मंत्रिमंडल पुनर्गठन से पहले वागड़ की राजनीति में फटा ऑडियो बम! बामणिया के निशाने पर भावी मंत्री मालवीया

राज्यमंत्री बामणिया का कथित ऑडियो वायरल, कांग्रेसी दिग्गज महेन्द्रजीत सिंह मालवीया पर BTP केसमर्थक होने का जताया संदेह, तो पूर्व MLA कटारा को बताया चोर, साथ ही BTP विधायक राजकुमार रौत के खिलाफ की अभद्र टिप्पणियां, मंत्रिमंडल पुनर्गठन को लेकर आदिवासी कोटे से मंत्रिमंडल में हैं बामणिया, मालविया का नाम भी है चर्चाओं में, किसी सियासी दांव की तरह तो वायरल नहीं किया गया है यह ऑडियो?

बामणिया के निशाने पर भावी मंत्री मालवीया
बामणिया के निशाने पर भावी मंत्री मालवीया

Politalks.News/Rajasthan. धरियावद और वल्लभनगर उपचुनाव में जीत के बाद कांग्रेस में जबरदस्त उत्साह है. गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल पुनर्गठन की सियासी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. इस सबके बीच कांग्रेस सरकार के जनजाति विकास मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया का एक ऑडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. इस ऑडियो में बामनिया हाल ही में धरियावाद सीट के लिये हुए उपचुनाव में अपने ही पार्टी के नेता महेन्द्रजीत सिंह मालवीय पर बीटीपी समर्थक होने का शक जता रहे हैं. वहीं BTP के पूर्व विधायक देवेंद्र कटारा को चोर कह रहे हैं. यहीं नहीं उन्होंने विधायक राजकुमार रोत को भी अपशब्द कहे हैं.

मंत्रिमंडल विस्तार से पहले वागड़ में कांग्रेसी दिग्गजों का ‘दंगल’!
कांग्रेस ने इस आदिवासी इलाके में बड़ी जीत तो दर्ज कर ली है. लेकिन इस दौरान वागड़ के दिग्गजों की नुराकुश्ती सामने आ गई है. सियासी जानकारों का कहना है कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन में महेन्द्रजीत सिंह मालवीया को मंत्री पद देने की चर्चाएं चल रही है. इन चर्चाओं के बीच मालवीया पर BTP से मिले होने के आरोप लगाए जाना सियासी चर्चाओं को बढ़ा रहा है. गहलोत सरकार में बामणिया आदिवासी इलाके से एक मात्र मंत्री हैं. अब पुनर्गठन में मालवीय की लॉटरी लगने की बातें सामने आ रही है. ऐसे समय में अब इस ऑडियो को वायरल किए जाने की राजनीति को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है.

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धरियावद चुनाव में मालविया पर BTP से मिले होने की जताई आशंका
इस कथित ऑडियो में धरियावद उपचुनाव के वोट शेयर को लेकर चर्चा हो रही है. इस वायरल ऑडियो में टीएडी मंत्री अर्जुन बामनिया और प्रभुलाल नाम के कांग्रेस कार्यकर्ता की बातचीत बताई जा रही है. प्रभुलाल धरियावाद इलाके का कांग्रेस कार्यकर्ता है. इस पूरे ऑडियो में धरियावाद उपचुनाव की अंदरुनी राजनीति और वोटों के गणित पर चर्चा की जा रही है. इस ऑडियो में बातचीत के आधार पर बागीदौरा विधायक महेन्द्रजीत सिंह मालवीय का नाम 6 से ज्यादा बार संदेह के घेरे में लेते हुए लिया गया है. कथित ऑडियो में मालवीया को चुनाव प्रचार में कुछ गांवों में दौड़ाने का भी जिक्र किया रहा है. इसमें टीएडी मंत्री अर्जुन बामनिया बार बार पूछ रहे है मालवीया बीटीपी को तो सपोर्ट तो नहीं कर रहे थे? इसके जवाब में प्रभुलाल ने जवाब दिया कि नहीं साहब ऐसा तो कहीं नहीं था. ऑडियो में प्रभुलाल ने बामनिया को बताया कि,’मालवीया को उजाड़खेड़ा, लोधिया, खोतां और त्रिगुड़ा से भगाया गया था’. बामनिया ने पूछा कि, ‘इसका वीडियो नहीं बनाया’. इस पर प्रभु ने कहा बनाया था लेकिन रामलाल जी सिविल में साथ थे तो उन्होंने निकलवा दिया.

राजकुमार की तो 12 बजाकर रख दूं- बामणिया
पूरे ऑडियो में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभु बार-बार लसाड़िया और झल्लारा इलाके के वोट कांग्रेस पार्टी की झोली में डालने का श्रेय मंत्री अर्जुन बामनिया को दे रहा है. यह ऑडियो चुनाव परिणाम के बाद रविवार को वायरल हुआ है. ऑडियो में बीजेपी नेता एवं पूर्व विधायक देवेन्द्र कटारा का भी जिक्र है. इस पर बामनिया ने उन पर अभद्र टिप्पणियां भी की. तो वहीं बीटीपी विधायक राजकुमार रोत के लिये कहा कि, ‘तुम्हारे राजकुमार की तो 12 बजाकर रख दूं‘. बामनिया ने कहा कि, ‘तुम्हारे BTP वाले कांग्रेस-भाजपा के लिए बोलते हैं. ये बताओ की शादी में राजकुमार रोत ने 20 से 25 लाख रुपए कहां से खर्च किए? जवाब में प्रभुलाल ने कहा कि, ‘सरकार से ही मिले, सरकार का ही है’.

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पूर्व विधायक देवेन्द्र पर बताया ‘चोट्टा’
कथित वायरल ऑडियो में मंत्री बामनिया ने पूर्व विधायक देवेंद्र कटारा को चोट्‌टा (चोर) कहा है इसके बाद बामनिया ने कहा कि,’कांकरी डूंगरी वाले मामले में उन्होंने देवेंद्र कटारा को वकील को रुपए देने के लिए दिए थे. वह 50 हजार रुपए लेकर भाग गया‘. वायरल ऑडियो के बारे में मंत्री बामनिया और विधायक मालवीया से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.

गहलोत मंत्रिमंडल पुनर्गठन और राजनीतिक नियुक्तियों के इसी माह होने की प्रबल संभावनाओं के बीच पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया पर इस तरह के आरोप लगाने को सियासी रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कथित वायरल ऑडियो के बाद सीएम गहलोत अपने पुराने सिपहसालार पट कितना विश्वास जता पाते हैं.

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