राजस्थान में निकाय चुनाव के बाद ‘पॉलिटिकल टूरिज्म’ शुरू

निकाय चुनाव के परिणामों के पहले सरगर्मियां शुरू, मंगलवार को घोषित होने हैं परिणाम, कांग्रेस-भाजपा ने सभी निकायों में कर दी पार्टी प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी, महिला उम्मीदवारों को भेजा करीबी रिश्तेदारों के घर

Political tourism
Political tourism

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान में 16 नवंबर को प्रदेश के 49 निकायों के 2105 वार्डों में हुए मतदान के बाद जिताऊ प्रत्याशियों की बाडाबंदी के रूप में पॉलिटिकल टूरिज्म (Political tourism) शुरू हो गया है. भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों ने ही अपने प्रत्याशियों के साथ संभावित तौर पर निर्दलीय जीतने वाले उम्मीदवारों को आलीशान होटल व रिसोर्ट में ठहरा दिया है. असली बाडाबंदी मंगलवार को चुनाव के नतीजे आने के बाद शुरू होगी जब हॉर्स ट्रेडिंग का खतरा सिर पर मंडराने लगेगा. बता दें, राजस्थान निकाय चुनावों के परिणाम 19 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

भाजपा और कांग्रेस ने प्रत्याशियों की घेराबंदी (Political tourism) करने के लिए सभी निकायों में संयोजक बनाए हैं. 16 नवंबर को मतदान के बाद दोनों ही दलों ने अपने प्रत्याशियों की बैठक ली और अगले कुछ दिन के लिए पार्टी द्वारा तय स्थान पर ही रहने के निर्देश दिए. अधिकांश निकायों के प्रत्याशी शनिवार शाम से ​ही बाडाबंदी में हैं. प्रदेश के 49 निकायों में हुए चुनाव के बाद ​प्रत्याशियों की बाडाबंदी लगभग सभी निकायों में हुई है.

बड़ी खबर: एमबीसी आरक्षण में छेड़छाड़ की कोशिश पर गुर्जर समाज में भारी आक्रोश, सचिन पायलट पर साधा निशाना

बात करें कांग्रेस की तो पार्टी ने जोधपुर के फलौदी में चुनाव के बाद अपने सभी प्रत्याशियों को जैसलमेर के एक रिसोर्ट में ठहराया है. कांग्रेस संयोजक ने बताया कि फिलहाल पार्टी ने रिजल्ट आने तक सभी प्रत्याशियों को एक जगह रखने के निर्देश दिए हैं. नतीजे आने के बाद सीटें जीतने के बाद बोर्ड बनाने की स्थिति बनी तो जीते हुए पार्षदों को 26 नवंबर को अध्यक्ष पद के चुनाव तक बाहर रखा जाएगा. वहीं भाजपा के सभी प्रत्याशियों को पाली जिले के एक होटल में रखा गया है.

बाड़मेर में चुनाव के बाद भाजपा अपने सभी प्रत्याशियों को प्रदेश से बाहर ले गई है. वहीं बालोतरा के भाजपा प्रत्याशियों को जालोर में ठहराया गया है. सिरोही निकाय के कांग्रेस पार्षदों को पार्टी ने सिरोही-पाली जिले की सीमा समीप एक फार्म हाउस में ठहरवाया है.

जैसलमेर में कांग्रेस का फकीर गुट कुछ निर्दलीय और कांग्रेस के 18 प्रत्याशियों को लेकर गायब है. वहीं रूपाराम गुट ने कांग्रेस के 27 प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी की है. भाजपा ने भी अपने 20-22 प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी की है. भाजपा के 10 से 15 प्रत्याशी शहर में ही घूमते दिखाई दिए.

पाली में भाजपा की तरफ से खुद भाजपा विधायक ने बाडाबंदी (Political tourism) का मोर्चा संभाल रखा है. विधायक ज्ञानचंद पारख ने सभी प्रत्याशियों को जोधपुर के शिकारपुरा आश्रम में ठहराया है. महिला प्रत्याशियों को उनके करीबी रिश्तेदारों के यहां भेजा गया है अैर उनके पतियों को बाडाबंदी में शामिल किया है. कांग्रेस प्रत्याशियों को सिरोही-पाली की सीमा के बीच विधायक संयम लोढ़ा ने एक फार्म हाऊस में रुकवाया है.

नागौर के डीडवाना में भाजपा के पूर्व मंत्री युनूस खान 10 निर्दलीय प्रत्याशियों को अपने साथ ले गए और शहर की अग्रसेन वाटिका में ठहराया है. वहीं विधायक चेतन डूडी ने कांग्रेस प्रत्याशियों को चार अलग-अलग स्थानों पर ठहरवाया है. इनमें से 8 प्रत्याशी तो उनके पैतृक गांव मंडूकरा में रूके हुए हैं.

जालोर में भाजपा विधायक जोगेश्वर गर्ग ने प्रत्याशियों को एकत्रित कर अपने घर से एक साथ रवाना किया ताे कांग्रेस प्रत्याशियों को भी पार्टी पदाधिकारियों के नेतृत्व में रवाना किया गया. भीनमाल में भाजपा प्रत्याशियों को जोधपुर या जयपुर भेजने की संभावना जताई जा रही है. कांग्रेस के प्रत्याशी जिले में ही हैं.

Leave a Reply