पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान में 3 से 13 जनवरी के बीच होने जा रही प्रथम श्रेणी स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा (Lecturer Recruitment Examination) की तिथि आगे बढ़वाने का मामला एक बार फिर से गर्मा गया है. इस हाड़ कंपा देने वाली कड़ाके की ठंड में अभ्यर्थी छात्राओं ने पूरी रात पानी की टंकी पर गुजारी. परीक्षा तिथि आगे बढाने की मांग को लेकर सोमवार को टंकी ओर चढ़ी दो छात्राएं खबर लिखे जाने तक टंकी पर ही डटी हुई हैं. उधर, अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल राज्यसभा सांसद डॉ़.किरोडीलाल मीणा के पास दिल्ली पहुंचा. जहां डॉ किरोडी अभ्यर्थियों की मांग को लेकर आलाकमान से सरकार को परीक्षा की तिथि आगे बढाने का आदेश दिलाने की तैयारी में जुट गए हैं.
बता दें, सोमवार दोपहर दो छात्राएं राजस्थान विश्वविद्यालय कैंपस में बनी पानी की टंकी पर पेट्रोल की बोतल लेकर चढ़ गई और परीक्षा की तिथि आगे बढ़वाने की मांग करने लगी. छात्राओं के टंकी पर चढ़ने की सूचना पर प्रशासन के हाथ पैर एक बार फिर फूल गए. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन, एम्बुलेंस और फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची. इस दौरान टंकी के नीचे बैठे अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान टंकी पर चढ़ी छात्राओं ने कहा कि हमारी मुख्य मांग परीक्षा तिथि आगे बढाने को लेकर है. इतने दिन धरना प्रदर्शन करने के बाद भी हमारी मांगों पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है. इस दौरान टंकी के नीचे अभ्यार्थियों की संख्या को बढ़ता देख पुलिस प्रशासन ने छात्रों को वहां से खदेडा.
कुछ समय बाद विश्व विद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष पूजा वर्मा (Pooja Varma) भी मौके पर पहुंची और खदेड़े गए छात्रों को बुलाकर घटना का सोशल मीडिया पर लाइव करने को कहा. इस पर पुलिस अधिकारियों ने नाराजगी प्रकट की और पुलिस जाब्ते को वापस भेज दिया. पुलिस जाब्ते के मौके से रवाना होने के बाद अभ्यर्थी भारी संख्या में टंकी के नीचे पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया. हाड कपां देने वाली ठंड में भी टंकी पर चढ़ी दोनों छात्राएं सोमवार रात भर टंकी पर ही डटी रहीं. मंगलवार सुबह होते ही टंकी के नीचे फिर से छात्रों का जुटना शुरू हुआ.
इस बीच राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा ने सोमवार शाम ट्वीट कर कहा कि व्याख्याता भर्ती परीक्षा (Lecturer Recruitment Examination) की तिथि को आगे बढ़ाने को लेकर अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल मेरे साथ दिल्ली पहुंच गया है. मैं इनकी बात आलाकमान के पास रखने का पुरजोर प्रयास कर रहा हूं. डॉ.किरोड़ी आलाकमान के जरिए गहलोत सरकार को इस संबंध में निर्देश दिलवाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
गौरतलब है कि व्याख्याता भर्ती परीक्षा (Lecturer Recruitment Examination) की तिथि को आगे बढाने सहित अन्य मांगों को लेकर 1 दिसंबर से छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. यह प्रदर्शन राजस्थान विश्वविद्यालय से शुरू हुआ. इसके बाद हजारों छात्रों ने 16 दिसंबर को सांसद किरोडी लाल मीणा के नेतृत्व में सिविल लाइन्स कूच किया था और वहां से शहीद स्मारक पर धरने पर बैठ गए. छात्रों ने 17 दिसंबर को शहीद स्मारक से प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय की तरफ भी कूच किया था जिसे पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग रोक दिया गया. 19 दिसंबर को पांच छात्राएं जगतपुरा स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गई और परीक्षा तिथि बढ़ाने की मांग करते हुए नीचे कूदने की धमकी दी.
यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री गहलोत ने टिड्डी प्रभावित जिलों का दौरा कर नुकसान का लिया जायजा, हर सम्भव मदद का दिलाया भरोसा
सांसद मीणा की समझाइश पर छात्राएं 32 घंटे बाद टंकी से उतरी. इसके बाद सांसद मीणा की अगुवाई में प्रतिनिधी मंडल 23 दिसंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करने पहुंचा लेकिन अगले ही दिन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने तय समय पर ही परीक्षा होने का ऐलान करते हुए अगस्त में रीट और तीन हजार पदों पर सितंबर में नई भर्तियों की भी घोषणा की. एक दो दिन मामला शांत होने से यही माना जा रहा था कि अब मामला ठंडे बस्ते में चला गया है लेकिन 30 दिसंबर को दो छात्राओं के फिर से पानी की टंकी पर चढ़ने से ये मुद्दा फिर से तूल पकड़ने लगा है. बता दें, प्रथम श्रेणी व्याख्यता भर्ती परीक्षा (1st grade teachers exam) तीन चरणों में आयोजित कराई जा रही है. पहले चरण के प्रवेश पत्र जारी किए जा चुके हैं. परीक्षा के सेंटर दूर दिए जाने से भी अभ्यार्थियों में रोष है.