मनमोहन सिंह के सुझावों पर तंज कसना डॉ हर्षवर्धन को पड़ा भारी, CM गहलोत ने दिया करारा जवाब

कोरोना संकट पर सिय़ासी बय़ानबाजी, पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा पीएम मोदी को लिखी सुझावों की चिट्ठी पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कांग्रेस पर कसा तंज, तो सीएम गहलोत ने हर्षवर्धन को लिया आड़े हाथ, सुझाव भी आलोचना लगता है मोदी सरकार को, इससे पता चलता है कि अपराधबोध से हैं ग्रसित- सीएम गहलोत

मनमोहन सिंह के सुझावों पर तंज कसना डॉ हर्षवर्धन को पड़ा भारी
मनमोहन सिंह के सुझावों पर तंज कसना डॉ हर्षवर्धन को पड़ा भारी

Politalks.News/Delhi/Rajasthan.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कोरोना संकट से देश को बचाने के लिए मोदी सरकार को सुझाव क्या दिए सियासत गरमा गई. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मनमोहन सिंह की चिट्ठी का जवाब चिट्ठी से देते हुए कांग्रेस पर जबरदस्त तंज कसे. हर्षवर्धन ने लिखा कि आप सलाह देते हैं और कांग्रेस पार्टी के नेता सार्वजनिक तौर पर वैक्सीन की आलोचना करते हैं. अब केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के वार पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोरदार पलटवार किया है. सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मोदी सरकार सुझाव को भी आलोचना समझ बर्दाश्त नहीं कर पाती है. बता दें, कोरोना की यह दूसरी लहर देश में कहर बरसा रही है और पिछले कई दिनों से रोजाना 2 लाख से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. अभी-अभी खबर आई है कि मनमोहन सिंह खुद कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं और उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया है.

हर्षवर्धन पर सीएम गहलोत का प्रचंड प्रहार
केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन के बयान पर सीएम अशोक गहलोत ने जबरदस्त पलटवार किया है. सीएम गहलोत ने एक के बाद एक दो ट्वीट किए और लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी ने जनहित में मोदी सरकार को वैक्सीन को लेकर सकारात्मक सुझाव देते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था, इसमें सरकार की कोई आलोचना नहीं थी. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन द्वारा राजनीति से प्रेरित होकर जिस तरह मनमोहन सिंह जी को पत्र लिखा है वो दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है.

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एक अन्य ट्वीट में सीएम गहलोत ने लिखा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी या व्यक्ति केन्द्र सरकार को सुझाव देता है तो वे इसे आलोचना समझकर बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं. ऐसा लगता है कि ये जानते हैं कि इनसे गलतियां हुईं हैं और अपराधबोध से ग्रसित हैं. बता दें, सीएम गहलोत लगातार केन्द्र सरकार को कोरोना के मुद्दे पर घेरते रहे हैं. वैक्सीन की कमी को लेकर गहलोत ने फ्रंट पर आकर केन्द्र सरकार को घेरा था. इसके बाद ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राजस्थान के लिए कोरोना वैक्सीन की खेप रवाना की थी

क्या लिखा हर्षवर्धन ने अपने पत्र में
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा पीएम मोदी को लिखी चिठ्ठी का जवाब चिठ्ठी से देते हुए केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने लिखा कि कांग्रेस पार्टी में आपके जैसी सोच रखने वाले नेता कम हैं. आगे हर्षवर्धन ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए लिखा कि आपने जिस रचनात्मक सहयोग की सलाह दी है, अच्छा होता कि आपकी कांग्रेस पार्टी के नेता भी उसे गंभीरता से मानते. डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कई नेता सार्वजनिक तौर पर वैक्सीन की आलोचना कर रहे हैं लेकिन खुद चुपके से वैक्सीन लगवा लेते हैं. आज भारत में बनी वैक्सीन की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. हर्षवर्धन ने लिखा कि यहां महामारी के खिलाफ 2 वैक्सीन है और यह भारत के लिए गर्व का विषय है, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने वैज्ञानिकों की तारीफ में एक शब्द तक नहीं बोले. स्वास्थ्य मंत्री ने तंज कसते हुए आगे लिखा कि इससे पता लगता है कि कांग्रेस पार्टी में शीर्ष पर बैठे लोगों का नजरिया कैसा है.

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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिए थे ये सुझाव
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पांच सुझाव दिए थे. इनमें कोरोना से लड़ाई के लिए टीकाकरण को बढ़ाना और यूरोपीय एजेंसियों अथवा यूएसएफडीए से स्वीकृत टीकों को मंजूरी प्रदान करना शामिल है. मनमोहन सिंह ने अपने पत्र में लिखा, ‘इस संबंध में मेरे पास कुछ सुझाव हैं इन्हें रखते समय मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि मैं इन्हें रचनात्मक सहयोग की भावना से आपके विचार के लिए रख रहा हूं. मैंने इस भावना में हमेशा विश्वास किया है और अमल किया है.’ पूर्व प्रधानमंत्री ने जो सुझाव दिए हैं उसके मुताबिक, कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई में टीकाकरण के प्रयासों को बढ़ाना ही होगा. हमें टीकाकरण की कुल संख्या की ओर देखने से बचना चाहिए और इसकी बजाय कितने फीसदी आबादी का टीकाकरण हुआ है, उस पर फोकस करना चाहिए.

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‘लेटर वार’ के बीच बढ़ता कोरोना कहर
बता दें कि भारत में रोजाना 2 लाख से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव सामने आ रहे हैं. दिल्ली, मध्यप्रदेश औऱ राजस्थान की सरकारें अपने यहां लॉकडाउन लगा चुकी हैं. यही नहीं अभी-अभी खबर आई है कि कोरोना की दोनों डोज लगवा चुके पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खुद कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं और उन्हें दिल्ली के प्रमुख अस्पताल एम्स में भर्ती करवाया गया है. वहीं बात करें वैक्सीनेशन की तो भारत में 15 अप्रैल तक 10 करोड़ लोगों को सिंगल डोज वैक्सीन लग चुकी है. जबकि करीब डेढ करोड़ लोगों को दोनों डोज दी जा चुकी है. भारत में औसतन हर दिन 30 लाख वैक्सीन की डोज दी जा रही है.

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