गहलोत के नेतृत्व में निकला शांति मार्च, कहा- राजस्थान में नहीं लागू होगा CAA और NRC, पायलट ने बताया संविधान की मूल भावना के खिलाफ

मुख्यमंत्री गहलोत ने संशोधित नागरिकता कानून को विभाजनकारी फैसला बताते हुए केंद्र से इसे वापस लेने की मांग की, पायलट ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग देश को तोडऩा चाहते हैं

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC के विरोध को लेकर देश भर में मचे घमासान के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में सात दलों का एक साथ राजधानी जयपुर में शांति मार्च (Shanti March Jaipur) निकाला गया. जिसका उद्देश्य यह संदेश देना था कि देश संविधान की मूल भावनाओं के अनुरूप ही चलना चाहिए. शांति मार्च के पड़ाव स्थल शहर के गांधी सर्किल पर सर्वदलीय संविधान बचाओ सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एलान किया कि राजस्थान में CAA और NRC लागू नहीं किए जाएंगे. मुख्यमंत्री गहलोत ने संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को विभाजनकारी फैसला बताते हुए केंद्र से इसे वापस लेने की मांग की. शहर के अल्बर्ट हॉल से शुरू हुआ शांति मार्च गांधी सर्किल पहुंचा, जहां सर्वदलीय और सर्वसमाज की सभा हुई जिसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, आरएलपी नेता जयंत चौधरी, जेडीएस से अर्जुन देथा, सीपीएम से बलवान पूनिया और वरिष्ठ नेता शरद यादव ने संबोधित किया.

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मुख्यमंत्री गहलोत ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, तानाशाही से देश नहीं चल सकता, आप बहुमत से कानून बना सकते हैं, लेकिन लोगों का दिल नहीं जीत सकते, देश प्यार-मोहब्बत से चलता है. पूरे देश में आग लगी है, 15 लोग तो अकेले यूपी में मारे गए हैं. गोलियां भी वहीं चल रही हैं जहां भाजपा की सरकारे हैं. भाजपा संविधान की धज्जियां उड़ा रही है. असम में एनआरसी में क्या हुआ, 19 में से 16 लाख हिन्दू एनआरसी से बाहर हो गए. सुप्रीम कोर्ट को मॉनिटरिंग करनी पड़ी. सीएम गहलोत ने कहा कि एनआरसी केवल मुसलमानों के खिलाफ नहीं है। अगर पूरे हिन्दुस्तान में एनआरसी लागू हुई तोजैसे नोटबन्दी के समय हुआ था, अब भी पूरे देश में लोग लाइनों में लगेंगे, जिनका इनको एहसास नहीं है.

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा (Shanti March Jaipur) कि केंद्र सरकार को जनभावनाओं को समझाना चाहिए. गृहमंत्री अमित शाह कह रहे हैं कि मैं नागरिकता कानून को हर हाल में देशभर में लागू करवा करके रहूंगा, इतनी हिंसा के बाद भी अभी भी धमकाने वाले बयान आ रहे हैं. सीएम गहलोत ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में बीजेपी का नहीं आरएसएस का राज कर रहा है. पीएम मोदी आरएसएस के कहने के हिसाब से काम करते हैं. वहीं आरएसएस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आरएसएस क्यों नहीं राजनीतिक दल बन जाता है. आरएसएस राजनीति के मैदान में आए.

वहीं सभा (Shanti March Jaipur) को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ नहीं कर सकती. आज पूरे देश में हर जगह लोग सड़कों पर हैं. संख्या बल के आधार पर मोदी सरकार कानून तो बना सकती है लेकिन संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ नहीं कर सकती. पायलट ने आगे कहा कि नागरिकता कानून में पहले भी संशोधन हुए हैं, लेकिन क्या कारण है कि इस बार लोग इसके खिलाफ सड़कों पर हैं. केंद्र को बहुमत का सदुपयोग करना चाहिए था. इसके साथ ही पायलट ने बताया कि आगामी 28 दिसंबर को पार्टी के स्थापना दिवस पर कांग्रेस जयपुर के शहीद स्मारक से पार्टी प्रदेश मुख्‍यालय तक मार्च निकालेगी. इस मार्च में भी देश को एकता का संदेश दिया जाएगा.

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पीसीसी चीफ पायलट (Shanti March Jaipur) ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग देश को तोडऩा चाहते हैं. वर्तमान में देश के सामने बड़ी चुनौतियां हैं, लेकिन देश में ऐसा वातावरण निर्मित कर दिया गया है कि हर स्थान पर हर जाति, हर धर्म और राजनीतिक दल के लोग सड़कों पर न्याय मांग रहे हैं। यह कानून केवल मुसलमानों के ही खिलाफ नहीं है, बल्कि यह सभी के खिलाफ है. इस कानून ने संविधान की मूल भावना को तार-तार करके रख दिया है. यह कानून संविधान के खिलाफ है, इसका हमें एकजुट होकर विरोध करना होगा.

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