पॉलिटॉक्स न्यूज. यूपी में दशहत का चेहरा विकास दुबे अब शांत हो चुका है. शुक्रवार सुबह 6:30 बजे यूपी पुलिस ने गिरफ्त से भागते हुए विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया जिसमें उसकी मौत हो गई. हालांकि यूपी पुलिस की इस कहानी में कई झोल दिख रहे हैं और मामला मानवाधिकार आयोग भी पहुंच गया है क्योंकि विकास दुबे अपने साथ कई राज अपने सीने में दफन करके चला गया. विकास दुबे के एनकाउंटर पर पूरे दिन राहुल गांधी ने चुप्पी साधे रखी. आखिर में शायराना अंदाज में अपने मन की बात सोशल मीडिया पर साझा की. अपनी शायरी में उन्होंने साफ तौर पर योगी सरकार पर तंज कसते हुए मिलीभगत का निशाना किया है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने भी एनकाउंट पर सवाल उठाते हुए बीजेपी से 14 जवाब मांगे हैं. घटनाक्रम पर तंज कसते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था अपराधियों की ‘दासी’ व अपराधों की ‘बंधक’ बन गई है.
गौरतलब है कि शुक्रवार को सुबह साढ़े 6 बजे कानपुर बॉर्डर में घुसते ही विकास दुबे यूपी पुलिस के एनकाउंटर का शिकार हो गया. कथित तौर पर विकास दुबे ने पुलिस गिरफ्त से भागने की कोशिश की और पुलिस ने उसे गोलियों से भून दिया. हालांकि इस कहानी में कई पेंच हैं और सरसरी निगाह में भी समझ में आते हैं लेकिन फिलहाल यहां यूपी पुलिस के इस कारनामे पर बधाई दी जा रही है. माना यही जा रहा है कि विकास दुबे तो चला गया लेकिन जाते जाते कई राज अपने सीने में दफन करके ले गया.
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कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े किए हैं. इसी कड़ी में राहुल गांधी ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए मामले में किसी मिलीभगत का निशाना किया है. राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में ट्वीट में लिखा, ‘कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी..न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली.’ राहुल की शायरी में साफ पता चल रहा है कि इशाना विकास दुबे के अलावा किस ओर है.
कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी
न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 10, 2020
वहीं कांग्रेस भी एनकाउंटर पर योगी सरकार पर हमलावर है. एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी शासन में ‘उत्तर प्रदेश’ अब ‘अपराध प्रदेश’ बन गया है. उन्होंने कहा कि अपराध के लगभग हर पायदान पर UP पहले नंबर पर है. संगठित अपराध, नाज़ायज हथियार, हत्या, बलात्कार, डकैती, अपहरण, महिला अपराध, इनका चारो ओर भाजपा शासन में उत्तर प्रदेश में बोलबाला है. ऐसा प्रतीत होता है कि कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश में अपराधियों की ‘दासी’ व अपराधों की ‘बंधक’ बन गई है.
संगठित अपराध,नाज़ायज हथियार,हत्या,बलात्कार,डकैती,अपहरण,महिला अपराध,इनका चारो ओर भाजपा शासन में उत्तर प्रदेश में बोलबाला है
ऐसा प्रतीत होता है कि कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश में अपराधियों की ‘दासी’ व अपराधों की ‘बंधक’ बन गई है
अपराध के लगभग हर पायदान पर UP पहले नंबर पर है (NCRB) pic.twitter.com/kvuTiG4Jbd
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 10, 2020
सुरजेवाला ने कहा कि विकास दुबे संगठित अपराध का एक मोहरा था लेकिन उस संगठित अपराध के सरगना असल में कौन हैं? कांग्रेस प्रवक्ता ने संदेह पैदा जताते हुए कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि विकास दुबे एनकाउंटर की आड़ में राज़ खुलने के डर से नामदार असरदारों ने सच का एनकाउंटर कर डाला?
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सुरजेवाला ने कहा कि विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अनेकों सवाल सार्वजनिक जेहन में खड़े हो गए हैं, जिनका जवाब योगी सरकार को देना होगा. इसके अलावा, कांग्रेस ने यूपी की बीजेपी सरकार से 14 सवालों के जवाब मांगे हैं जिसमें एनकाउंटर से संबंधित ये 14 सवाल पूछे गए हैं..
भाजपा शासन में ‘उत्तर प्रदेश’ अब ‘अपराध प्रदेश’ बन गया है।
विकास दुबे संगठित अपराध का एक मोहरा था।
उस संगठित अपराध के सरगना असल में हैं कौन?
विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अनेकों सवाल सार्वजनिक जेहन में खड़े हो गए हैं,
जिनका जवाब आदित्य नाथ सरकार को देना होगा।हमारा बयान-: pic.twitter.com/BVYlaZ1jBc
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 10, 2020
- क्या विकास दुबे सफेदपोशों और शासन में बैठे लोगों का राजदार था? क्या उसे सत्ता और शासन में बैठे व्यक्तियों का संरक्षण था?
- विकास दुबे के पास वो क्या राज थे जो सत्ता और शासन से गठजोड़ को उजागर करते?
- विकास दुबे का नाम प्रदेश के 25 मोस्ट वांटेड अपराधियों में शामिल क्यों नहीं किया गया था?
- क्या विकास दुबे का एनकाउंटर अपने आप में कई सवाल नहीं खड़े कर गया जैसे ..
- अगर उसे भागना ही था तो फिर उज्जैन में तथाकथित सरेंडर क्यों किया?
- एनकाउंटर से पहले मीडिया के साथी जो एसटीएफ की गाड़ियों के साथ चल रहे थे, उस सबकों क्यों रोक दिया गया?
- पहले कहा गया कि अपराध की संगीनता को देखते हुए विकास दुबे को चार्टर प्लेन में लाएंगे, फिर यह फैसला क्यों बदल दिया गया?
- पहले विकास दुबे एसटीएफ की सफारी गाड़ी में दिखा तो फिर उसे टीयूवी300 में कब और क्यों शिफ्ट किया गया?
- विकास दुबे की टांग में लोहे की रॉड होने के कारण वह लंगड़ाकर चलता था तो वो यकायक भाग कैसे गया?
- अगर अपराधी विकास दुबे भाग रहा था तो फिर गोली पीठ की बजाय छाती में कैसे लगी?
- मौके पर मीडियाकर्मियों को गाड़ी के एक्सीडेंट का कोई स्किड मार्क क्यों नहीं मिला और दिखा?
- क्या यह सही है कि पहले मीडिया को एक्सीडेंट बताया गया और अस्पताल में गोली चलने की पुष्टि की गई?
- क्या यह सही है कि मौके पर बारिश की वजह से कीचड़ था तो जब भागते हुए व एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे का शव अस्पताल लाया गया तो कपड़ों पर मिट्टी या कीचड़ का एक भी निशान क्यों नहीं था?
- इस रहस्यमयी एनकाउंटर की असलियत क्या है?
इसके अलावा, कांग्रेस ने विकास दुबे एनकाउंटर मामले और घटनाक्रम की पूरी जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाने की मांग की है ताकि संगठित अपराध के सत्ता और शासन में बैठे गठजोड़ को बेनकाब किया जा सके.