पॉलिटॉक्स न्यूज. भारत सरकार ने देश में कोरोना संक्रमण फैलाने में अहम भूमिका निभाने वाले तब्लीगी जमातियों पर बड़ी कार्रवाई की है. टूरिस्ट वीजा पर भारत आकर तब्लीगी जमात के धार्मिक जलसे में शामिल होने वाले 2550 विदेशी नागरिकों को केंद्र सरकार ने ब्लैक लिस्ट कर दिया है. गृह मंत्रालय के मुताबिक, ये नागरिक टूरिस्ट वीजा पर नियमों का उल्लंघन करते हुए तब्लीगी जमात की गतिविधियों में शामिल होते थे. राज्य सरकारों से इन विदेशियों के बारे में जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई की गई है. ये विदेशी नागरिक निजामुद्दीन मरकज में एक महजबी जलसे में पहुंचे थे. अब ये सभी अगले 10 सालों तक देश में नहीं आ सकेंगे. इन सभी को ब्लैक लिस्ट करते हुए 10 साल तक इनके भारत में आने से रोक लगा दी है. इन सभी विदेशियों पर वीजा नियमों के उल्लंघन के तहत ये कार्रवाई की गई है.
सूत्रों के मुताबिक, ब्लैक लिस्ट में डाले गए विदेशियों में माली, नाइजीरिया, श्रीलंका, केन्या, जिबूती, तंजानिया दक्षिण, अफ्रिका, म्यांमार, थाईलैंड, बांग्लादेश, यूके, आस्ट्रेलिया और नेपाल के नागरिक शामिल हैं. अनुमान है कि संख्या बढ़ सकती है.
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दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालों में 1300 विदेशी नागरिकों की पहचान की गई थी. इनमें अमेरिका, फ्रांस और इटली के नागरिक शामिल थे. इनकी पहचान कर इन्हें क्वारंटीन में भेजा गया था. निजामुद्दीन पश्चिम में तब्लीगी जमात मरकज कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बन गया था. इस वजह से पूरे क्षेत्र को सील करना पड़ा था. कई सरकारी एजेंसियों ने अपनी जांच में पाया कि 9000 से ज्यादा तब्लीगी जमात के भारतीय सदस्यों ने देश के 20 राज्यों में कोरोना संक्रमण फैला दिया.
मामला सामने आने के बाद तब्लीगी जमात के देश के बाकी मरकजों में भी विदेश से आए लोगों का पता चला जो वहां छिपे हुए थे. तेलंगाना से लेकर यूपी-बिहार और झारखंड तक तमाम राज्यों में कई मस्जिदों में 700 से अधिक विदेशी पकड़े गए थे. झारखंड में तो एक विदेशी महिला भी मिली थी जो बाद में कोरोना पॉजिटिव मिली. निजामुद्दीन मरकज में भी 216 विदेशियों के अलावा लखनउ में 13 व रांची-पटना में 40 से अधिक विदेशी जमाती मिली थे.
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अधिकारियों ने बताया कि भारी संख्या में निजामुद्दीन के मजहबी जलसे में पहुंचे विदेशियों में से जब कुछ को कोरोना हुआ और कुछ की जान चली गई जब जाकर तब्लीगी जमात के कार्यक्रम की जानकारी हुई. कोरोना संकट के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन में भी ये लोग मकरज के अलावा देश के अलग अलग शहरों में मस्जिदों, मदरसों और धार्मिक संस्थाओं में अवैध रूप से रह रहे थे.
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अप्रैल महीने में तब्लीगी जमात के 960 विदेशी नागरिकों को ब्लैक लिस्ट कर दिया था. इनके वीजा भी रद्द किए गए थे. गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस व अन्य राज्यों की पुलिस से अपने-अपने क्षेत्र में रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम व विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत कार्रवाई करने को कहा था. गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर इस कार्रवाई की जानकारी दी थी.