महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर सभी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होने की जताई ईच्छा, राज्यपाल कोश्यारी के इस फैसले पर राजनीति के जानकारों ने जताई हैरानी, हाल ही में कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने कोश्यारी पर कथित तौर पर पक्षपात करने का लगाया था आरोप, इसी बीच सोमवार को राजभवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल कोश्यारी ने अपना शेष जीवन पढ़ने, लिखने और अन्य कामों में इत्मीनान से बीताने की जताई है इच्छा, वहीं कोश्यारी ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा- महाराष्ट्र जैसे महान राज्य, संतों, समाज सुधारकों और बहादुर सेनानियों की भूमि के राज्य सेवक या राज्यपाल के रूप में सेवा करना मेरे लिए थी पूर्ण सम्मान और सौभाग्य की बात,’ कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा था कि राज्यपाल बनने के बाद वह हैं नाखुश, उन्हें लगता है कि वह नहीं हैं सही जगह पर, मैं दुखी हूं, खुश नहीं हूं, उन्हें खुशी और सही जगह तभी महसूस होती है जब राजभवन में आते हैं संन्यासी, जैन समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कही थी कोश्यारी ने ये बात