JP Nadda Message to BJP Workers. चुनावी साल में प्रवेश कर चुकी राजस्थान राजनीति के चलते तमाम सियासी दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. इसी कड़ी में प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के समापन सत्र को संबोधित करने जयपुर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश भाजपा नेताओं को मूलमंत्र दिया है. नड्डा ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सीख देते हुए कहा कि हर किसी को एमएलए और एमपी बनने की चाहत है, मगर मेरा मानना है कि सभी को नेता बनना चाहिए. अपनी काबिलियत बढ़ाएं पार्टी अपने आप टिकट और पद दे देगी. नड्डा ने बैठक में बीजेपी के नेताओं से दो टूक कहा कि ज्यादा हवा में मत उड़ो. मन में महत्वाकांक्षा मत रखो. नड्डा ने कहा कि चुनावी साल में प्रदेश से कांग्रेस सरकार को उखाड़ना है, तो एकजुट होकर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर अब लड़ना होगा.
जयपुर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के प्रमुख नेताओं को मनमुटाव छोड़कर एकजुटता के साथ मिशन 2023 और विजय संकल्प 2024 को पूरा करने के लिए जुटने का आव्हान किया. जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं को हवा में उड़ने की बजाय धरातल पर रहकर काम करने की नसीहत भी दी. जेपी नड्डा ने नेताओं को दो टूक नसीहत देते हुए कहा कि किसी पद विशेष के लिए चिंता न करें. कार्यकर्ता बनकर न रहो बल्कि नेता बनो. मांगने से कुछ नही मिलता काबिलियत से मिलता है. ऊपर न जाओ नीचे की तरफ जाओ नीचे की तरफ जाओगे तो लीडर बनोगे. नड्डा ने बूथ पर एक्टिव रहने का मंत्र देते हुए कहा की पद की चिंता न करो, पद पार्टी अपने आप देगी, जनता के लीडर बनो.
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अपने 35 मिनट के भाषण में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्य की गहलोत सरकार पर भी जमकर हमला बोला. नड्डा ने कहा कि राजस्थान में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं, पेपर लीक हो रहे हैं, मगर सरकार में किसी की सुनवाई नहीं हो रही है. ऐसे में भाजपा कार्यकर्ता जनता के बीच जाए और जन विरोधी नीतियों को लेकर सरकार के खिलाफ माहौल बनाए ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को दो तिहाई बहुमत से जीत मिले. जेपी नड्डा ने प्रदेश कार्यसमिति सदस्यों को जीत का मंत्र देते हुए कहा कि जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा जाए और खुद कम बोलें और जनता की ज्यादा सुने. नड्डा ने पार्टी को केंद्र में रखकर काम करने की सभी नेताओं को सलाह दी. जेपी नड्डा ने कहा कि डोर टू डोर कहना बंद करो सभी, हाउस टू हाउस जाना शुरू करो. परिवार में जाओ और लोगों की 60 प्रतिशत बात सुनो. उसके बाद 40 प्रतिशत अपनी बात कहो. जनता को आपसे अपेक्षा है आप अपेक्षा पर खरा उतरें.
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जेपी नड्डा ने कहा कि टिकट की चाह रखने वाले नेताओं को बूथ की संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए. नेता ऊपर की तो जानकारी रखते है बूथ की नहीं रखते. कई को तो बूथ के नंबर तक पता नही होते. बूथ के परिवारों से सतत सम्पर्क रखें. पन्ना प्रमुख को सशक्त करने पर जोर दें. जेपी नड्डा ने पार्टी नेताओं से कहा कि केवल एंटी इनकंबेंसी के भरोसे नहीं बैठे रहना है. ऐसे में ढोल बजाकर रैली निकालने से कुछ नहीं होगा, अब वक्त आ गया है, लोगों से व्यक्तिगत जुड़ाव बनाना होगा. प्रदेश में लोगों से ज्यादा से ज्यादा मेलजोल बढ़ाओ और उनके घर आना-जाना शुरू करो.
जेपी नड्डा ने कहा कि मैं आज राष्ट्रीय अध्यक्ष हूँ कल न भी रहूँ, लेकिन मरते दम तक पार्टी में कार्यकर्ता बनकर काम करता रहूंगा. हम सभी पार्टी को सर्वोपरी रखे. हमारी पार्टी में प्रजातंत्र है. भाजपा एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है बाकी फैमिली पार्टियां बनकर रह गई हैं. आज कांग्रेस का जहां से उदय होता था, वहां अब कांग्रेस देश मे अस्त हो चुकी है. परिवारवाद ने कांग्रेस को खत्म कर दिया. नड्डा ने अन्य कई परिवारवादी क्षेत्रीय पार्टियों के भी उदाहरण दिए.
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अरुण सिंह ने वसुंधरा राजे को दी अपनी जगह
कार्यसमिति के मंच पर सभी बड़े नेताओं को बैठने की व्यवस्था की गई थी. इस दौरान जेपी नड्डा के दोनों तरफ अरुण सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां की सीट रिजर्व थी. मगर अरुण सिंह ने खुद की सीट पर पूर्व सीएम और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे को बैठा दिया. अरुण सिंह सतीश पुनिया के अगली वाली सीट पर बैठे. इसे भी एक राजनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है.