अर्नब के वकील ने हाईकोर्ट में लगाई सप्लीमेंट्री एप्लिकेशन, कोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित, अभिनेत्री कंगना रनौत ने लड़ाई को बताया सभ्यता और भारतवर्ष की लड़ाई
Politalks.News/ArnabGoswami. रिपब्लिक भारत चैनल के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को अभी कुछ रातें जेल में ही काटनी होंगी. बॉम्बे हाईकोर्ट में अर्नब की जमानत अर्जी पर फैसला रिजर्व रखा है. कोर्ट ने फैसला सुनाने के लिए कोई तारीख भी नहीं दी. ऐसे में अर्नब लोअर कोर्ट में पिटीशन फाइल कर सकते हैं. अगर वे ऐसा करते हैं तो चार दिनों में जमानत पर फैसला आ जाएंगे. रविवार को कोर्ट की छुट्टी होने के चलते सोमवार को ही पिटीशन फाइल हो सकती है. अर्नब पर मुंबई के इंटीरियर डिजाइनर और उनकी मां को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है. इधर, अर्नब ने दावा किया है कि गिरफ्तार के समय पुलिस ने उनसे गलत सलूक किया और उन्हें जूतों से भी पीटा. वहीं एक्ट्रस कंगना रानौत ने एक वीडियो जारी करते हुए इस लड़ाई को सभ्यता और भारतवर्ष की लड़ाई बताया.
दरअसल, अर्नब के वकील ने हाईकोर्ट में सप्लीमेंट्री एप्लिकेशन लगाई. रिपोर्ट में अर्नब ने दावा किया है कि पुलिस ने उन्हें जूते से मारा, पानी तक नहीं पीने दिया. अर्नब ने अपने हाथ में 6 इंच गहरा घाव होने, रीढ़ की हड्डी और नस में चोट होने का दावा भी किया. अर्नब ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गिरफ्तारी के वक्त जूते पहनने तक का समय नहीं दिया. बॉम्बे हाईकोर्ट में अर्नब की जमानत अर्जी पर शनिवार को 6 घंटे सुनवाई हुई लेकिन कोर्ट ने फैसला रिजर्व रख लिया.
कोर्ट ने फैसला सुनाने के लिए कोई तारीख भी नहीं दी, सिर्फ इतना कहा कि जल्द फैसला सुनाएंगे. साथ ही अर्नब को छूट दी कि वे चाहें तो लोअर कोर्ट में पिटीशन फाइल कर सकते हैं. हाईकोर्ट ने लोअर कोर्ट को निर्देश दिए कि अर्नब पिटीशन लगाएं तो 4 दिन में फैसला दे दिया जाए. अर्नब पर मुंबई के इंटीरियर डिजाइनर अन्वय और उनकी मां को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है. अर्नब को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने विशेषाधिकार हनन मामले में अर्नब की गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी.
इधर, अभिनेत्री कंगना रनौत ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी और अब जमानत न मिलने की निंदा की है. कंगना ने 2 मिनट का वीडियो ट्विटर पर शेयर कर लिखा कि ये लड़ाई सिर्फ अर्नब की या मेरी नहीं बल्कि ये लड़ाई सभ्यता और भारतवर्ष की है.
ये लड़ाई सिर्फ़ अर्नब की या मेरी नहीं है, यह लड़ाई सभ्यता की है भारतवर्ष की है….. #FreeArnabSaveDemocracy pic.twitter.com/N2DZPAolaw
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) November 7, 2020
क्या है पूरा मामला
53 वर्षीय इंटीरियर डिज़ाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक मई 2018 में अलीबाग तालुका के कावीर गांव में अपने फार्महाउस पर मृत पाए गए थे. अन्वय फर्स्ट फ्लोर पर मृत पाए गए, जबकि उनकी मां का शव ग्राउंड फ्लोर पर मिला था. आत्महत्या से पहले लिखे एक खत में अन्वय नाइक ने आरोप लगाया था कि अर्नब गोस्वामी ने रिपब्लिक नेटवर्क के स्टूडियो का इंटीरियर डिजाइन कराने के बाद भुगतान नहीं किया था. इसके लिए उसे और उसकी मां को अपनी जिंदगी समाप्त करने के लिए मजबूर होना पड़ा. अर्णब गोस्वामी और दो अन्य फिरोज शेख और नितेश सरदा के द्वारा 5.40 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया. इसके बाद अन्वय की पत्नी अक्षता नाइक ने मामला दर्ज कराया था.
इस मामले में स्थानीय पुलिस ने यह कहते हुए मामला बंद कर दिया था कि मामले में दर्ज लोगों के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं थे. मई, 2020 में अन्वय नाइक की बेटी अदन्या ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख से से दोबारा जांच करने की गुहार लगाई. अदन्या ने आरोप लगाया कि अलीबाग पुलिस ने मामले की ठीक से जांच नहीं की थी. इसके बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने नए सिरे से जांच की घोषणा की. इस मामले में अर्नब को बुधवार को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है.