पायलट ने निभाया तो आलाकमान ने भी पूरा किया वादा, माकन बने प्रभारी वहीं कमेटी का भी हुआ गठन

राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पद से अविनाश पांडे को तत्काल प्रभाव से हटा कर अजय माकन को बनाया नया प्रभारी, वहीं अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन वाली तीन सदस्यीय समिति होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में गहलोत और पायलट खेमे के बीच सुलह सेतु का करेगी काम

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Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में 34 दिनों तक चले सियासी घमासान के बाद गहलोत सरकार द्वारा विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के बाद सियासी संकट भले ही थम गया हो, लेकिन कांग्रेस में अंदरूनी उठापटक अभी जारी है. जिसके चलते कांग्रेस आलाकमान ने रविवार शाम एक आदेश जारी करते हुए राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पद से अविनाश पांडे को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. पांडे की जगह अजय माकन राजस्थान कांग्रेस का नया प्रभारी बनाया गया है. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह आदेश जारी किया.

इसके साथ ही कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमे के बीच चली आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए बनाई तीन सदस्यीय कमेटी का गठन भी कर दिया है. इस कमेटी में पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन को शामिल किया गया है. ये तीन सदस्यीय समित सचिन पायलट और उनके समर्थित विधायकों की शिकायतों का हल करेगी, जो शिकायतें सचिन पायलट ने पिछले सोमवार को मीटिंग के दौरान आलाकमान को बताई थीं. रविवार देर शाम को नई दिल्ली स्थित एआईसीसी मुख्यालय से इस समिति के गठन का आदेश जारी किया गया.

सचिन पायलट को आलाकमान ने दिए थे निर्देश

याद दिला दें, प्रदेश में एक महीने तक चले सियासी घमासान के बाद सचिन पायलट ने पिछले सोमवार को ही दिल्ली में कांग्रेस के आला नेताओं से मुलाकात कर अपनी सारी शिकायतें बताई थीं. इस पर आलाकमान ने पायलट को भरोसा दिलाया था कि जल्द ही उनके बताए मुद्दों पर एक कमेटी का गठन कर विचार किया जाएगा. लेकिन उससे पहले पायलट खेमे को निर्देशित किया गया था कि पहले आप बिना कोई शर्त जयपुर वापस जाइए और विश्वास मत कर दौरान गहलोत सरकार के पक्ष में मतदान करके अपनी विश्वसनीयता साबित कीजिए. इसके बाद पायलट खेमे ने वापसी की और 14 अगस्त को विधानसभा में विश्वास मत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का साथ देते हुए सरकार के पक्ष में वोट दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भले ही यह कहा कि पायलट खेमे के 19 विधायक दिल्ली से नहीं लौटते तो भी सरकार बहुमत हासिल कर लेती. लेकिन यह भी सही है कि पायलट खेमे के विधानसभा में मौजूद रहने के कारण ही विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन की मांग नहीं हुई. यदि 14 अगस्त को विधानसभा में पायलट खेमा उपस्थित नहीं होता तो विपक्ष मत विभाजन की मांग जरूर करता.

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सचिन पायलट ने अपना वादा पूरा किया तो आलाकमान ने भी अपने पहले दो वादे निभाए

सचिन पायलट ने विश्वास मत की जीत के बाद विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा था कि हमारे सहयोग से सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया है. कांग्रेस हाईकमान के साथ बैठकर दिल्ली में प्रदेश की राजनीति के लिए जो रोडमैप तैयार किया गया था, उस पर अमल होने का इंतजार है. सचिन पायलट ने जिस अंदाज में अपनी बात को रखा उससे जाहिर था कि दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ जो समझौता हुआ, उसके तहत पायलट ने कांग्रेस आलाकमान को बता दिया कि उन्होंने अपना वायदा पूरा कर दिया है. यानि राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने पायलट के सामने जो शर्त रखी थी कि बिना शर्त वापसी और गहलोत सरकार को विधानसभा में वोट दिया जाए, वह शर्त पायलट ने पूरी कर दी है. अब बारी उन शर्तों का पूरा करने की है जो पायलट ने आला कमान के सामने रखी थीं. इसीलिए पायलट ने कहा कि अब कांग्रेस की राजनीति में रोडमेप पर अमल होने का इंतजार है.

इसी के चलते विधानसभा के बाद सचिन पायलट शुक्रवार की शाम को ही दिल्ली लौट गए और आलाकमान को अपना वादा याद दिलाया. चूंकि सचिन पायलट पिछले कई महीनों से अविनाश पांडे को प्रदेश प्रभारी पद से हटाना चाहते थे, जिसमें वो नाकाम रहे थे. इसलिए पायलट ने अपनी प्रमुख मांगों में एक मांग यह भी रखी थी. इस पर आलाकमान ने अपने वादे को पूरा करते हुए अविनाश पांडे को हटाकर अजय माकन को प्रभारी नियुक्त किया वहीं तीन सदस्यों वाली एक समिति का भी गठन किया. अब यह समिति जल्दी ही अपना काम शुरू करेगी और प्रदेश में जल्द होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में गहलोत और पायलट खेमे के बीच सुलह सेतु का काम करेगी.

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बता दें, अविनाश पांडे की जगह राजस्थान के प्रभारी बने अजय माकन कांग्रेस सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री व दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. वे दो बार दिल्ली से सांसद और तीन बार विधायक भी रह चुके है. सचिन पायलट खेमे की बगावत के बाद कांग्रेस आलाकमान ने रणदीप सुरजेवाला व केसी वेणुगोपाल के साथ अजय माकन को भी समन्वय बैठाने के लिए जयपुर भेजा था. ऐसे में अविनाश पांडे से राजस्थान का प्रभार लिया जाना पायलट खेमे की एक बड़ी जीत माना जा रहा है.

रविवार देर शाम घोषणा होने के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट कर अजय माकन के नए प्रदेश प्रभारी होने तथा तीन सदस्यीय कमेटी के गठन होने का स्वागत किया. वहीं राजस्थान के प्रभारी पद से हटाए हटाने के बाद अविनाश पाण्डे ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान की जनता व कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ताओं के प्रति मेरे ह्रदय में विशेष स्थान हमेशा रहेगा. राजस्थान की शौर्य भूमि धन्य है, मैं आभारी हूं सोनिया गांधी, राहुल गांधी का जिन्होंने मुझे राजस्थान की जनता की सेवा का मौका दिया. मैं पार्टी को मजबूत करने के लिए एक निष्ठावान कांग्रेसी के रूप में अपने प्रयासों को जारी रखूंगा. राजस्थान में बतौर प्रभारी मेरे 3 साल के कार्यकाल के दौरान राजस्थान की जनता, कार्यकर्ता व कांग्रेस परिवार के सभी साथियों के सहयोग व स्नेह के लिए ह्रदय से धन्यवाद.

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