ममता बनर्जी ने हिंदू और बाहरी के साथ खेला बड़ा सियासी कार्ड, BJP को अप्रैल फूल बनाने की अपील की

मैं सुबह चंडी पाठ करके घर से निकलती हूं, मैं चंडी पाठ सुना रही हूं, जो हिंदू-मुसलमान कर रहे हैं सुन लें, अगर आप लोगों को मेरा यहां से चुनाव लड़ना गलत लगता है तो मैं पर्चा दाखिल नहीं करूंगी, दिल्ली के गुंडे मुझे बाहरी बता रहे हैं, बंगाल की बेटी आखिर बाहरी कैसे हो सकती है- ममता बनर्जी

ममता बनर्जी ने BJP को अप्रैल फूल बनाने की अपील की
ममता बनर्जी ने BJP को अप्रैल फूल बनाने की अपील की

Politalks.News/BengalAssemblyElection. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को नंदीग्राम सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को बड़ा हिंदू कार्ड खेलते हुए बीजेपी के सबसे बड़े हथियार हिंदू कार्ड पर प्रहार कर सबको चौंका दिया. मुस्लिम वोट बैंक के लिए जाने जानी वाली ममता बनर्जी ने न सिर्फ हिंदू मंदिरों में दर्शन किए बल्कि मंच से काली पाठ और मंत्रोच्चार करते हुए बीजेपी को हिंदुत्व की नसीहत दे डाली. बता दें, नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का यह पहला नंदीग्राम दौरा है.

ममता ने सबको चौंकाते हुए पहले खेला हिंदू कार्ड

नंदीग्राम के बरतला में तृणमूल की जनसभा को सम्बोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मैं हिंदू घर की लड़की हूं. ममता ने यह भी कहा कि जो लोग 70 और 30% का कार्ड खेल रहे हैं, वे सावधान रहें. इससे पहले ममता बनर्जी ने मंच से कई मिनटों तक लगातार मंत्रोचार भी किया. ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि कहा कि मैं भी हिंदू हूं और मेरे साथ हिंदू कार्ड मत खेलो. ममता ने कहा कि, ‘मैं सुबह चंडी पाठ करके घर से निकलती हूं, मैं चंडी पाठ सुना रही हूं, जो हिंदू-मुसलमान कर रहे हैं सुन लें.’ इसके बाद ममता बनर्जी ने तीन मिनट तक चंडी पाठ किया, इस दौरान टीएमसी समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की. इसके बाद ममता ने मंच से घोषणा की कि वे शिवरात्रि नंदीग्राम में मनाएंगी फिर यहां से जाएंगी.

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फिर खेला सियासी कार्ड – ‘आपकी मंजूरी के बाद ही भरूंगी पर्चा’

नामांकन से एक दिन पहले अपने चुनावी क्षेत्र में बीजेपी पर जमकर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने ये भी बताया कि आखिर उन्होंने इस सीट का चुनाव क्यों किया. ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं चाहती तो भोवानीपुर से भी टिकट ले सकती थी. लेकिन जब नंदीग्राम के विधायक ने इस्तीफा दिया था, तब एक रैली से मैंने आप लोगों से जानने की कोशिश की थी कि क्या मैं नंदीग्राम से लड़ सकती हूं? आप लोगों ने हां कह दिया तो मैंने यहां से लड़ने का फैसला लिया.’ ममता बनर्जी ने आगे कहा कि सिंगुर और नंदीग्राम आंदोलन की भूमि है, सिंगुर नहीं होने से नंदीग्राम का आंदोलन नहीं होता. इसलिए ये दोनों सीटों में से किसी एक सीट से मैं लड़ना चाहती थी. मंच से ममता ने सियासी कार्ड खेलते हुए कहा कि, ‘मैं गांव की बेटी हूं, मैंने पहले से सोचा था कि इस बार नंदीग्राम या सिंगुर से चुनाव लड़ूंगी. आप लोगों ने मुझे स्वीकार किया है, इसलिए मैं नंदीग्राम आई हूं. अगर आप लोगों को मेरा यहां से चुनाव लड़ना गलत लगता है तो मैं पर्चा दाखिल नहीं करूंगी, आप लोगों की मंजूरी के बाद ही नामांकन दाखिल करूंगी.’

और फिर ममता ने खेला स्थानीय और बाहरी कार्ड

चुनावी जनसभा में ममता बनर्जी ने नंदीग्राम आंदोलन की याद दिलाने के साथ ही कहा कि यहां आकर कोई-कोई बंटवारा करने की कोशिश करेगा. ऐसे लोगों की बात मत सुनिएगा. ममता ने कहा कि मैं अपना नाम भूल सकती हूं, लेकिन नंदीग्राम नहीं. ममता ने नंदीग्राम आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे नंदीग्राम आने से रोका गया था, लेकिन मैं सिंगूर और नंदीग्राम को साथ लाई. आंदोलन के दौरान मुझ पर अत्याचार हुआ. ममता ने मंच से बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि, ‘मैं खुद हिंदू हूं, मुझे हिंदुत्व मत सिखाइए.’ ममता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘कुछ बाहर के लोग खुद मुझे बाहरी बता रहे हैं. दिल्ली के गुंडे मुझे बाहरी बता रहे हैं, बंगाल की बेटी आखिर बाहरी कैसे हो सकती है.’

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ममता ने की अपील- बीजेपी को बनाएं अप्रैल फूल
टीएमसी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में नंदीग्राम का मॉडल तैयार करूंगी. इस दौरान ममता ने लोगों से अपील की कि वो एक अप्रैल को उनको (बीजेपी) अप्रैल फूल बना दीजिएगा. यही नहीं ममता बनर्जी ने आगे कहा कि एक अप्रैल को खेला होगा और चुनाव बाद देखूंगी कि जीभ में कितना जोर है.

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