पॉलिटॉक्स ब्यूरो. रविवार को हेमंत सोरेन ने रांची में झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथग्रहण की. इस समारोह में देशभर से यूपीए घटक दलों कई बड़े नेताओं ने शिरकत की. सोरेन के शपथग्रहण पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और लोकसभा चुनाव के लिये भाजपा के झारखंड प्रभारी रहे मंगल पांडेय ने चुटकी लेते हुए कहा कि शपथ ग्रहण समारोह की झलकियां ‘अली बाबा और चालीस चोर’ वाली कहावत को चरितार्थ करती हैं. मंगल पांडेय ने एक बयान में कहा, ‘शपथ ग्रहण में शामिल शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति या नेता मौजूद था जिस पर भ्रष्टाचार के दाग न लगे हों. शपथ ग्रहण समारोह की स्थिति यह थी कि कांग्रेस शासन में किए गए हर घोटाले का हर मास्टर मांइड मंच पर मौजूद नजर आया.’
मंगल पांडेय ने कहा कि पूरब से चिटफंड वाली दीदी आयीं थीं, तो दक्षिण से टू जी वाले परिवार समेत पधारे थे, वहीं उत्तर से बिना कमाये अरबपति बनने वाले और केंद्र से हेराल्ड वाले आकर शपथ ग्रहण समारोह की शोभा बढ़ा रहे थे. उन्होंने कहा कि यही नहीं, रही सही कसर कोयला घोटाला वाले नवनियुक्त मुख्यमंत्री के पापा ने मौजूद रह कर पूरी कर दी. पांडेय ने कहा कि इसकी पटकथा तो जीतते ही मुख्यमंत्री ने होटवार जेल के कैदी वार्ड में भ्रष्टाचारी नंवर वन से आशीर्वाद लेकर लिख दी थी. यह शपथ ग्रहण समारोह भ्रष्टाचार की मिली-जुली पटकथा थी, जो कि हमारे झारखंड के भाई-बहनों को झेलनी पड़ेगी.
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भाजपा झारखंड प्रभारी मंगल पांडेय ने कहा कि विपक्षी एकता के नाम गैर एनडीए दलों का जुटान देश के संविधान और अस्मिता के लिए नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के नये अवसर पाने के लिए है. वैसे भी भ्रष्टाचार के कलाकार देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार से घबराहट में थे. इस कारण किसी बड़े स्कैंडल को अंजाम नहीं दे पाते थे. उन्होंने कहा, ‘अब ऐसे दागी नेताओं को लूट का नया अड्डा समृद्ध झारखंड मिल गया है, लेकिन केंद्र की एनडीए सरकार ऐसे भ्रष्टाचारियों के मंसूबे को सफल नहीं होने देगी. आने वाले समय में जेल वाले तो जेल में ही रहेंगे और बेल वाले बहुत जल्द जेल जाएंगे.’