गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान फटे गैस के गुब्बारे, बाल-बाल बचे भाजयुमो कार्यकर्ता

भाजयुमो द्वारा विरोध स्वरूप काले गुब्बारे हव्वा में छोड़ने थे, लेकिन इससे पहले गैस के गुब्बारों ने अचानक से आग पकड़ ली और तेज धमाकों के साथ गुब्बारे फटने लगे, जिससे मौके पर जबरदस्त अफरा-तफरी मच गई, सवाल यह की इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन?

भाजयुमो कार्यकर्ताओं की लापरवाही
भाजयुमो कार्यकर्ताओं की लापरवाही

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश की गहलोत सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान अचानक हुए एक हादसे से हडकंप की स्थिति बन गई. हुआ यूं कि भाजयुमो द्वारा विरोध स्वरूप काले गुब्बारे हव्वा में छोड़ने थे, लेकिन इससे पहले गैस के गुब्बारों ने अचानक से आग पकड़ ली और तेज धमाकों के साथ गुब्बारे फटने लगे. जिससे मौके पर जबरदस्त अफरा-तफरी मच गई. गुब्बारों के आग पकड़ने और धमाके के साथ फटने के कारण एक मीडियाकर्मी घायल हो गया, वहीं कुछ पुलिसकर्मियों और कार्यकर्ताओं को हल्की चोटें आई हैं. अब सवाल यह की इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन? क्योंकि यह लापरवाही किसी बड़ी घटना को भी अंजाम दे सकती थी.

आपको बता दें, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने आज अपना दो साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. इस मौके पर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया और जयपुर स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय से सिविल लाइंस फाटक तक सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सीएम आवास की तरफ कूच करने का प्रयास भी किया, जिसके कारण पुलिस बल से जमकर धक्का-मुक्की हुई.

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प्रदर्शन के दौरान युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा गैस के काले गुब्बारे हवा में छोड़े जाने थे, लेकिन कार्यकर्ताओं ने उन गुब्बारों को पुतले के साथ बांध दिया और पुतले को जलाना शुरू कर दिया. इससे पुतले के जलते ही अचानक गैस के गुब्बारों ने आग पकड़ ली और फटना शुरू हो गए. इस दौरान प्रदर्शन का कवरेज करने पहुंचे एक फोटो जर्नलिस्ट इस हादसे की चपेट में आकर घायल हो गया. फोटो जर्नलिस्ट के मुंह में गहरी चोट लगी है. इसके अलावा कुछ पुलिसकर्मी, कार्यकर्ताओं और कुछ लोगों को चोटें भी आईं. यही नहीं मौके पर जबरदस्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया. गनीमत ये रही कि हादसे का असर ज़्यादा नहीं हुआ और मौके पर मौजूद सभी के सभी नेता-कार्यकर्ता बाल-बाल बच गए.

गौरतलब है कि प्रदर्शन से पहले ही कानोता में पुलिस ने भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा को हिरासत में ले लिया था, जिसके कारण इससे पहले भी बवाल मच गया था. हिमांशु शर्मा की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही सैंकड़ों की संख्या में भाजयुमो के कार्यकर्ता कानोता थाने पहुंच गए और हंगामा करने लगे, जिसके चलते पुलिस को हिमांशु शर्मा को छोड़ना पड़ा.

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