राजस्थान: मार्च-अप्रैल में होंगे जयपुर, जोधपुर और कोटा के नवगठित 6 नगर निगमों के चुनाव

15 फरवरी को होगा मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशन, 16 एवं 23 फरवरी को जोड़े जाएंगे मतदाता सूची में नाम, जिला कलेक्टर्स को सभी मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. जयपुर, जोधपुर और कोटा में नवगठित सभी नगर निगमों में चुनाव मार्च और अप्रैल में कराए जाएंगे. इन तीनों शहरों में चुनाव की तैयारियां करवाने के लिए राज्य निर्वाचन आयेग के आयुक्त पी.एस. मेहरा ने गुरूवार को जिला कलेक्टर्स व अधिकारियों से वीडियो कॉफ्रेंस के जरिये चर्चा की. इससे पहले राजस्थान में गहलोत सरकार द्वारा जयपुर, जोधपुर और कोटा में दो दो नगर निगम बनाए जाने का पिछले दिनों फैसला किया. सरकार के इस फैसले के चलते इन शहरों में दिसंबर में चुनाव नहीं हो पाए थे. पिछले दिनों सरकार ने इन तीनों शहरों में दो-दो निगम बना कर इन निगमों का नाम जयपुर हैरिटेज व ग्रेटर, कोटा उत्तर व दक्षिण, जोधपुर उत्तर व दक्षिण किया था. अब जयपुर, जोधपुर और कोटा में नवगठित इन 6 नगर निगमों में चुनाव मार्च और अप्रैल महीने के बीच करवाये जाएंगे.

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वीडियो कॉफ्रेस में पी.एस.मेहरा ने कहा कि दो दो निगम बनाए जाने से इन तीनों शहरों में परिसीमन के बाद वार्डों की संख्या बढ़ी है. ऐसे में मतदान केंद्र भी नये बनेंगे. मतदाताओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए उन्होंने कलेक्टर्स को सभी मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए.

मेहरा ने आगे कहा कि 15 फरवरी को मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशन हो जाएगा. इसके बाद से इन निगमों में रहने वाले लोग अपना नाम मतदाता सूची में जुडवा सकेंगे. सभी कलेक्टर सुनिश्चित कर लें कि इस दौरान बीएलओ विशेष अभियान के दौरान 16 व 23 फरवरी को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक और अन्य दिवसों में दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक मतदान केंद्रो पर बैठकर मतदाता सूची में नाम जुडवाने के लिए आवेदन लें. इस प्रक्रिया में किसी भी तरह की कोई कोताही नहीं बरती जाए.

राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव श्यामसिंह राजपुरोहित ने कॉफ्रेस में कहा कि अगर मतदाता सूची पूरी सजगता के साथ तैयार की जाए तो चुनाव प्रक्रिया बेहद सहज हो जाती है. वहीं उप सचिव अशोक जैन ने कहा कि कई बार मतदाता सूची में संशोधन के दौरान ना चाहते हुए भी या फिर तकनीकी कारणों में समूह में मतदाताओं के नाम छूट जाते है. अंतिम समय में इन्हें जोड़ना भी संभव नहीं हो पाता. ऐसे में सभी अधिकारी पूर्ण सजगता के साथ मतदाता सूची तैयार करवाएं.

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कॉफ्रेस के दौरान प्रारूप मतदाता सूची की तैयारी, प्रगती की समीक्षा, प्रारूप मतदाता सूची के सही होने संबंधी प्रमाण पत्र प्रेषित करने के संबंध में, प्रगणकों एवं ईआरओ, एईआरओ, द्वारा मतदाताओं के भौतिक सत्यापन किए जाने के संबंध में और संबंधित क्षेत्र के महत्वपूर्ण व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची में होने की सुनिश्चितता जैसे कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई. सभी कलेक्टर्स ने नगर निगम चुनाव से जुडी तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया.

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