं यह समझता हूं कि हाईकमान जहां उन्हें अवसर दें, वहां उन्हें काम करना चाहिए.

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