Politalks.News/MadhyaPradesh. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को पहला आतंकवादी बताने पर निशाना साधते हुए भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया है. दरअसल, एक दिन पहले ही दिग्विजय सिंह ने एक दिन पहले ही गोडसे को देश का पहला आतंकी बताया था. इसी पर प्रतिक्रिया के दौरान प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से देशभक्तों के साथ दुर्व्यवहार करती रही है. कांग्रेस पार्टी ने इसे भगवा आतंक तक कह दिया था, इससे ज्यादा निकृष्टता क्या होगी.
याद दिला दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को देशभक्त बताया था. जिस पर विपक्षी दलों और अपनी ही पार्टी की तरफ से हुए विरोध के बाद उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी थी. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वो उन्हें इस बयान के लिए कभी माफ नहीं कर पाएंगे. लेकिन लगता बीजेपी में अब संस्कार समाप्त हो गए हैं इसलिए सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को एक बार फिर देशभक्त बोलकर एक तरह से अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता पीएम नरेन्द्र मोदी को सीधे चुनौती दे दी है.
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दरअसल, दो दिन पहले 10 जनवरी को ग्वालियर में हिंदू महासभा ने दौलतगंज स्थित अपने दफ्तर में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की ज्ञानशाला की स्थापना की थी. इसके साथ ही यहां गोडसे की पूजा भी की गई थी. इस वाकये के सामने आने के बाद पार्टी नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय जी महात्मा गांधी के अनुयायी और साथी रहे, जिन्होंने हिंदू महासभा स्थापित की, अखिल भारतीय कांग्रेस के 3 बार अध्यक्ष रहे आज उसी हिंदू महासभा के लोग महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को महामंडित कर रहे हैं!! शर्म करो। इसके पीछे किसका छुपा हुआ हाथ है?
हालांकि दिग्विजय सिंह के बयान के बाद ग्वालियर जिला प्रशासन के दखल से हिंदू महासभा ने ग्वालियर में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की ज्ञानशाला को मंगलवार को बंद कर दिया है. प्रशासन ने महासभा के पदाधिकारियों को समझाकर इलाके में धारा 144 लगा दी, ताकि किसी भी प्रकाश से शांति भंग की घटनाएं न हो पाएं. वहीं, प्रज्ञा ठाकुर ने इस पर कहा कि सभी राष्ट्र भक्त पूरे देश में अपने अपने तरीके से काम करते हैं, इसको लेकर किसी भी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए.