पॉलिटॉक्स न्यूज/यूपी. उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने राज्य में हो रहे दलित उत्पीड़न पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. साथ ही योगी सरकार द्वारा की गई कार्रवाई पर संतोष जताते हुए कहा कि उत्पीड़न के मामले में कार्रवाई को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री देर आए पर दुरुस्त आए जो अच्छी बात है, साथ ही अन्य मामलों में कार्रवाई समय पर करने की नसीयत भी दे दी. जौनपुर और आजमगढ़ में दलितों के साथ हुए अत्याचार पर मायावती ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि दोषी चाहे किसी भी धर्म और जाति का क्यों न हो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो. ट्विटर पर ताबड़तोड़ एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए दलित उत्पीड़न उन्होंने अपना गुस्सा दिखाया.
दरअसल मामला दलित वर्ग की युवती के छेड़छाड़ का है जहां पानी लेने जाती युवतियों के साथ कुछ युवक गैंग बनाकर छेड़छाड़ करते थे. विरोध करते हुए मामला विवाद में बदल गया और लोगों ने हथियारों के साथ पूरी बस्ती पर ही हमला कर दिया. इस मामले में 12 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और 7 फरार चल रहे हैं. आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर व एनएसए के तहत कार्रवाई का निर्देश दिए गए हैं.
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मामले पर मायावती ने ट्वीट किया कि यूपी में चाहे आजमगढ़, कानपुर या अन्य किसी भी जिले में खासकर दलित बहन-बेटी के साथ हुए उत्पीड़न का मामला हो या फिर अन्य किसी भी जाति व धर्म की बहन-बेटी के साथ हुए उत्पीड़न का मामला हो, उसकी जितनी भी निंदा की जाये, वह कम है.
1. यू.पी में चाहे आजमगढ़, कानपुर या अन्य किसी भी जिले में खासकर दलित बहन-बेटी के साथ हुये उत्पीड़न का मामला हो या फिर अन्य किसी भी जाति व धर्म की बहन-बेटी के साथ हुए उत्पीड़न का मामला हो, उसकी जितनी भी निन्दा की जाये, वह कम है। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) June 13, 2020
अपने अगले ट्वीट में मायावती ने कहा, ‘मायावती ने कहा कि चाहे इसके दोषी किसी भी धर्म, जाति व पार्टी के बड़े से बड़े नेता व कितने भी प्रभावशाली व्यक्ति क्यों ना हो, उनके खिलाफ फौरन और सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चहिए. बीएसपी का यह कहना व सलाह भी है.’
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3. खासकर अभी हाल ही में आजमगढ़ में दलित बेटी के साथ हुये उत्पीड़न के मामले में कार्रवाई को लेकर यू.पी के मुख्यमंत्री देर आये पर दुरस्त आये, यह अच्छी बात है। लेकिन बहन-बेटियों के मामले में कार्रवाई आगे भी तुरन्त व समय से होनी चाहिये तो यह बेहतर होगा। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) June 13, 2020
अपने तीसरे और आखिरी ट्वीट में बसपा प्रमुख ने योगी सरकार की सराहना करते हुए लिखा कि खासकर अभी हाल ही में आजमगढ़ में दलित बेटी के साथ हुए उत्पीड़न के मामले में कार्रवाई को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री देर आए पर दुरुस्त आए, यह अच्छी बात है. लेकिन बहन-बेटियों के मामले में कार्रवाई आगे भी तुरन्त व समय से होनी चाहिये तो यह बेहतर होगा.
क्या है पूरा मामला
आजमगढ़ के महाराजगंज कोतवाली क्षेत्र में दलित बालिकाओं के साथ कई दिन से छेड़छाड़ हो रही है. करीब दर्जनभर आरोपी ट्यूबेल पर पानी लेने जा रही दलित बालिकाओं से करते छेडख़ानी करते थे. इस छेडख़ानी का विरोध करने पर इन लोगों ने लड़कियों के साथ उनके परिवार के लोगों के साथ मारपीट भी की. वहीं सिकंदरपुर आइमा गांव में अनुसूचित बस्ती के किशोरी के साथ 10 जून को दूसरे वर्ग के युवक ने छींटाकशी के साथ छेड़खानी की. इसी बात को लेकर उनमें विवाद हो गया था. विवाद के बाद वर्ग विशेष के लोगों ने अनुसूचित बस्ती पर लाठी-डंडा व धारदार हथियार से लैस होकर हमला बोल दिया.
दोनों मामलों पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए महराजगंज थाना प्रभारी अरविंद पांडेय को निलंबित करने के साथ आरोपी परवेज, फैजान, नूर आलम व सदरे आलम समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया. इन सभी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई के निर्देश हैं. इस घटना में फरार चल रहे सात आरोपितों पर एसपी ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित करते हुए सभी आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर व एनएसए के तहत कार्रवाई का निर्देश दिया.