हर हाल में कोरोना की कम्यूनिटी स्प्रेडिंग को रोकना है, इसके लिए सख्ती करनी पड़े तो करें- सीएम गहलोत

कोरोना को रोकने के लिए प्रदेशभर में अपनाया जायेगा भीलवाड़ा मॉडल, गहलोत ने दिए सख्त निर्देश- किसी भी हाल में कर्फ्यू एवं लॉकडाउन का उल्लंघन न होने पाए, असहाय व जरूरतमंदों को राशन-भोजन की व्यवस्था पूरे हेल्थ प्रोटोकॉल के साथ पूरी हो, चिकित्सकों व नर्सिंग कर्मियों को पूरे सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं

Gehlot
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पॉलीटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में जहां एक ओर सबसे ज्यादा डराने वाला जिला भीलवाड़ा में कोरोना पर करीब करीब काबू पा लिया गया है, तो वहीं अब प्रदेश के अन्य जिलों ने डराना शुरू कर दिया है. जिसमें जयपुर पहले नंबर पर है तो जोधपुर दूसरे नम्बर पर आ गया है, जहां कोरोना के नए मरीजों का आना जारी है. मंगलवार को 42 नए मामले सामने आए जिसके चलते प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या 343 हो गई है. अकेले जयपुर के रामगंज क्षेत्र से अब तक 83 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं. वहीं जोधपुर, टोंक, कोटा, चुरू, बीकानेर और झुंझुनूं जिलों में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से सरकार की चिंता गहरी हो गई है.

जिस तरह प्रदेश के पहले हॉटस्पॉट बने भीलवाड़ा में स्थिति को बेहतर ढंग से नियंत्रित किया गया है, उसी मॉडल पर काम करते हुए अब जयपुर, जोधपुर, कोटा, टोंक, चूरू, झुंझुनूं सहित प्रदेश भर के अन्य शहरों में भी कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोके जाने की तैयारी गहलोत सरकार ने तेज कर दी है. इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को जोधपुर शहर के विधायक सूर्यकान्ता व्यास एवं मनीषा पंवार, संभागीय आयुक्त, पुलिस कमिश्नर, जिला कलक्टर सहित अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण और बचाव कार्यों की समीक्षा की.

वीसी के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जोधपुर बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन है और यहां अचानक कोरोना के मामले बढ़ना चिंता का विषय इसको ध्यान में रखते हुए वहां घर-घर स्क्रीनिंग के साथ जांच का दायरा बढ़ाया जाए. सीएम गहलोत ने कहा कि हमें हर हाल में कोरोना की कम्यूनिटी स्प्रेडिंग को रोकना है, इसके लिए सख्ती करनी पड़े तो करें लेकिन किसी भी हाल में कर्फ्यू एवं लॉकडाउन का उल्लंघन न होने पाए.

मुख्यमंत्री गहलोत ने स्थानीय विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को लगातार स्थिति पर नजर बनाए रखने को कहा. सीएम ने जिला प्रशासन के सहयोग से ऐसी व्यवस्था बनाने को कहा जिससे जरूरतमंदों तथा असहाय लोगों को राशन एवं भोजन प्राप्त करने में परेशानी न हो, साथ ही वितरण के दौरान हैल्थ प्रोटोकॉल की पूरी पालना हो.

इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन को सफल बनाने में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बड़ी भूमिका है. ऐसे में वे इस दिशा में पुलिस एवं प्रशासन का सहयोग भी करें. सीएम गहलोत जिला प्रशासन को क्वारेंटाइन की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि शहर के जिन इलाकों में रोगियों की संख्या बढ़ी है, वहां ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग पर जोर दिया जाए. सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि रोगियों का उपचार कर रहे चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टॉफ को किसी तरह की परेशानी न आए. उन्हें सभी प्रकार के सुरक्षा उपकरण एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराए जाएं.

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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मौजूद रहे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना के सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिए विभाग पूरी तरह सतर्क है. अधिक संख्या में जांचों के लिए प्रदेश में जल्द रैपिड टेस्टिंग की व्यवस्था शुरू हो जाएगी. इसके लिए हमने किट्स का ऑर्डर दे दिया है. मंत्री रघु शर्मा के आलवा मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजीव स्वरूप सहित अन्य अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहे.

बता दें, मंगलवार को सामने आए नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से जोधपुर में 9, जैसलमेर में 13, बांसवाड़ा में 7, चूरू में 1, बीकानेर में 3, भरतपुर में 3 और जयपुर रामगंज के 6 मरीज शामिल हैं. इनमें चूरू का 1 तथा भरतपुर के तीनों तब्लीगी जमात से जुड़े लोग हैं. वहीं जयपुर के रामगंज में सामने आए 6 मरीजों में एक 8 साल का लड़का है जबकि दो महिलाएं व तीन पुरुष शामिल हैं. इस तरह मंगलवार को एक दिन में 42 पॉजिटिव केस सामने आने के बाद प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 343 हो गई है जबकि सोमवार तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 6 हो चुकी है.

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