Politalks.News/BiharPolitics. बिहार में पहले से गरमाई हुई सियासत में बीते दो दिन से भाजपा के प्रदेश महासचिव और विधान पार्षद देवेश कुमार के एक कथित वायरल ऑडियो को लेकर हंगामा मचा हुआ है. हालांकि देवेश कुमार का कहना है कि इस ऑडियो में उनकी आवाज़ नहीं है और जिसने भी शरारतपूर्ण काम उनके नाम पर किया हैं वो उसके ख़िलाफ़ एफआईआर करेंगे. देवेश कुमार ने कहा कि जब भी फ़ोरेंसिक जाँच होगी, ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ हो जाएगा.
बिहार में बीजेपी के विधान पार्षद देवेश कुमार इस ऑडियो के वायरल होने के बाद मुश्किल में आते नजर आ रहे हैं. वायरल हो रहे इस ऑडियो में देवेश कुमार फोन पर किसी से बात कर रहे हैं और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं व पदाधिकारियों पर करोड़ाें के घोटाले का आरोप लगा रहे हैं. साथ ही कुछ नेताओं के लिए वे अमर्यादित टिप्पणी भी करते सुनाई दे रहे हैं. इस ऑडियो के वायरल होने के बाद देवेश कुमार का कहना है कि इस ऑडियो को एडिट किया गया है और उनकी छवि खराब करने की साजिश रची जा रही है.
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वायरल ऑडियो में देवेश कुमार ने पार्टी के संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष जयनाथ चौहान और प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह पर अमर्यादित टिप्पणियां की हैं. वायरल हुआ ऑडियो लगभग दो मिनट का है. इसमें देवेश कुमार बिहार में पार्टी के शीर्ष नेताओं और सिस्टम पर सवाल उठा रहे हैं. साथ ही कई करोड़ रुपये के घोटाले की बात भी कर रहे हैं. फोन पर बातचीत के इस ऑडियो में देवेश किस से बात कर रहे हैं ये तो साफ नहीं हो सका है लेकिन इस दौरान देवेश कुमार कई शीर्ष नेताओं के घोटालेबाज होने की बात कह रहे हैं.
ऑडियो वायरल होने के बाद जब बीजेपी नेता देवेश कुमार ने इसे एडिटेड बताया, देवेश कुमार ने कहा कि जिन लोगों का इस वीडियो में नाम लिया गया है वो उनके आदरणीय हैं. कुमार ने कहा कि मैंने जीवन में कभी भी किसी के खिलाफ टिप्पणी नहीं की और जब किसी अन्य पर टिप्पणी नहीं की तो पार्टी नेताओं के बारे में कैसे ऐसा बोल सकता हूं. देवेश कुमार ने कहा कि ऑडियो को कई जगहों से काट छांट कर बनाया गया है. मुझे फंसाने की कोशिश की गई है इस पूरे मामले की एफआईआर के साथ इसकी शिकायत साइबर सेल से करने की बात भी देवेश कुमार ने कही है.