Kirodi Lal Meena in Rajasthan. राजस्थान में विपक्ष के नाम पर अकेले दिग्गज बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा हैं जिन्होंने बीते चार साल लगातार गहलोत सरकार के नाक में दम कर रखा है. इसी कड़ी में सांसद किरोड़ी मीणा ने पेपरलीक कांड की CBI जांच की मांग एवं युवा बेरोजगारों की समस्या सहित अन्य मांगों को लेकर कल यानी 24 जनवरी को विधानसभा घेराव का करने जा रहे हैं. गहलोत सरकार पर दबाव बनाने के लिए विधानसभा का घेराव करने की तैयारी में जुटे डॉ किरोड़ी मीणा पिछले कुछ दिनों से पूर्वी राजस्थान के अलग अलग इलाकों में जनसंपर्क कर प्रदर्शन में शामिल होने के किए पीले चावल बांटने का काम कर रहे हैं. बीते रोज रविवार को विधानसभा घेराव के लिए युवाओं को आव्हान करने दौसा पहुंचे सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने खुद को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के सवाल पर जोरदार जवाब दिया.
आपको बता दें कि केन्द्र की मोदी सरकार में जल्द होने जा रहे एक और मंत्रिमंडल विस्तार में इस बार प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा आंदोलन कर बीजेपी को मजबूत करते आ रहे राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा को शामिल करने की चर्चाएं जोरों पर हैं. वहीं मीडिया द्वारा इस बारे में जब सीधे डॉ किरोड़ी मीणा से सवाल पूछा गया तो सांसद मीणा ने बेहद रोचक जवाब देते कहा कि मैं अगर मंत्री बन गया तो फिर खटका कौन करेगा. किरोड़ी मीणा ने कहा कि मंत्री कौन बनेगा या कौन नहीं बनेगा, इस पर आलाकमान फैसला करेगा. लेकिन मैं आजाद रहना चाहता हूं, ताकि जनआंदोलन कर सकूं. इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव है और उसके ठीक 6 महीने बाद लोकसभा चुनाव है. ऐसे में मैं आजाद रहकर ही आंदोलन करना चाहता हूं.
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यहां आपको बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए पूर्वी राजस्थान को फतह करना सबसे मुश्किल टास्क है. जबकि प्रदेश के सबसे ताकतवर नेताओं में शुमार डॉ किरोड़ीलाल मीणा एकमात्र ऐसे कद्दावर नेता है जो अपने दम पर जनसमर्थन जुटाने में सक्षम है. हाल ही में बीजेपी ने प्रदेशभर में जन आक्रौश रैलियां और उसके बाद सभाएं की थी. लेकिन जनसमर्थन जुटाने में पार्टी ज्यादा कामयाब नहीं हुई, जबकि बिना पार्टी के सपोर्ट के अकेले डॉ किरोड़ी लाल मीणा के जनसंपर्क कार्यक्रम में अच्छी खासी भीड़ जुट रही है. आपको बता दें, दौसा, सवाईमाधोपुर, अलवर, करौली समेत पूर्वी राजस्थान के एक बड़े इलाके में किरोडी लाल मीणा का जबरदस्त प्रभाव है. इसके अलावा उदयपुर, बांसवाड़ा और डूंगरपुर के साथ साथ प्रतापगढ़ और भीलवाड़ा समेत पूरे आदिवासी बेल्ट में भी बीजेपी को अगर कोई फतह दिला सकता है तो वो सिर्फ सांसद किरोड़ी लाल मीणा हैं.
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आपको बता दें, 24 जनवरी को विधानसभा घेराव को सफल बनाने के लिए किरोड़ीलाल मीणा इन दिनों पूर्वी राजस्थान में जनसंपर्क कर रहे हैं, जहां उनके जनसंपर्क में जबरदस्त भीड़ जुट रही है. हालांकि बीजेपी और ज्यादातर बीजेपी नेता इससे दूरी बनाए हुए हैं, लेकिन किरोड़ीलाल मीणा अकेले ही विपक्ष की मजबूत भूमिका में नजर आ रहे है और अशोक गहलोत सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं. शायद यही कारण है कि सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने उनके मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के सवाल पर कहा कि ‘तो फिर खटका कौन करेगा’.