लगातार दूसरे बजट सत्र की पेपरलीक कांड पर हंगामे से शुरुआत, गहलोत बोले- BJP की निकल जाती हवा…

राज्यपाल ने जैसे ही अभिभाषण पढ़ना किया शुरू भाजपा और आरएलपी विधायकों ने पेपरलीक मामले को लेकर इतना हंगामा किया कि अभिभाषण बीच में छोड़ उठकर चले गए राज्यपाल, स्पीकर ने आरएलपी के तीनों विधायकों को किया सस्पेंड, सीएम अशोक गहलोत बोले- हमारी सरकार की उपलब्धियों को सुनने का साहस नहीं जुटा पाया विपक्ष, इसलिए घबरा कर मुद्दे को डाइवर्ट करने के लिए करने लगे हंगामा, वरना बीजेपी की तो निकल जाती हवा

राजस्थान की 15वीं विधानसभा के आखिरी बजट सत्र की हंगामेदार शुरुआत
राजस्थान की 15वीं विधानसभा के आखिरी बजट सत्र की हंगामेदार शुरुआत

Uproar Start of Budget Session 2023-24 of Rajasthan Vidhansabha. राजस्थान की 15वीं विधानसभा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तीसरे कार्यकाल के आखिरी बजट सत्र की सोमवार से हंगामेदार शुरुआत हुई. सत्र की शुरुआत में राज्यपाल कलराज मिश्र ने जैसे ही अभिभाषण पढ़ना शुरू किया तो विपक्ष ने पेपरलीक मामले को लेकर जमकर हंगामा शुरू कर दिया. भाजपा और आरएलपी विधायकों ने इतना हंगामा किया कि राज्यपाल अभिभाषण को पूरा नहीं पढ़ सके और अभिभाषण बीच में छोड़ उठकर चले गए. दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहा तो स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने आरएलपी के तीन विधायकों को एक दिन के लिए सदन से निष्कासित कर दिया. वहीं हंगामे को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा. सीएम गहलोत ने कहा कि राज्यपाल अभिभाषण पूरा पढ़ते तो बीजेपी की हवा निकल जाती, इतनी उपलब्धियां हमारे शासनकाल में हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सुनने का साहस नहीं जुटा पाई, इसलिए इस तरह का नाटक किया.

 

आपको बता दें कि सोमवार को बजट सत्र की शुरुआत में सदन में राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने पेपर लीक का मुद्दा उठाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. जैसे ही राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ना शुरू किया नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया खड़े हो गए. कटारिया ने कहा कि राजस्थान में लगातार परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं. युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है, आप पर संविधान की रक्षा का दायित्व है, ऐसे कैसे चलेगा. इसके बाद बीजेपी विधायकों ने वेल में आकर नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया.

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भाजपा विधायकों के साथ ही आरएलपी विधायकों ने पेपरलीक मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए सदन में तख्तियां लहराई. हालांकि राज्यपाल कलराज मिश्र ने 21 मिनट तक विपक्ष के हंगामे के बीच अभिभाषण पढ़ना जारी रखा, लेकिन हंगामे के कारण वे इसे पूरा नहीं पढ़ पाए और इसे बीच में ही छोड़ दिया. इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण को पढ़ा हुआ मान लिया गया. इसके बाद राज्यपाल विधानसभा से रवाना हो गए. यहां तक आपको बता दें कि पिछली बार की तरह इस बार भी हंगामे से बजट सत्र की शुरुआत हुई है. पिछले साल भी बजट सत्र के दौरान पेपर लीक का मुद्दा छाया रहा था, इस बार भी पेपर लीक ही मुख्य मुद्दा है.

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वहीं राज्यपाल के अभिभाषण के बाद जब सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू हुई तो भी पेपरलीक पर हंगामा जारी रहा. बीजेपी विधायकों का हंगामा बंद हो गया, लेकिन आरएलपी के तीनों विधायकों ने हंगामा जारी रखा. आरएलपी विधायक पुखराज गर्ग, नारायण बेनीवाल और इंदिरा देवी बावरी ने पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग वाली तख्तियां ले रखी थीं. स्पीकर ने तीनों विधायकों को बैठने के लिए कहा, लेकिन इसके बाद भी विधायकों की नारेबाजी जारी रही. इस पर नाराज स्पीकर सीपी जोशी ने तीनों विधायकों को आज पूरे दिन के लिए सदन से निष्कासित कर दिया और तीनों मार्शल बुलाकर आरएलपी विधायकों को सदन से बाहर करने को कहा.

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विधानसभा की आज की कार्यवाही के बाद सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पेपर लीक को लेकर विपक्ष के साथी जिस तरह से हंगामा कर रहे हैं, उन्हें ये पता होना चाहिए कि पेपर लीक की चिंता उनसे ज्यादा हमें है. अगर हमारी सरकार नौकरी नहीं दे पाएगी तो सवाल हमारे ऊपर उठेंगे. इसलिए हम स्वयं चाहते हैं कि पेपर लीक नहीं हों और युवाओं को रोजगार मिले, आरोप लगाना बड़ा आसान है. सीएम गहलोत ने बीजेपी नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि वो ये बता दें कि उनकी जहां पर सरकार है, वहां पर क्या पेपर लीक नहीं हो रहा ? मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की सरकार पेपर लीक करने वालों पर सख्त कार्रवाई कर रही है.

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यही नहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि अगर आज राज्यपाल अभिभाषण पूरा पढ़ते तो बीजेपी की हवा निकल जाती, क्योंकि सरकार की जो उपलब्धियां हैं वह एक से बढ़कर एक हैं. आम जनता के लिए योजनाएं लागू की गई हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार की उपलब्धियां राज्यपाल के अभिभाषण के जरिए बताने की परंपरा है. वहीं विपक्ष हमारी सरकार की उपलब्धियों को सुनने का साहस नहीं जुटा पाया, इसलिए वह घबरा कर मुद्दे को डाइवर्ट करने के लिए इस तरह का हंगामा कर रहे हैं. इस दौरान सीएम गहलोत ने ये भी कहा कि विपक्ष के पास कहने को कुछ नहीं है. नेता प्रतिपक्ष पहले से सोच समझकर आए थे कि आज सदन में हंगामा करना है, लेकिन हम इनका मुकाबला करेंगे.

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