भारत (India) का बहुप्रतिक्षित मिशन चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) शुक्रवार रात चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा. चांद की सतह पर चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) की सॉफ्ट लैंडिंग मध्य रात्रि करीब दो बजे होगी. इसके साथ ही भारत चंद्र मिशन (Moon Mission) में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर देगा. आज तक यहां कोई भी मून मिशन नहीं पहुंचा है. चांद का ये हिस्सा हमेशा अंधेरे में रहता है. इस वजह से चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) की लैंडिंग और चुनौतीपूर्ण है. इस सतह पर उतरने वाला भारत पहला देश बन जाएगा. अब इस मिशन को भी राजनीति का रंग देने की कोशिश की जा रही है.
दरअसल चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) मिशन को पं.बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने सरकार का आर्थिक मंदी से ध्यान हटाने की कोशिश भर बताया. ममता ने कहा, ‘देश में आर्थिक मंदी है. इससे ध्यान हटाने के लिए चंद्रयान-2 मिशन का ढिंढोरा पीटा जा रहा है. ऐसा लग रहा है कि मोदी के सत्ता में आने से पहले इस तरह के मिशन शुरू नहीं हुए थे.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तंज कसते हुए बंगाल मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अमेरिका, रूस और इजरायल को मैनेज कर सकते हैं लेकिन बंगाल को नहीं. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने असम में NRC लिस्ट का भी विरोध किया. ममता ने कहा है कि NRC ने उन सभी को बेनकाब कर दिया है, जिन्होंने राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की.
इससे पहले ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर अपने विचार पोस्ट किए. उन्होंने कहा, ”मेरा दिल उन सभी, विशेषकर बड़ी संख्या में बंगाली भाषी भाइयों और बहनों पर जाता है, जो इस प्रक्रिया के कारण पीड़ित हैं.’
My heart goes out to all those, especially the large number of Bengali speaking brothers and sisters, who are made to suffer because of this botched-up process.(2/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) August 31, 2019
आगे उन्होंने कहा, ‘NRC ने उन सभी को बेनकाब कर दिया है, जिन्होंने राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की. उनके पास राष्ट्र को जवाब देने के लिए बहुत कुछ है. ऐसा तब होता है जब समाज की भलाई और राष्ट्र के बड़े हित के बजाय किसी काम को एक उल्टे मकसद से किया जाता है.’
बता दें, इन दिनों आर्थिक मंदी और गिरती GDP को लेकर मोदी सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है. जीडीपी ग्रोथ पिछले एक साल में 8 फीसदी से गिरकर 5 फीसदी तक आ चुकी है. ममता बनर्जी भी मोदी सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर हैं. 12 सितंबर को ममता बनर्जी असम जा सकती हैं और वहां NRC पर विरोध प्रदर्शन कर सकती हैं. इस मुहिम पर काम करते हुए ममता बनर्जी सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रही हैं.