Bhushan Ramkrishna Gavai Latest News भूषण रामकृष्ण गवई भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश है. वे देश के पहले बौद्ध सीजेआई भी है जबकि अनुसूचित जाति से आने वाले केजी बालाकृष्णन के बाद वे दूसरे चीफ जस्टिस है. उनका परिवार राजनैतिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाला रहा है. उनके पिता और भाई सक्रिय राजनीति में रहे है. मध्यम परिवार से आने वाले गवई के कई फैसले चौकाने वाले रहे है. चाहे राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करने वाले मामले में उन्हें राहत देना हो या फिर दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के शराब घोटाले से जुड़े मामले में उन्हें जमानत देना हो. इस लेख में हम आपको देश के CJI भूषण रामकृष्ण गवई भूषण रामकृष्ण गवई की जीवनी (Bhushan Ramkrishna Gavai Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
भूषण रामकृष्ण गवई की जीवनी (Bhushan Ramkrishna Gavai Biography in Hindi)
पूरा नाम | भूषण रामकृष्ण गवई |
उम्र | 64 साल |
जन्म तारीख | 24 नवंबर 1960 |
जन्म स्थान | महाराष्ट्र के अमरावती |
शिक्षा | एलएलबी |
कॉलेज | अमरावती विश्वविद्यालय |
वर्तमान पद | देश के CJI भूषण रामकृष्ण गवई |
व्यवसाय | भारतीय न्यायाधीश |
राजनीतिक दल | – |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | आरएस गवई |
माता का नाम | कमला |
पत्नी का नाम | – |
बेटें का नाम | – |
बेटी का नाम | – |
स्थाई पता | – |
वर्तमान पता | – |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
भूषण रामकृष्ण गवई का जन्म और परिवार (Bhushan Ramkrishna Gavai Birth & Family)
सीजेआई भूषण रामकृष्ण गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती जिले में हुआ था.
उनके पिता का नाम आरएस गवई था और उनकी माता का नाम कमला था. वे सक्रिय राजनीति से जुड़े थे. वे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) गुट के अंबेडकरवादी नेता थे. वे महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य भी रह चुके थे. बाद में कांग्रेस के शासन में उन्हें बिहार, सिक्किम और केरल का राज्यपाल भी बनाया गया था.
तीन भाइयों में भूषण गवई सबसे बड़े है. उनके एक भाई का नाम राजेंद्र गवई है, जो प्रत्यक्ष राजनीतिज्ञ में हैं और वर्तमान में कांग्रेस से जुड़े है. भूषण रामकृष्ण गवई धर्म से बौद्ध है.
भूषण रामकृष्ण गवई की शिक्षा (Bhushan Ramkrishna Gavai Education)
भूषण रामकृष्ण गवई की शुरूआती पढाई नगरपालिका स्कूल से हुई थी. पढाई का माध्यम मराठी भाषा थी. शुरूआती पढाई उनकी सरकारी स्कूल में डेस्क की व्यवस्था नहीं होने के कारण जमीन पर बैठकर हुई थी. हालांकि बाद की उनकी पढाई अमरावती, नागपुर और मुंबई से हुई थी. उन्होंने चिकित्सा समूह माध्यमिक शाला और मुंबई के होली नेम हाई स्कूल में पढ़ाई की थी. इसी के बाद उन्होंने अमरावती विश्वविद्यालय से वाणिज्य और कानून में शिक्षा हासिल की थी.
भूषण रामकृष्ण गवई का करियर (Bhushan Ramkrishna Gavai Career)
उनकी भूषण रामकृष्ण गवई का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उनके पिता रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) गुट के नेता थे और उन्होंने अंबेडकर के समय ही बौद्ध धर्म अपना लिया था. तभी से परिवार बौद्ध धर्म कन्वेटेड हो गया. भूषण गवई अनुसूचित जाति से आने वाले दूसरे और बौद्ध धर्म के पहले चीफ जस्टिस है. इससे पहले केजी बालकृष्ण 2007 में मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए थे, जो दलित समुदाय से थे.
जस्टिस भूषण गवई के पिता रामकृष्ण सूर्यभान गवई अपने समय में महाराष्ट्र के बड़े नेता माने जाते थे. वे 1964 से लेकर 1994 तक महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी रहे थे. बाद में वे महाराष्ट्र विधान परिषद के उपाध्यक्ष, अध्यक्ष और विपक्ष के नेता भी रह चुके थे. 1998 के लोकसभा चुनाव में वे अमरावती से जीतकर सांसद भी बन चुके थे. फिर वे 2000 से लेकर 2006 तक महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए भी चुने गए थे. कांग्रेस के शासन में वे बिहार समेत कई राज्यों के राज्यपाल भी बनाये जा चुके थे.
इस तरह से सीजेआई भूषण गवई की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीति से जुड़ी रही है. जस्टिस गवई एक वकील के तौर पर अपने करियर की शुरुआत मार्च 1985 में किया था. जस्टिस गवई ने बैरिस्टर राजा एस. भोंसले, पूर्व महाधिवक्ता और बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के अधीन रहते हुए अपने करियर की शुरुआत की थी.
पहली बार उन्होंने वर्ष 1987 में बॉम्बे उच्च न्यायालय की नागपुर बेंच में प्रैक्टिस करनी शुरू की थी. इसी के बाद वर्ष 1992 में उन्हें सहायक सरकारी वकील और अतिरिक्त सरकारी वकील के रूप में नियुक्त किया गया. फिर वर्ष 2000 में जस्टिस गवई को सरकारी वकील नियुक्त किया गया.
जस्टिस गवई को 14 नवंबर 2003 को बॉम्बे उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया. बाद में उन्हें 12 नवंबर 2005 को स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया. जस्टिस गवई ने 16 वर्षों तक (2003-19) बॉम्बे उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के पद पर काम किया.
बाद में, जस्टिस गवई को 8 मई 2019 को तत्कालीन सीजेआई रंजन गोगोई के नेतृत्व वाले कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट में उनकी नियुक्ति की सिफारिश की, जिसके बाद 24 मई 2019 को उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश नियुक्त किया गया, जिस पद पर वे 13 मई 2025 तक रहे. इसी के बाद उन्हें भारत का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया.
भूषण रामकृष्ण गवई – ‘52वें मुख्य न्यायाधीश’ के रूप में
भूषण रामकृष्ण गवई को 14 मई, 2025 को मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में नियुक्त किया गया. उन्होने संजीव खन्ना का स्थान लिया. भूषण रामकृष्ण गवई देश के ‘52वें मुख्य न्यायाधीश’ है. उनका कार्यकाल छह महीने का है. वे 23 नवंबर 2025 को सेवानिवृत्त हो जाएंगे.
इस लेख में हमने आपको देश के CJI भूषण रामकृष्ण गवई भूषण रामकृष्ण गवई की जीवनी (Bhushan Ramkrishna Gavai Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.