पॉलिटॉक्स न्यूज. आपने क्रिकेट मैच में बल्लेबाजों या गेंदबाजों को डीआरएस लेते हुए देखा होगा. होता कुछ यूं है कि अगर बल्लेबाज या गेंदबाज अम्पायर के निर्णय से खुश न हो तो डीआरएस ले सकता है. मैच में ऐसा एक ही बार किया जा सकता है. इसके बाद चौथे अम्पायर की मदद से क्लॉज शॉट से देखा जाता है कि निर्णय सही है या नहीं. अगर निर्णय गलत होता है तो अम्पायर इसे बदल देता है. लेकिन क्या आपने देसी डीआरएस देखा है?
भारतीय क्रिकेट टीम के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंस्टाग्राम पर एक टिक टॉक वीडियो शेयर किया है, जिसे देखकर कोई भी अपनी हंसी नहीं रोक पाएगा. इस मजेदार टिक टॉक वीडियो में कुछ लड़के क्रिकेट खेल रहे हैं. एक गेंद शार्प टर्न लेने हुए बल्लेबाज को चाकमा देते हुए विकेटकीपर के पास पहुंचती है. गेंदबाज की अपील पर अंपायर बल्लेबाज को आउट करार देता है. इसके बाद बल्लेबाज DRS लेने का इशारा करता है. फिर कुछ ऐसा हुआ जिससे हर कोई हंसी से लोट-पोट हो जाएगा. सभी लड़के बिना किसी तकनीक के DRS का प्रयोग मैनुअल करके दिखा रहे हैं.
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जैसा कि आपने वीडियो में देख ही लिया है… क्रिकेट खेल रहे ये लड़के स्लो मोशन में गेंद को हाथ से पकड़कर ऐसे दिखाते हैं जैसे रिप्ले में दिखता है. अंपायर फिर बल्लेबाज को नॉटआउट देता है. रविचंद्रन अश्विन ने इस फनी वीडियो को अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. अश्विन ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ‘मैं अपनी हंसी नहीं रोक पा रहा हूं, मुझे नहीं पता क्या कैप्शन देना चाहिए.’
आपको बता दें कि हाल ही में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने रविचंद्रन अश्विन के साथ इंस्टाग्राम पर बात की थी. इस दौरान कोहली ने बताया कि पाकिस्तान के खिलाफ 2012 एशिया कप में खेली गई 183 रनों की पारी उनके लिए गेम चेंजर साबित हुई. कोहली ने कहा, ‘पाकिस्तान की गेंदबाजी आक्रामक व काफी दमदार थी. उस समय उनकी गेंदबाजी काफी चुनौतीपूर्ण थी, क्योंकि उसमें विविधता थी.’
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भारतीय कप्तान ने कहा, ‘उनके पास शाहिद आफरीदी, सईद अजमल, उमर गुल, एजाज चीमा और मोहम्मद हफीज भी थे. पहले 20-25 ओवर स्थितियां उनके पक्ष में थीं, लेकिन मुझे याद है कि मैं पाजी (सचिन तेंदुलकर) के साथ बल्लेबाजी करने से खुश था. वह उनकी वनडे में आखिरी पारी साबित हुई. उन्होंने 50 रन बनाए और हमने 100 रनों से ज्यादा की साझेदारी की. यह मेरे लिए यादगार पल रहा.’
कोहली ने कहा कि इस पारी ने उन्हें विश्वास दिलाया कि वह किसी भी स्तर के गेंदबाजी आक्रमण के सामने बल्लेबाजी कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘यह अपने आप हुआ, क्योंकि मैं लगातार अपने आप को प्रेरित कर रहा था कि मैं इस तरह की स्थिति में खेलूं. मेरे लिए वो पारी गेम-चेंजर साबित हुई.’