अरुण सिंह से मुलाकात के बाद बदले मेघवाल के तेवर, कटारिया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने से किया इनकार: भाजपा का सियासी बंवडर थमा या दबा दिया गया? वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल ने खोला था नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के खिलाफ मोर्चा, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां को लिखा था पत्र, विधायक दल की बैठक में लाने वाले थे कटारिया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव, मेघवाल ने कटारिया पर लगाए थे संगीन आरोप, लेकिन मेघवाल की चिट्ठी वायरल होने के बाद एक्शन में आया केन्द्रीय संगठन, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने मेघवाल को किया तलब, बीजेपी मुख्यालय में हुई अहम बैठक, इस बैठक में बाद मेघवाल के बदले तेवर, कहा- ‘कटारिया के खिलाफ अब नहीं लाएंगे निंदा प्रस्ताव, पार्टी के हित में करना है काम, बल्कि हम सब एक साथ घेरेंगे कांग्रेस सरकार को’, बड़ा सवाल, ऐसा क्या हुआ कि एक दिन में बदल गए मेघावल के तेवर, इससे पहले अरुण सिंह ने चिट्ठी वायरल और बयान को लेकर दी थी चेतावनी, अब उस चिट्ठी का क्या होगा जो लिखी गई थी नड्डा और पूनियां को, पार्टी में चर्चाओं का दौर शुरू, क्या पार्टी में लोकतंत्र हो गया है खत्म? किसी को नहीं है अपनी बात उठाने का हक!, गंभीर आरोप लगाने वाले पर क्या होगी कार्रवाई?
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