मोदी सरकार की हालत उस कहानी जैसी जिसमें 100 चप्पलों की मार के साथ खाने पड़े प्याज भी- डोटासरा

सचिन पायलट के बयान पर साधी चुप्पी, फ्री वैक्सीन की घोषणा "अटका बनिया, देय उधार" वाली कहावत को चरितार्थ करती है, समय पर सही फैसला नहीं ले पाने के चलते केंद्र सरकार की खूब बदनामी भी हुई और उसे फ्री वैक्सीन की घोषणा भी करनी पड़ी, 11 जून को प्रदेश भर में कांग्रेस पेट्रोल पंपों पर प्रदर्शन करेगी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर यह प्रदर्शन किए जाएंगे

फ्री वैक्सीन के मुद्दे पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा
फ्री वैक्सीन के मुद्दे पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा

Politalks.News/Rajasthan. बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के नाम अपने संबोधन में 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को फ्री वैक्सीन के ऐलान के बाद भी इस मुद्दे पर सियासत अभी भी जारी है. जहां तमाम विपक्ष इसे सुप्रीम कोर्ट के दबाव में लिया हुआ निर्णय मान रहा है तो वहीं कांग्रेस के कुछ नेता इसे कांग्रेस के दबाव के बाद लाया हुआ फैसला बता रहे हैं. इसी कड़ी में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने फ्री वैक्सीन के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाने साधे हैं.

फ्री वैक्सीन के मुद्दे पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने आज अपने निवास ओर आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया में प्रधानमंत्री की आलोचना होने लगी और बदनामी हुई तब मजबूरी में उन्हें यह फैसला लेना पड़ा. डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री कोरोना की गंभीरता को नहीं समझ सके जिसका खामियाजा बड़ी संख्या में लोगों को जान गवां कर उठाना पड़ा. केंद्र सरकार ने पहले कहा कि वह वेक्सीन का खर्च उठाएगी, लेकिन बाद में इससे मुकर गई. डोटासरा ने कहा कि हमारी वैक्सीन दूसरे देशों में जाती रही और भाजपा वाहवाही लूटती रही. कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित सभी नेताओं ने भी प्रधानमंत्री मोदी से सभी को जल्दी से जल्दी वैक्सीन लगाने की गुजारिश की, लेकिन प्रधानमंत्री वैक्सीन की नीति पर पूरी तरह से फेल हो गए.

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प्याज और चप्पल वाले तंज गुदगुदाया
इस दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने एक रोचक किस्सा सुनाकर तंज कसते हुए थोड़ा गुदगुदाया भी. किस्से के अनुसार एक व्यक्ति को 100 प्याज खाने की सजा दी गई. कुछ प्याज खाने के बाद उस व्यक्ति को वह सजा बहुत कठोर लगने लगी और उसने सजा का कोई दूसरा विकल्प पूछा. इस पर उसे चप्पलों से 100 बार मार खाने का विकल्प दिया गया. अब बारी-बारी से उसे एक सजा आसान और दूसरी वाली सजा कठिन लगने लगी. इस तरह उसने 100 प्याज भी खाए और 100 बार चप्पलों की मार भी खाई. डोटासरा ने कहा कि कुछ इसी तरह की हालत वैक्सीन के मुद्दे पर केंद्र सरकार की भी हुई. समय पर सही फैसला नहीं ले पाने के चलते केंद्र सरकार की खूब बदनामी भी हुई और उसे फ्री वैक्सीन की घोषणा भी करनी पड़ी. डोटासरा ने कल भी ट्वीट कर कहा था कि विश्वभर में फजीहत होने के बाद प्रधानमंत्री द्वारा युवाओं के लिए फ्री वैक्सीन की घोषणा “अटका बनिया, देय उधार” वाली कहावत को चरितार्थ करती है.

महंगाई पर 11 जून को होगा प्रदर्शन
इसके साथ पीसीसी चीफ डोटासरा ने महंगाई के मसले पर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला. डोटासरा ने कहा कि 11 जून को प्रदेश भर में कांग्रेस पेट्रोल पंपों पर प्रदर्शन करेगी. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर यह प्रदर्शन किए जाएंगे. कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए यह प्रदर्शन किया जाएगा. 11 जून से पहले पार्टी के सभी पदाधिकारी वर्चुअल बैठक कर प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार करेंगे. डोटासरा ने कहा कि महंगाई से आम लोग परेशान हैं. मोदी सरकार ने 7 साल में एक्साइज ड्यूटी 12 बार बढ़ाई, जबकि केवल दो बार ड्यूटी घटाई गई. उन्होंने कहा कि पेट्रोल डीजल पर राज्यों को एक्साइज ड्यूटी से मिलने वाला पैसा कम किया जा रहा है, जबकि केंद्र को मिलने वाली ड्यूटी बढ़ाई जा रही है. 7 साल में जहां गैस की कीमत दोगुनी कर दी गई वहीं घरेलू उपयोग में आने वाली सभी वस्तुओं के दाम भी बढऩे से आम लोग त्रस्त हैं.

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पायलट कैंप का मामला मेरे क्षेत्राधिकार का नहीं
सचिन पायलट कैंप के विधायकों की कमेटी की ओर से 10 माह बाद भी सुनवाई नहीं होने को लेकर पीसीसी चीफगोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह मेरे क्षेत्राधिकार का मामला नहीं है, इस पर फैसला आलाकमान की ओर से गठित कमेटी को ही करना है. उन्होंने पार्टी में गुटबाजी से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है कांग्रेस में केवल एक ही खेमा है और वो है सोनिया गांधी का खेमा.

लोकतंत्र को बचाने के लिए ऐसे कार्य करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए
जयपुर ग्रेटर की महापौर सौम्या गुर्जर को निलंबित किए जाने के मामले में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि स्वायत शासन विभाग को इस पूरे एपिसोड से बचना चाहिए था. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सारी रिपोर्ट आने के बाद ही निलंबन की कार्रवाई हुई है. लोकतंत्र को बचाने के लिए ऐसे कार्य करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. वैक्सीन के लिए विधायक फंड लिए पैसे के सवाल पर डोटासरा ने कहा कि अगर विधायक फंड का पैसा वैक्सीन पर खर्च नहीं होगा तो उसे प्रदेश के विकास पर खर्च किया जाएगा.

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