पॉलिटॉक्स न्यूज/यूपी. कानपुर के शेल्टर होम में कई बच्चियों के कोरोना संक्रमित होने और 6 नाबालिगों के गर्भवती होने के मुद्दे पर अब यूपी में सियासत गरमा गई है. इसी मामले पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करने को लेकर उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) को नोटिस भेजा और पोस्ट को हटाने को कहा. इस पर जवाब देते हुए प्रियंका गांधी ने सीधे और स्पष्ट शब्दों में कहा ‘मैं इंदिरा गांधी की पोती हूं कोई बीजेपी की प्रवक्ता नहीं, जो करना है कर लें’. प्रियंका गांधी का ये बेबाक अंदाज योगी सरकार के लिए आगामी चुनावों में खतरे की दस्तक दे रहा है.
दरअसल कानपुर के एक शेल्टर होम में बीते दिनों उस वक्त हड़कंप मच गया था, जब यहां 57 लड़कियां कोरोना वायरस पॉजिटिव पाई गई. इनमें 6 लड़कियां गर्भवती भी थीं. इसी के बाद से प्रियंका गांधी ने इस मामले को मुद्दा बनाया हुआ है.
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इस मुद्दे को लेकर प्रियंका ने 21 जून को फेसबुक पोस्ट पर लिखा, ‘कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह में 57 बच्चियों को कोरोना की जांच होने के बाद एक तथ्य आया कि 2 बच्चियां गर्भवती निकलीं और एक को एड्स पॉजिटिव निकला. मुजफ्फरपुर (बिहार) के बालिका गृह का पूरा किस्सा देश के सामने है. यूपी में भी देवरिया से ऐसा मामला सामने आ चुका है. ऐसे में पुनः इस तरह की घटना सामने आना दिखाता है कि जांचों के नाम पर सब कुछ दबा दिया जाता है लेकिन सरकारी बाल संरक्षण गृहों में बहुत ही अमानवीय घटनाएं घट रही हैं’
इसके बाद प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने प्रियंका गांधी को नोटिस जारी करते हुए अगले तीन दिन में इस पोस्ट को हटाने को कहा. नोटिस में कहा गया था कि इस पोस्ट को तीन दिन के अंदर हटाएं, अन्यथा कानूनी एक्शन लिया जाएगा.
इस नोटिस के जवाब में प्रियंका गांधी ने ट्वीट पोस्ट पर लिखा, ‘जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य यूपी की जनता के प्रति है, और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है. किसी सरकारी प्रॉपगैंडा को आगे रखना नहीं है. यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिज़ूल की धमकियां देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है.’
.. जो भी कार्यवाही करना चाहते हैं, बेशक करें। मैं सच्चाई सामने रखती रहूँगी। मैं इंदिरा गांधी की पोती हूँ, कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं।..2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 26, 2020
अपनी अगली पोस्ट में प्रियंका ने लिखा, ‘जो भी कार्यवाही करना चाहते हैं, बेशक करें. मैं सच्चाई सामने रखती रहूंगी. मैं इंदिरा गांधी की पोती हूं, कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं.’
बता दें, कानपुर में शेल्टर होम का ये मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. ऐसे मामलों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा अमिक्स क्यूरी बनाई गई वकील अपर्णा भट ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर चाइल्डकेयर संस्थानों में बेहतर सुविधाओं की मांग की गई है. इस घटना का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) द्वारा संज्ञान लिया गया है.