तेजस्वी का नीतीश पर तीखा हमला, कहा- लाशों के ढेर पर चुनाव कराना चाहते हैं मुख्यमंत्री

कोरोना से प्रदेश में बिगड़ती स्थिति पर उप नेता प्रतिपक्ष ने साधा बीजेपी और जेडीयू सरकार पर निशाना, कहा- बीजेपी के सामने नत्मस्तक होने वाले नीतीश कुमार की आत्मा डूब गई है बंगाल की खाड़ी में

Tejashwi Yadav Vs Nitish Kumar Bihar
Tejashwi Yadav Vs Nitish Kumar Bihar

PoliTalks.News/Bihar. प्रदेश में कोरोना की बिगड़ती जा रही स्थितियों के बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश बीते 15 साल से नाकाम रहे हैं. राज्य में कोरोना की स्थिति चिंताजनक है. तेजस्वी ने कहा कि सीएम जनता को भगवान भरोसे छोड़ खुद अपनी कोरोना जांच करा रहे हैं. राजद नेता ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लाशों के ढेर पर चुनाव कराना चाहते हैं. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे.

दरअसल नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की भतीजी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और उनके पूरे परिवार को होम कोरंटाइन कर दिया है. 4 जुलाई को सीएम नीतीश ने भी अपनी कोरोना जांच कराई थी जो नेगेटिव आई है. फिलहाल बिहार में तीन हजार से अधिक कोरोना के एक्टिव मरीज है जबकि कुल आंकड़ा साढ़े 12 हजार से अधिक है. बीते 24 घंटे में 385 नए मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. मौतों का आंकड़ा 100 के करीब पहुंच गया है.

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प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बिगड़ती स्थितियों का हवाला देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में कोरोना संक्रमण अप्रत्याशित रूप से बढ़ चुका है. सरकार को कहीं कोई चिंता नहीं. ना जांच की, ना इलाज की. पूरा मंत्रिमंडल, प्रशासन और सरकार चुनावी तैयारियों में व्यस्त है. सरकार आंकड़े छिपा रही है. अगर सरकार नहीं संभली तो अगस्त-सितंबर तक स्थिति और विस्फोटक हो सकती है.

तेजस्वी ने कहा कि मेडिकल इमरजेंसी के वक्त सीएम नीतीश कुमार डिजिटल रैली करने में व्यस्त हैं. आखिर चुनाव कराने में जल्दबाजी क्यों? कोरोना अब सीएम हाउस पहुंच चुका है. चुनाव कराने का ये सही समय नहीं है. राजद नेता ने प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर भी सवाल उठाया. आरजेडी नेता ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य विभाग आईसीयू में है. पिछले 2 सालों में कोई स्वास्थ्य केंद्र स्थापित नहीं किया गया है. यूनिसेफ, नीति आयोग और NRHM को यह पता चला है. सीएम नीतीश कुमार लाशों के ढेर पर चुनाव करवाना चाहते हैं क्योंकि वो राष्ट्रपति शासन से डर रहे हैं.

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इससे पहले तेजस्वी यादव महंगाई और पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों को लेकर भी नीतीश सरकार और केंद्र सरकार को घेर चुके हैं. उन्होंने पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं के साथ साइकिल चलाकर विरोध जताया था. पार्टी के 24वें स्थापना दिवस पर भी तेजस्वी ने नीतीश पर तंज कसते हुए महंगाई को बीजेपी की भौजाई बताया था. तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी को पहले महंगाई डायन लगती थी, आज वो भौजाई लगने लगी है. राजद नेता ने कहा कि पिछले चुनाव में जिन्होंने नीतीश कुमार के डीएनए में खराबी बताई थी, आज वो उन्हीं के सामने नतमस्तक हो गए हैं. लगता है नीतीश कुमार की आत्मा बंगाल की खाड़ी में डूब गई है.

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