पायलट की वापसी पर शुरु हुई बीजेपी की बयानबाजी, राजेंद्र राठौड़ ने बताया तूफान से पहले की खामोशी

पायलट को बीजेपी में आने का न्यौता दे रहे बीजेपी नेता अब उन्हीं पर हुए हमलावर, कांग्रेस आलाकमान और सीएम गहलोत को भी घेरा, केंद्रीय मंत्री ने बताया राहुल गांधी को रिलॉन्च करने के लिए खेला गया नाटक

Sachin Pilot Rajasthan
Sachin Pilot Rajasthan

PoliTalks.news/Rajasthan. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच करीब डेढ़ महीने से चल रहा सत्ता का संघर्ष फिलहाल थम गया है. बगावत करने वाले सचिन पायलट ने कांग्रेस आलाकमान से बीती शाम मुलाकात की और सब कुछ ठीक हो गया. एक महीने तक चले इस पूरे सियासी ड्रामे पर बीजेपी ने भी अपने पैनी नजरें गढ़ रखी थी. बीजेपी इस आपसी कलह में कहीं थी नहीं लेकिन तड़का जरूर लगा रही थी. बीजेपी पूरे मामले पर बराबर नजर बनाए हुए थी और कई नेताओं ने तो सचिन पायलट की कार्यशैली की भी जमकर तारीफ की. कई नेताओं ने तो पायलट को बीजेपी में आने का न्यौता भी दे दिया. अब जब कांग्रेस में सुलह हुई है तो बीजेपी और पार्टी नेताओं का गुस्सा फूट रहा है. बीजेपी के एक नेता ने तो यहां तक कहा कि ये सिर्फ तूफान से पहले की शांति है. अगले तूफान के लिए समय का इंतजार है.

शुरुआत करें बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने, जिन्होंने कहा कि चलो झगड़ा निपट गया हो तो जनता से माफ़ी मांगों, कुछ काम करो फटाफट, वादे के मुताबिक किसानों का कर्जा माफ़ करो, बेरोजगारों की लंबित मांगों को पूरा करो, पानी-बिजली व स्कूल फीस माफ कराओ, अपराधों को रोको, 31 दिन के भाषण के साथ-साथ खर्चे का हिसाब दो, पहले इतना करो आगे का होमवर्क फिर बताऊंगा.

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आगे उन्होंने कहा कि हम तो पहले ही कह रहे थे, झगड़ा कांग्रेस का, तोहमत बीजेपी पर, बेचारी राजस्थान की जनता 31 दिन तक कांग्रेस की रामलीला देखती रही, बहन और भाई बड़ी देर से जागे, कांग्रेसी खूब भागे, राजस्थान के मजदूर-जवान और किसान फिर अभागे रे….

पूनियां ने कहा कि राजस्थान में जिस तरीके का दृश्य उत्पन्न हुआ उसे पूरे प्रदेश ने देखा. हमने पहले दिन से कहा था कि कांग्रेस का अपने घर का झगड़ा है. 31 दिन बाद सोये हुए बहन-भाई की जोड़ी जागी लेकिन इस सियासी ड्रामे से प्रदेश की जनता के हाथ में क्या आया? सिर्फ प्रदेश की जनता परेशान होती रही.

विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड ने बयान देते हुए कहा कि अभी तूफान से पहले की खामोशी है, फिर प्रचंड तूफान कब आएगा, फिर ये सरकार टुकडों-टुकड़ों में कब बिखरेगी, ये समय का इंतजार है. समय देखिए और समय की रफ्तार देखिए, क्योंकि ये सब राजस्थान की जनता ने भुगता है जो कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस सरकार की विफलता व नाकामयाबी के मुद्दे उठाएगी. प्रदेशवासियों के दुःख-तकलीफों के लिए सदन से लेकर सड़क तक पुरजोर ढंग से लड़ेगी और इस नाकाम सरकार की चूलें हिला देगी.

पायलट की घर वापसी पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने पूरे घटनाक्रम को फिल्म बताते हुए कहा कि पहला सीन पार्टी में बिखराव, दूसरे सीन में फाइट, तीसरे सीन में राहुल गांधी की एंट्री, चौथे सीन में समस्या खत्म और पांचवें सीन में हैप्पी एन्डिंग. इस स्किप्ट को और भी अच्छा लिखा जा सकता है.

गजेंद्र सिंह ने कांग्रेस से सवाल पूछा है कि क्या राजस्थान कांग्रेस का नाटक, राहुल गांधी को एक बार फिर से लॉन्च करने का जुगाड़ है?

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता अगर पहले ही राजीनामा करा देते तो प्रदेश की जनता को इतना ही भुगतना पड़ता. कटारिया ने कहा कि देश और प्रदेश दोनों ने देखा कि परिवार का झगड़ा था लेकिन फ्लोर टेस्ट के लिए समय बर्बाद करने के लिए कांग्रेस ने ऐसा किया.

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