कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा में लगे चिकित्साकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए गहलोत सरकार गंभीर

राज्य में कोरोना पॉजीटिव की संख्या 93 पहुंची, 14 हुए पॉजीटिव से नेगेटिव, जयपुर में चारदीवारी को पूरी तरह सील किया गया, मेडिकल स्टाफ को संक्रमण से बचाने के लिए विशेषज्ञों से लिए जा रहे सुझाव, 95 हजार क्वारेंटाइन बैड किए चिन्हित, दुर्गाष्टमी पर जरूरतमदों को बांटें फ़ूड पैकेट

गहलोत सरकार गंभीर
गहलोत सरकार गंभीर

पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. प्रदेश में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 93 हो गयी है. वहीं जयपुर में सोमवार को एक साथ दस नए कोरोना संक्रमित मामले सामने आने से चिंतित गहलोत सरकार ने जयपुर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर कई अहम फैसले लिए है.

जयपुर में चारदीवारी को पूरी तरह सील किया गया

एसीएस होम राजीव स्वरूप ने बताया कि जयपुर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए जयपुर के चारदीवारी क्षेत्र को अब पूरी तरह सील किया जाएगा. पुलिस अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकल रहे लोगों पर सख्ती से कार्रवाई करेगी. चारदीवारी इलाके में पुलिस और एसडीआरएफ की टीम फ्लैगमार्च करेगी. मेडिकल टीम पूरे चारदीवारी इलाके में घर-घर सर्वे करेगी. लॉक डाउन के दौरान चारदीवारी इलाके में घरों की छतों पर जाने पर भी रोक रहेगी. घर की छतों पर जाने वाले लोगों की ड्रोन की मदद से निगरानी की जाएगी. इमरजेंसी में घर से बाहर निकलने के लिए एप से पास बनाये जाएंगे. इस दौरान सिर्फ स्वास्थ्य कर्मियों और मीडिया कर्मियों को चारदीवारी में जाने की इजाजत रहेगी. इस दौरान बीमार व्यक्तियों को घर पर ही स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी.

चिकित्साकर्मियों के स्वास्थ्य को लेकर सरकार गम्भीर

प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सा कर्मियों के स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडराता जा रहा है. कोरोना पॉजीटिव मरीजों की सेवा में लगे चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ को संक्रमण से मुक्त रखने के प्रति सरकार बेहद गंभीर है. ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना से बचाव के लिए हाइड्रोसीक्लोरोक्वीन सहित अन्य दवा पर्याप्त मात्रा में अधिग्रहित कर ली गई है.

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि मेडिकल स्टाफ को संक्रमण से बचाने के लिए विशेषज्ञों से प्राप्त सुझावों पर कार्यवाही की जा रही है. सरकार द्वारा चिकित्सकों, मेडिकल स्टाफ, नर्सिंगकर्मियों, ड्राइवरों को कोरोना से संक्रमण मुक्त रखने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं, ताकि चिकित्सा कर्मी बेफिक्र होकर कोरोना प्रभावित मरीजों की सेवा कर सके.

राज्य में कोरोना पॉजीटिव की संख्या 93 पहुंची, 14 हुए पॉजीटिव से नेगेटिव

चिकित्सा मंत्री ने आगे बताया कि मंगलवार दोपहर तक राज्य में कुल पॉजीटिव मरीजों की संख्या 93 हो गई है. प्रदेश में 14 पॉजीटिव मरीजों को हम पॉजीटिव से नेगेटिव में बदलने में कामयाब रहे हैं. इनमें से 4 को छुट्टी दे दी गई है जबकि 10 मरीज चिकित्सकों की निगरानी में रहेंगे.

95 हजार क्वारेंटाइन बैड किए चिन्हित

मंत्री रघु शर्मा ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा 1 लाख क्वारेंटाइन बैड बनाने के निर्देश प्राप्त हुए थे. प्रदेश में आज तक 95 हजार क्वारेंटाइन बैड चिन्हित कर लिए गए हैं. इसके साथ ही आइसोलेशन के 16000 बैड पूरे प्रदेश में उपलब्ध हैं. चिकित्सा विभाग की 27 हजार से ज्यादा टीमें पिछले दिनों से एक्टिव सर्विलांस का काम कर रही हैं. प्रदेश भर में 78 लाख 50 हजार परिवारों के 3 करोड़ 26 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है.

चिकित्सा सामग्री के लिए धन की कोई कमी नहीं

मंत्री रघु शर्मा ने आगे कहा कि विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में वेंटीलेटर्स हैं. आरएमएससीएल को मांग के अनुसार वेंटिलेटर्स खरीदने के आदेश दे दिए हैं. किसी भी तरह की खरीद के लिए धन की कोई कमी नहीं है. पीपीई किट, एन-95 मास्क, हैंड सेनेटाइजर और ट्रिपल लेयर मास्क की प्रदेश में कोई कमी नहीं है.

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भीलवाड़ा में एक-एक व्यक्ति की कर चुके कई बार स्क्रीनिंग

मंत्री रघु शर्मा ने आगे बताया कि चिकित्सक कोराना से लड़ने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. भीलवाड़ा में प्रशासन और चिकित्सकों के प्रयासों से कोरोना महामारी बनने से रूका है. भीलवाड़ा में जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग की रैपिड रेस्पॉन्स टीमें, चिकित्सा विभाग के दल बेहतरीन काम कर रहे हैं. भीलवाड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों में 2000 और शहरी क्षेत्रों में 332 लोगों की टीम शहर में जाकर लोगों की दो से तीन बार स्क्रीनिंग कर चुकी है. एक्टिव सर्विलांस की टीम द्वारा 28 लाख लोगों की अब तक स्क्रीनिंग की जा चुकी है. भीलवाड़ा में अब स्थिति नियंत्रित होती दिख रही है.

दुर्गाष्टमी पर जरूरतमदों को बांटें फ़ूड पैकेट

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में आगामी दुर्गाष्टमी और रामनवमी पर यदि बेसहारा, बेघर और जरूरतमंद बच्चियों को खाना बांटेंगे तो यह सही मायने में सच्ची समाजसेवा होगी. बच्चियों को बुलाकर, इकट्ठा कर या बैठाकर खाना खिलाना उचित नहीं होगा. घर में बुलाकर खाना खिलाने से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है इसलिए जरूरत मंद बेटियों को फ़ूड पैकेट बांटे.

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