‘आपका चुनाव लड़ना देशहित और हमारा ऐंटी नेशनल’- 370 प्रेमी गैंग बयान पर महबूबा का पलटवार

गुपकार गुट को गुपकार गैंग बताया था अमित शाह ने, विदेशी ताकतों के दखल चाहने और तिरंगे के अपमान करने का लगाया था आरोप, साथ ही कांग्रेस से मांगा था गठबंधन को लेकर स्पष्टीकरण

Amit Shah Vs Mehbooba Mufti
Amit Shah Vs Mehbooba Mufti

Politalks.News/Kashmir/AmitShah. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के ‘गुपकार गुट’ को लेकर दिए बयान पर पलटवार करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अब तो गठबंधन में चुनाव लड़ना भी ऐंटी नेशनल हो गया है. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने कहा कि अमित शाह और बीजेपी को निशाना बनाते हुए कहा कि खुद को मसीहा और राजनीतिक विरोधियों को आतंरिक और काल्पनित दुश्मन बताना काफी पुराना हो गया है. बीजेपी तो खुद दिन-रात संविधान का माखौल बनाती है. बीजेपी चाहे तो सत्‍ता की भूख के लिए कितने ही गठबंधन कर ले लेकिन हम यूनाइटेड फ्रंट बना लें तो पता नहीं कैसे देशहित को नुकसान हो रहा है. इस बयानबाजी के बाद लगने लगा है कि अब जम्मू कश्मीर की सियासत में एक बार फिर गर्माहट आ रही है. इधर, कांग्रेस ने भी गुपकार गठबंधन को लेकर अपना रवैया साफ किया है.

इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने सुबह तीन ट्वीट करते हुए गुपकार गुट पर तीखा हमला किया. अपने पहले ट्वीट में अमित शाह ने गुपकार गुट को ‘गुपकार गैंग’ और ‘370 प्रेमी गैंग’ कहकर संबोधित किया. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि गुपकार गैंग ग्लोबल हो रहा है. गैंग के लोग जम्मू-कश्मीर में विदेशी ताकतों का दखल चाहते हैं. शाह ने गुपकार पर तिरंगे के अपमान का भी आरोप लगाया. इसी बहाने उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि क्या सोनिया गांधी और राहुल जी गुपकार गैंग के इस तरह के कदम का समर्थन करते हैं. भारत के लोगों के सामने उन्हें अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए.

अमित शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस और गुपकार गैंग जम्मू-कश्मीर को आतंक और अशांति के युग में वापस ले जाना चाहते हैं. वे अनुच्छेद 370 को हटाकर दलितों, महिलाओं और आदिवासियों के अधिकारों को छीनना चाहते हैं. यही कारण है कि उन्हें हर जगह लोगों द्वारा अस्वीकार किया जा रहा है.

अपने एक और ट्वीट में अमित शाह ने कहा कि जम्मू और कश्मीर हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा. भारतीय लोग अब हमारे राष्ट्रीय हित के खिलाफ अपवित्र ‘ग्लोबल गठबंधन ’को बर्दाश्त नहीं करेंगे. या तो गुपकार गैंग राष्ट्रीय मूड के साथ चले, वरना लोग इसे खुद डुबो देंगे.

गृहमंत्री अमित शाह के इस करारे वार पर अब महबूबा मुफ्ती भी पलटवार के मूड में आ गई. उन्होंने भी तीन ट्वीट में इन सभी सवालों का जवाब दिया. महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट में लिखा, ‘पुरानी आदतें जल्‍दी जाती नहीं. पहले बीजेपी का नैरेटिव था कि टुकड़े टुकड़े गैंग से भारत की संप्रभुता को खतरा है और अब वे ‘गुपकार गैंग’ का इस्‍तेमाल हमें ऐंटी नैशनल्‍स दिखाना चाहते हैं. बीजेपी खुद तो दिन-रात संविधान का माखौल बनाती है.’

अगले ट्वीट में मुफ्ती ने कहा कि अब गठबंधन में चुनाव लड़ना भी ऐंटी नैशनल हो गया है. बीजेपी चाहे तो सत्‍ता की भूख के लिए कितने ही गठबंधन कर ले लेकिन हम यूनाइटेड फ्रंट बना लें तो पता नहीं कैसे देशहित को नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा कि खुद को मसीहा और राजनीतिक विरोधियों को आतंरिक और काल्‍पनिक दुश्‍मन बताकर प्रॉजेक्‍ट करने की बीजेपी की चाल अब बासी हो गई है. बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई की जगह अब लव जिहाद, टुकड़े टुकड़े और अब गुपकार गैंग पर राजनीतिक चर्चा होती है.

इधर, गृहमंत्री अमित शाह के आरोपों पर कांग्रेस ने अपना रूख स्पष्ट करते हुए कहा कि हम गुपकार का हिस्सा नहीं हैं और गृहमंत्री इसे लेकर शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं. अपना जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आए दिन झूठ बोलना, कपट फैलाना व नए भ्रमजाल गढ़ना मोदी सरकार का चाल-चेहरा-चरित्र बन गया है. शर्म की बात है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह राष्ट्रीय सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी दरकिनार कर जम्मू, कश्मीर व लद्दाख पर सरासर झूठी, भ्रामक व शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं.

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दरअसल, महबूबा मुफ्ती की रिहाई के बाद घाटी से 370 हटने का विरोध खुलकर सामने आने लगा है. महबूबा ने 370 वापिस लागू करने और कश्मीर का पुराना झंडा फिर से जारी करने की मांग करते हुए कहा है कि मांगें पूरी नहीं होने तक वे तिरंगा नहीं उठाएंगी. पिछले साल नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपल्स कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, सीपीआई (एम), पीपल्स यूनाइटेड फ्रंट, पैंथर्स पार्टी और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस सहित घाटी के अन्य राजनीतिक दलों व नेताओं ने एक सर्वदलीय बैठक के बाद जारी प्रस्ताव में जम्मू कश्मीर की पहचान, स्वायत्तता और उसके विशेष दर्जे को संरक्षित करने के लिए साथ आने का सर्व-सम्मति से फैसला लिया है. ये बैठक नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष के गुपकर स्थित आवास पर 4 अगस्त, 2019 को हुई थी. इस बैठक में फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत कई नेताओं ने भाग लिया था.

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