जोधपुर विश्वविद्यालय में एबीवीपी छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर पूर्व CM राजे और पूनियां ने साधा निशाना

छात्र बेहतर भारत के निर्माता हैं, जिनके मुद्दे लाठी से नहीं, बल्कि संवाद से हल होने चाहिए- मैडम राजे, दम है कितना दमन में तेरे, देख लिया है, देखेंगे, एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज से अशोक गहलोत सरकार का दमनकारी मुखौटा उजागर हो गया- सतीश पूनियां

Raje Punia Sixteen Nine
Raje Punia Sixteen Nine

Politalks.News/Rajasthan. बुधवार को जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के बाद मामला गरमा गया है. पुलिसिया लाठीचार्ज के विरोध में जहां बुधवार रात एबीवीपी के छात्रों ने केंडल जलाकर जोधपुर पुलिस व विवि के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखा वहीं गुरूवार को कार्यालय के मुख्य द्वार के बाहर छात्रों ने प्रदर्शन के साथ सद्बुद्धि हवन भी किया. वहीं दूसरी ओर छात्रों पर हुए बर्बरतापूर्ण कार्रवाई और लाठीचार्ज पर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां सहित भाजपा के कई नेताओं ने निंदा की है.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट करते हुए कहा कि जोधपुर में विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की घटना बेहद निंदनीय है. छात्र बेहतर भारत के निर्माता हैं, जिनके मुद्दे लाठी से नहीं, बल्कि संवाद से हल होने चाहिए. अपने ट्वीट में राजे ने लाठीचार्ज और घायल छात्रों की फोटो भी डाली है. मैडम राजे ने मांग की है कि सरकार घटना की निष्पक्ष जांच करवाए तथा छात्रों की मांगों का निस्तारण करे.

वहीं बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने ट्वीट की शुरुआत में शेर लिखा कि, ‘दम है कितना दमन में तेरे, देख लिया है, देखेंगे,’ पूनियां ने आगे लिखा कि, ‘जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में न्यायोचित मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज से अशोक गहलोत सरकार का दमनकारी मुखौटा उजागर हो गया है. छात्रों से टकराकर सरकार स्वयं के पतन को आमंत्रण दे रही है.

यह भी पढ़ें: ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस पर हमला, कहा- जुबान बदलने की आदत बदलें, जो कहें, उस पर अडिग रहें

आपको बता दें कि बुधवार को जोधपुर विश्वविद्यालय में एबीवीपी कार्यकर्ता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस के साथ उनकी तीखी नोकझोंक हो गई और पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया, जिसमें कई प्रदर्शनकारी छात्र घायल हो गए. इसे लेकर भाजपा ने सरकार की कार्य प्रणाली को सवालों के घेरे में खड़ा किया है.

वहीं गुरुवार को एबीवीपी के छात्रों ने पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर विरोध दर्ज करवाया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के महानगर मंत्री प्राण जोशी ने बताया कि बुधवार को छात्र अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस ने बर्बरतापूर्वक कार्रवाई करते हुए छात्रों को खदेड़ा और लाठीचार्ज किया, इससे दो तीन छात्र जख्मी हो गए. जोशी ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस ने मिलकर इस कृत्य को करवाया है.

Leave a Reply